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ग्वालियर में डॉ. भीमराव अंबेडकर की मूर्ति को लेकर विवाद मचा हुआ है। इस विवाद के बाद कांग्रेस ने प्रदेश भर में अंबेडकर की मूर्ति मुद्दे को लेकर चरणबद्ध आंदोलन शुरू करने का निर्णय लिया है। कांग्रेस पार्टी ने 23 से 25 जून तक एक जनजागरण अभियान की योजना बनाई है। इसके तहत पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं के सहयोग से संविधान के प्रति आस्था जताने के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
ग्वालियर में एक ओर विवाद खड़ा हो गया है। जब मूर्ति स्थापित करने के खिलाफ खड़े हुए कुछ दलों और नेताओं ने बीएन राव को संविधान निर्माता के रूप में प्रस्तुत किया है। जबकि डॉ. अंबेडकर को इस संदर्भ में पीछे धकेलने की कोशिश की जा रही है। कांग्रेस इसे सीधे तौर पर संविधान के प्रति अपमान मानती है और इस मुद्दे पर पार्टी ने गुस्से का इजहार किया है।
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कांग्रेस का प्रदेशव्यापी आंदोलन
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस आंदोलन के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कांग्रेस पार्टी 23 जून से शुरू होने वाले आंदोलन के तहत तीन दिन तक विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित करेगी:
- 23 जून: कांग्रेस कार्यकर्ता घर-घर जाकर संविधान की चर्चा करेंगे।
- 24 जून: किसी एक मोहल्ले में वंचित वर्ग के साथ सामूहिक भोजन करके संविधान पर चर्चा की जाएगी।
- 25 जून: ग्वालियर में कांग्रेस के विधायक, जिलाध्यक्ष और वरिष्ठ नेता सामूहिक उपवास करेंगे और संविधान की रक्षा की बात करेंगे।
बीजेपी का पलटवार
कांग्रेस के इस बयान और आंदोलन के बाद बीजेपी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह जानबूझकर समाज का माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस और नेहरू परिवार ने हमेशा डॉ. अंबेडकर का विरोध किया है। आज वे संविधान के नाम पर राजनीतिक लाभ लेना चाहते हैं।
कांग्रेस नेताओं के बयान
कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी ने आरोप लगाया कि ग्वालियर में अंबेडकर की मूर्ति को स्थापित करने की कोशिशों को जानबूझकर रोका जा रहा है। उनका कहना था कि इस पूरे विवाद के पीछे आरएसएस की साजिश हो सकती है, जो डॉ. अंबेडकर के योगदान को नकारने की कोशिश कर रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भी बीएन राव को संविधान निर्माता के रूप में प्रस्तुत करने के प्रयासों को खारिज किया। साथ ही कहा कि यह संविधान को बदलने की कोशिश है।
कांग्रेस का विरोध जारी
कांग्रेस नेताओं ने यह भी कहा कि अंबेडकर की मूर्ति ग्वालियर हाईकोर्ट परिसर में लगनी चाहिए। यह उनके संविधान निर्माता के रूप में योगदान को सम्मान देने का उचित स्थान है। दिग्विजय सिंह ने कहा कि जिन लोगों ने अंबेडकर का अपमान किया है, वे कभी नहीं समझ सकते कि संविधान का क्या महत्व है।
समाज में विवाद बढ़ाने की कोशिश
बीजेपी के वीडी शर्मा ने कांग्रेस के इस आंदोलन को एक राजनीतिक नौटंकी करार दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस हमेशा अपने राजनीतिक फायदे के लिए समाज में तनाव और विवाद बढ़ाने की कोशिश करती रही है। उन्होंने कांग्रेस से यह भी पूछा कि आखिर उन्होंने बीजेपी और आरएसएस का नाम किस आधार पर लिया।
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