संजय गुप्ता, INDORE. राज्य सेवा परीक्षा मेंस 2023 आगे बढ़ाने को लेकर शुक्रवार, 9 फरवरी को भी कोई फैसला नहीं हो सका। आयोग के चेयरमैन ड़ॉ. राजेश लाल मेहरा के साथ बोर्ड के अन्य सदस्य, अधिकारियों की देर शाम लंबी बैठक चली, लेकिन यही बात उठी की एक परीक्षा के कारण कई परीक्षाओं का शेड्यूल बिगड़ जाएगा। इसलिए इन्हें आगे नहीं बढ़ाया जा। आयोग के पास जहां तारीख बढ़ाने की मांग है तो वहीं अधिकांश ईमेल के जरिए संदेश इसे नहीं बढ़ाने को लेकर भी हैं। आयोग कोई ऐसा रास्ता नहीं निकाल पाया कि यदि मेंस की तारीख बढ़ाएं तो इससे अधिक परीक्षाएं डिस्टर्ब नहीं हो। इसलिए मोटे तौर पर अभी यही है कि परीक्षा आगे नहीं बढाई जाए। फिर भी उम्मीदवारों के हित में चेयरमैन ने सभी सदस्यों से कहा कि एक बार फिर सभी डाटा लेकर सोमवार को बैठक करेंगे और फिर उसी दिन अंतिम सूचना भी औपचारिक तौर पर जारी कर दी जाएगी।
आयोग के पास कई आपत्तिजनक संदेश
उधर कुछ आंदोलनकारी उम्मीदवारों ने आयोग के पास काफी आपत्तिजनक संदेश भेजे हैं और धमकाने के अंदाज में कहा है कि तारीख आगे बढ़ाई जाए। इस तरह के संदेशों को काफी गंभीरता से लिया जा रहा है। फिर भी आयोग लगातार रास्ता निकालने की कोशिश कर रहा है इसलिए अब एक बार फिर सोमवार को बैठक करेगा और अंतिम फैसला ले लेगा।
लोकसभा चुनाव के चलते अटक रहा मामला
बैठक में इस बात का मुद्दा उठा कि लोकसभा चुनाव के चलते परीक्षा अप्रैल, मई में कराना मुश्किल होगा, यानि परीक्षा जून में चली जाएगी। क्योंकि जिस तरह 90 दिन की मांग है तो वह फरवरी अंत या मार्च के पहले सप्ताह में भी परीक्षा रखकर कुछ नहीं होगा, तब तक 90 दिन हो नहीं रहे हैं। ऐसे में मामला फिर वहीं का वहीं रहेगा।
इधर उम्मीदवारों की यह मांग 90 दिन तो दें
उधर आंदोलन कर रहे उम्मीदवारों का कहना है कि पहले आयोग ने ही कहा था कि रिजल्ट के बाद 90 दिन दिए जाते हैं, लेकिन इस बार तो केवल 53 दिन ही मिल रहे हैं तो हमे कम से कम 90 दिन तो दिए जाएं। राज्य सेवा परीक्षा 2023 प्री 17 दिसंबर को हुई और रिजल्ट 18 जनवरी को आया और अब इतने लंबे-चौड़े मेंस के कोर्स की मेंसे 11 मार्च से शुरू की जा रही है।