तीन जिलों की पुलिस पर पारदियों ने चलाई थी गोली, देवा पारदी की मौत में पुलिस का नया खुलासा

मध्‍य प्रदेश के गुना में पुलिस कस्टडी में देवा पारदी की मौत का मामला गहराता जा रहा है। पुलिस की FIR में लिखा है कि 13 जुलाई को पारदियों ने तीन जिलों की पुलिस पर गोलियां बरसाई थीं...

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Shreya Nakade
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देवा पारदी मौत में पुलिस की नई थ्योरी
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पुलिस कस्टडी में देवा पारदी की हत्या के मामले में अब एक नया खुलासा हुआ है। पुलिस की तरफ से कहा गया है कि देवा ने पुलिस टीम पर गोली चलाई थी। पादरियों ने तीन जिलों की पुलिस टीम पर हमला किया था। जवाब में पुलिस की तरफ से कोई गोली नहीं चलाई गई। यह मुठभेड़ देवा पादरी की पुलिस कस्टडी में मौत के एक दिन पहले हुई थी। घटना की FIR दर्ज की गई है। 

तीन जिलों की पुलिस का एक्शन 

गुना, भोपाल और राजगढ़ जिलों की पुलिस टीम 13 जुलाई को झागर चौकी पहुंची थी। पुलिस की टीमें अपने- अपने इलाकों में चोरी के आरोपियों को पकड़ने आई थी। इन टीमों को पारदी इलाके में जाकर बाइक चोरों को पकड़ना था। इसके लिए इलाके को ध्यान में रखते हुए सभी टीमों को रवाना किया गया। 

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पुलिस को जान से मारने की कोशिश 

पुलिस टीम ने कनारी गांव में बापुड़ा पारदी के घर के पीछे खेत में दबिश दी। यहां देवा पारदी, चाचा गंगु पारदी समेत पारदी समाज के कई पुरुष बैठे थे। पुलिस को आता देख यह सभी चौकन्ना हो गए। 

पारदी समाज के लोग आपस में पुलिस पर हमला करने के लिए सहमत हुए। पुलिस बल पर जान से मारने के इरादे से हमले किए गए। इस दौरान पुलिस पर फायरिंग भी हुई। FIR के अनुसार एक गोली एसआई राजेंद्र सिंह चौहान के कान के पास से निकली। 

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जान बचाने जमीन पर लेटी पुलिस टीम 

पारदियों के हमले से बचने पुलिसकर्मी जमीन पर लेट गए। इसी दौरान समाज की महिलाएं भी मुठभेड़ में शामिल हो गई। FIR के अनुसार इन महिलाओं ने पुलिस बल पर पथराव किया। इस दौरान कुछ पुलिसकर्मियों के घायल होने की भी बात लिखी गई है। पुलिस की गाड़ियों के साथ भी तोड़फोड़ की गई।

पुलिस ने नहीं चलाई गोली  

पुलिस थाने में दर्ज FIR के अनुसार जिन आरोपियों को पकड़ने पुलिस की टीम पहुंची थी, वे मुठभेड़ के बाद औरतों की आड़ लेकर भाग गए। 

इसके बाद पुलिस ने मामले की FIR दर्ज की। खास बात यह है कि इस पूरी मुठभेड़ में पुलिस की तरफ से कोई गोली न चलाने का जिक्र है। पुलिस ने अलग-अलग टीमें बनाकर इलाके में सेंध मारी थी। इसके बावजूद मौका आने पर गोली चलाने के बजाय पुलिस बल जान बचाने जमीन पर लेट गया। इससे कई सवाल खड़े होते हैं। 

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क्या है पूरा मामला ?

मध्य प्रदेश के गुना में शादी के दिन ही पुलिस कस्टडी में एक युवक की मौत हो गई थी। बीलाखेड़ी में रहने वाले युवक देवा पारदी की बारात जिस ट्रैक्टर में निकलने वाली थी, उसी ट्रैक्टर में पुलिस उसे उठा कर ले गई। मृतक देवा पारदी के साथ उसके चाचा गंगाराम पारदी को भी पुलिस गिरफ्तार करके ले गई थी। इन दोनों को पुलिस ने उमरी में डकैती करने के आरोपों में गिरफ्तार किया था। दोनों से गिरफ्तारी के बाद पूछताछ हुई। इस बीच दुल्हे देवा पारदी की अचानक मौत हो गई। उसे गुना जिला अस्पताल ले जाया गया जहां शव का पोस्टमार्टम हुआ। 

देवा पारदी की शादी से पहले सेल्फी- 

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महिलाओं का कपड़े उतार प्रदर्शन 

मृतक देवा पारदी की पुलिस कस्टडी में मौत के बाद समाज की महिलाएं आक्रोषित हैं। जिस दिन युवक की मौत हुई उस दिन उसकी चाची और होने वाली पत्नी ने आत्मदाह की कोशिश की थी। इसके बाद समाज की अन्य महिलाएं भी प्रदर्शन करने उतर पड़ी।

महिलाओं ने कलेक्टर डॉ. सतेंद्र सिंह से मुलाकात की। इसके बाद कार्यालय से बाहर आकर कुछ महिलाएं कपड़े उतार प्रदर्शन करने लगीं। ऐसे में कलेक्टर ने फिर कुछ महिलाओं से मिलकर बात की।

हंगामे के दौरान पुलिसकर्मियों और महिलाओं में छीना झपटी भी हुई। कुछ महिलाओं की चूड़ियां टूटी। एक महिला के सिर पर चोट आई, जबकि टीआई दिलीप राजोरिया को भी खरोंच आई। 

पारदी समाज की महिलाओं का प्रदर्शन-

महिलाओं का प्रदर्शन

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