कांग्रेस ने कभी भी बाबा साहेब अंबेडकर को श्रेय नहीं दिया: पीएम मोदी
बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के अपमान को लेकर, सड़क से संसद तक मोदी सरकार को घेर रही कांग्रेस पर पीएम मोदी ने जमकर निशाना साधा हैं। उन्होंने कहा है कि बाबा साहेब अंबेडकर ने जल प्रबंधन की नींव रखी, लेकिन कांग्रेस ने उन्हें श्रेय नहीं दिया।
Baba Saheb Ambedkar Pm Modi Photograph: ( Baba Saheb Ambedkar Pm Modi)
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खजुराहो में ऐतिहासिक केन-बेतवा लिंक परियोजना का शिलान्यास करते हुए इसे एक दूरदर्शी पहल करार दिया। उन्होंने इस अवसर पर बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर को जल संसाधनों के लिए भारत के सच्चे सेवक के रूप में याद किया और कांग्रेस पर आरोप लगाया कि उन्होंने अंबेडकर के योगदान को छुपाया। इस परियोजना का उद्देश्य बुंदेलखंड क्षेत्र में जल संकट को खत्म करना है, जिससे कृषि और पेयजल की समस्याओं का समाधान होगा।
"भारत के लिए नदी, जल, बांध का महत्व क्या है, इसको समझने वाले पहले लोगों में बाबा साहेब अंबेडकर थे। लेकिन कांग्रेस ने कभी जल संरक्षण से जुड़े प्रयासों के लिए, बड़े बांधों के लिए बाबा साहेब को श्रेय नहीं दिया।"
पीएम मोदी ने कहा है कि भारत में पानी के लिए बांधों की रचना के लिए किसी एक महापुरुष के लिए क्रेडिट जाती है तो उस महापुरुष का नाम है बाबा साहेब अंबेडकर। भारत में जो बड़ी नदी परियोजनाएं बनीं, इनके पीछे बाबा साहेब का ही विजन था।
आज जो केंद्रीय जल आयोग है, इसके पीछे भी डॉ.अंबेडकर के ही प्रयास थे, लेकिन कांग्रेस ने जल संरक्षण से जुड़े प्रयासों के लिए बाबा साहेब का श्रेय नहीं दिया। यहां तक कि किसी को पता तक नहीं चलने दिया। कांग्रेस इसके प्रति कभी भी गंभीर नहीं रही। आज सात दशक बाद भी देश के अनेक राज्यों के बीच पानी को लेकर कुछ न कुछ विवाद है। जब पंचायत से सदन तक कांग्रेस का ही शासन था, तब ये विवाद आसानी से सुलझ सकते थे, लेकिन कांग्रेस की नीयत खराब थी, इसलिए उसने कभी भी ठोस प्रयास नहीं किए।
मोदी ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि उन्होंने जल संसाधनों में अंबेडकर के योगदान को जनता के सामने नहीं आने दिया। सभी परियोजनाओं का श्रेय खुद लिया। केन-बेतवा लिंक परियोजना से बुंदेलखंड को राहत यह परियोजना न केवल जल संकट को हल करेगी, बल्कि क्षेत्र में कृषि और पेयजल आपूर्ति को भी मजबूत बनाएगी। इसके साथ ही यह पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखने में भी सहायक होगी। राष्ट्रीय जल प्रबंधन की दिशा में एक नई शुरुआत केन-बेतवा परियोजना राष्ट्रीय स्तर पर जल प्रबंधन में एक बड़ा कदम है, जिससे भविष्य में अन्य राज्यों के बीच जल विवाद सुलझाने का मार्ग प्रशस्त होगा।
पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने कभी भी जल संकट के स्थाई सामाधान के लिए नहीं सोचा। भारत के लिए नदी जल का महत्त्व क्या है इसको समझने वाले लोगों में बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर पहले व्यक्ति थे। देश आजाद होने के बाद सबसे पहले जल शक्ति के लिए, पानी के लिए दूरदृष्टि आयोजन , पानी का सामर्थ के बारे में सबसे पहले बाबा साहेब ने सोचा था। इस सच्चाई को दबाकर रखा गया। एक ही व्यक्ति को क्रेडिट देने के नशे में सच्चे सेवक को भुला दिया गया। देश आजाद होने के बाद भारत की जल शक्ति,नदियों के लिए बड़े बांध बनाने की दूरदृष्टि,बड़ी नदी घाटी योजनाओं के लिए बाबा साहब ने काम किया। जल शक्ति आयोग भी बाबा साहेब की देन है।
पीएम मोदी ने कहा देश में जब जब भाजपा को जहां जहां सेवा करने का मौका मिला है। हमनें पुराने रिकॉर्ड तोड़कर काम किया है। आजादी के दिवानों ने जो सपने देखे थे, उन्हें साकार करने के लिए हम दिन रात पसीना बहा रहे हैं। अतीत में कांग्रेस की सरकारें सिर्फ घोषणाएं करने का काम करती थी। अखबरों में विज्ञापन देना, दीए जलाना ही उनका काम था। 35-35 साल बीते के बाद भी योजनाओं का काम शुरू नहीं होता था।