BHOPAL. इंदौर से कांग्रेस प्रत्याशी घोषित होने के बाद कैलाश विजयवर्गीय ने कहा- 'मैं तो अक्षय बम को जानता हूं, इंदौर की जनता उनको नहीं जानती। मैंने घर में भी पूछा कि उनको पहचानते हो तो बोले कि कोई नहीं पहचानता। कांग्रेस ऐसे लोगों को लड़ा रही है। राजगढ़ में उनको उम्मीदवार ही नहीं मिला। दिग्विजय जैसे 72 साल के व्यक्ति को लड़ाना पड़ रहा है। ऐसे ही कांतिलाल भूरिया भी हैं। कुल मिलाकर कांग्रेस के पास मध्यप्रदेश में उम्मीदवार ही नहीं है। मुझे लगता है कि कई जगह कांग्रेस की जमानत जब्त होगी।'
विजयवर्गीय के बयान के बाद बम ने भी दी चुनौती
इंदौर से कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय बम ने विजयवर्गीय को उनका एक पुराना दावा याद दिलाया और उन्हें चुनौती दी। उन्होंने कहा- विजयवर्गीय यह लिखकर दे दें कि भाजपा प्रत्याशी 8 लाख वोटों से जीतेंगे। अगर ऐसा नहीं हुआ तो विजयवर्गीय राजनीति से संन्यास ले लेंगे। बम अपना टिकट फाइनल होने के बाद रविवार को मीडिया से बात कर रहे थे। दरअसल, 8 मार्च को मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने दावा किया था कि इंदौर एक ऐसी सीट है, जहां से प्रत्याशी कोई भी हो, जीत 8 लाख से भी ज्यादा वोटों से होगी। यहां से बीजेपी से जो भी चुनाव लड़ेगा, उसकी प्रचंड जीत होगी। ये बयान उस दौरान दिया था तब इंदौर सीट पर ना तो बीजेपी और ना ही कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी घोषित किया था।
लालवानी ने इंदौर के लिए क्या किया?
कांग्रेस प्रत्याशी बम ने कहा- मैं एक ऐसी पार्टी से जुड़ा हूं जो बहुत बड़ी और पुरानी है। मैंने भले ही एक भी चुनाव नहीं लड़ा, लेकिन इंदौर में 21 सालों से मेरी ढाई लाख घरों में सीधी एप्रोच है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने मुझ जैसे युवा पर भरोसा जताया। जिसने आज तक कोई चुनाव नहीं लड़ा। मैंने पिछले कई वर्षों से सड़क पर जो काम किया उसे देखकर पार्टी को लगा कि मैं इंदौर लोकसभा का प्रत्याशी हो सकता हूं। पार्टी को विश्वास है कि मैं आम लोगों की आवाज दिल्ली तक जाकर उठा सकता हूं। इंदौर को अच्छी और बड़ी सौगात दे सकता हूं। अक्षय ने कहा कि मैं प्रतिद्वंद्वी शंकर लालवानी से पूछना चाहता हूं कि उन्होंने 5 साल में इंदौर के लिए क्या किया।