साइबर अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हैं की कभी पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी तो कभी नेताओं तक का नाम इस्तेमाल कर साइबर ठगी की कोशिश कर रहे हैं। ताजा मामला जबलपुर से सामने आया है जिसमें लोक निर्माण विभाग के मंत्री राकेश सिंह के नाम से सोशल मीडिया में अकाउंट बनाकर ठगी का प्रयास किया गया है। हालांकि जानकारी के अनुसार जिस व्यक्ति को ठगने की कोशिश की गई थी उसने इस अकाउंट में रुपए डालने की जगह राकेश सिंह से संपर्क किया और इस ठग की असलियत सामने आ गई।
स्क्रीनशॉट शेयर कर अपील की
पीडब्ल्यूडी मंत्री राकेश सिंह ने अपने सोशल अकाउंट में इस ठगी के प्रयास का स्क्रीनशॉट शेयर कर यह अपील की है कि इस तरह के किसी भी अकाउंट में पैसे ना भेजे। इस मामले की शिकायत पुलिस में भी दी गई है जिस पर पुलिस अब जांच कर रही है।
हूबहू अकाउंट बनाकर की गई ठगी की कोशिश
ठगी की कोशिश करने वाले अपराधी ने मंत्री राकेश सिंह के सोशल मीडिया अकाउंट से मिलता जुलता फर्जी अकाउंट बनाया है जिसमें उसने फोटो भी वही इस्तेमाल की है जो राकेश सिंह अपने असली अकाउंट में इस्तेमाल करते हैं। इसके पीछे अपराधी की मंशा यह थी कि राकेश सिंह के संपर्क में यदि किसी व्यक्ति से रुपए मांगे जाएं तो उसे किसी भी तरह का शक ना हो पर यहां पर इस व्यक्ति की सतर्कता के चलते वह ठगी का शिकार होने से बच गया।
साइबर ठगी से ऐसे बचें
साइबर ठगी के मामले लगातार बढ़ते ही चले जा रहे हैं साइबर ठग नए-नए तरीकों से लोगों को ठगने के रास्ते निकाल रहे हैं। लेकिन कुछ सावधानियां व्रत कर साइबर ठगी से बचा जा सकता है जैसे आपके किसी परिचित का भी मैसेज या वीडियो कॉल आने पर उसे ऑनलाइन रकम ट्रांसफर ना करें । एक बार स्वयं उसे व्यक्ति से बात कर पहले पुष्टि कर लें इसी तरह किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक न करें। किसी से भी अपना ओटीपी व एटीएम का पासवर्ड शेयर न करे। मुफ्त मिलने संबंधी कॉल आने पर अलर्ट हो जाएं। अगर कोई आपके खाते की केवाईसी के लिए कॉल करता है तो कह दें कि आप खुद बैंक चले जाएंगे। कभी अकाउंट, पेटीएम, गूगल-पे से जुड़ी किसी सहायता के नाम पर यदि कोई व्यक्ति कॉल कर आपसे टीम व्यूवर, ऐनीडेस्क जैसे एप डाउनलोड करने को कहे तो फोन तुरंत काट दें। इंटरनेट मीडिया पर किसी भी अनचाहे ई-मेल, एसएमएस या मैसेज में आए अटेचमेंट को खोलने या क्लिक करने से हमेशा बचें। ईमेल, वेबसाइट और अज्ञात ई-मेल भेजने वालों के स्पेलिंग एक बार जरूर चेक कर लें। क्योंकि ठग मिलती जुलती स्पेलिंग से ठगी का शिकार बनाते हैं। विभिन्न साइटों पर अपने पासवर्ड न दोहराएं। अपने पासवर्ड नियमित रूप से बदलें। पासवर्ड मुश्किल बनाएं।
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