मध्य प्रदेश की दो विधानसभा सीटों, बुधनी और विजयपुर में उपचुनाव की तैयारियां जोरों पर हैं। संभावना जताई जा रही है कि महाराष्ट्र और झारखंड के उपचुनावों के साथ ही इन सीटों पर भी चुनाव की तारीखों का ऐलान हो सकता है। इसके पहले, कांग्रेस ने इन सीटों पर जीत के लिए रणनीति बनाने के मकसद से कमेटियां गठित की हैं। ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी (AICC) के मप्र प्रभारी भंवर जितेन्द्र सिंह ने बुधनी और विजयपुर के लिए वरिष्ठ नेताओं की अलग-अलग समितियाँ बनाई हैं।
विजयपुर में अशोक सिंह को मिली जिम्मेदारी
श्योपुर जिले की विजयपुर विधानसभा के उपचुनाव के लिए राज्यसभा सांसद अशोक सिंह को संयोजक नियुक्त किया गया है। उनके साथ पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह, लाखन सिंह यादव और पूर्व विधायक नीटू सिकरवार को समिति के सदस्य के रूप में जोड़ा गया है। विजयपुर विधानसभा सीट कांग्रेस के लिए महत्वपूर्ण मानी जाती रही है।
इस सीट से कांग्रेस के पुराने विधायक रामनिवास रावत ने 30 अप्रैल को बीजेपी जॉइन कर ली थी। हालांकि, उन्होंने लगभग डेढ़ महीने तक अपने विधायक पद से इस्तीफा नहीं दिया था। इसके बाद, 8 जुलाई को कैबिनेट मंत्री बनने के बाद उन्होंने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया। अब बीजेपी की तरफ से रामनिवास रावत का विजयपुर उपचुनाव लड़ना तय माना जा रहा है। कांग्रेस इस सीट पर अपनी पकड़ बनाए रखने की कोशिश में लगी हुई है, भले ही रावत ने दल बदल लिया हो।
बुधनी में अरुण यादव को मिली कमान
सीहोर जिले की बुधनी विधानसभा में उपचुनाव के लिए पूर्व कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव को संयोजक नियुक्त किया गया है। पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा और पूर्व विधायक शैलेन्द्र पटेल को भी इस समिति में शामिल किया गया है। बुधनी में कांग्रेस के सामने सबसे बड़ी चुनौती एक प्रभावी और टिकाऊ चेहरा खोजना है, क्योंकि यह सीट शिवराज सिंह चौहान के प्रभाव में रही है। कांग्रेस यहाँ पर एक दमदार और सक्षम उम्मीदवार ढूंढने की कोशिश कर रही है।
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