संजय गुप्ता@ INDORE.
देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी ( Devi Ahilya University ) की कुलगुरू (पहले कुलपति कहते थे) और सीनियर आईएएस व सीएस बनने की दौड़ में आगे अनुराग जैन की बहन डॉ. रेणु जैन ( Vice Chancellor Dr. Renu Jain ) मुश्किल में आ गई है। पेपर लीक कांड मामले में दिल्ली के सीएम डॉ. केजरीवाल ( Arvind Kejriwal ) और ED को लेकर बंद कमरे में दिया बयान सार्वजनिक होने के बाद दिल्ली से लेकर भोपाल तक बीजेपी सरकार सकते में हैं। सूत्रों के अनुसार उनके बयान से पार्टी से जुड़े कई नेताओं ने नाराजगी जाहिर की है और अब सरकार धारा 52 लगाकर उन्हें हटाने को लेकर भी विचार मंथन करने लगी है। हालांकि उनके बयान से आम आदमी पार्टी (आप) बेहद खुश है।
पीएमओ तक गई द सूत्र की न्यूज
बंद कमरे के बयान का खुलासा गुरुवार दोपहर ( 30 मई ) में द सूत्र ने किया था। इसके बाद हड़कंप मच गया और द सूत्र की न्यूज पीएओ से लेकर राज्यपाल मप्र भवन, भोपाल सीएम हाउस सभी जगह पहुंच गई। उच्च शिक्षा विभाग के पास भी यह न्यूज पहुंच गई है। वहीं बीजेपी के अंदर इसे लेकर खासी हलचल मच गई है। इसके बाद दिल्ली से भोपाल फोन आया और इसमें जानकारी मांगी गई। उधर, इसके बाद सरकार कुलगुरू से बेहद नाराज है और अब यूनिवर्सिटी एक्ट के तहत धारा 52 लगाकर कुलपति हटाने पर विचार हो रहा है।
पेपर लीक कांड को लेकर हटाने की बात
हालांकि राजनीतिक कारणों से उन्हें हटाने के लिए केजरीवाल के बयान को कारण नहीं बताते हुए हाल ही में एमबीए के हुए लगातार पेपर लीक कांड, परीक्षा का ट्रैक पर उतरना बताए जाने की बात कही जा रही है। डॉ. जैन का चार साल का कार्यकाल वैसे सितंबर माह में पूरा हो रहा है और नए कुलगुरू की नियुक्ति के लिए विज्ञापन भी हो गए हैं, लेकिन अब उनके बयान ने उन्हें मुश्किल में ला दिया है।
केजरीवाल से पेपर लीक कांड की इस तरह हुई तुलना
बंद कमरे में गए एबीवीपी के प्रतिनिधिमंडल ने द सूत्र को बताया था कुलगुरू ने पेपर लीक कांड की तुलना दिल्ली में सीएम अरविंद केजरीवाल पर हुई ईडी की कार्रवाई से कर दी। एबीवीपी पेपर लीक कांड में अधिकारियों को हटाने और कार्रवाई की मांग को लेकर गए थे। बंद कमरे में कुलगुरू ने कहा कि जिस तरह से दिल्ली के सीएम को भी ईडी ने बंद किया और वह जब सही होकर भी जेल में रह सकते हैं तो फिर हमारी यूनिवर्सिटी में भी बहुत गलती है, उसके बाद भी हमारे लोग भी बाहर क्यों नहीं रह सकते हैं। इस बयान के हड़कंप मचने के बाद इस तरह से कहा गया कि कुलगुरू ने यह नहीं बल्कि यह कहा था कि जिस प्रकार से अरविंद केजरीवाल के प्रकरण में कार्रवाई विचाराधीन है, अभी उन्हें सीएम पद से नहीं हटाया गया है, वैसे ही पेपर लीक कांड में दोषी साबित नहीं होने तक अधिकारी को तुरंत नहीं हटा सकते हैं।
आप खुश, कुलगुरु ने सच का साथ दिया, हमारे नेता बेकसूर
उधर, आम आदमी पार्टी ने कुलगुरू के बयान पर खुशी जताई है। प्रवक्ता हेमंत जोशी ने कहा कि हमे खुशी है कि शिक्षाविद् और कुलगुरू डॉ. रेणु जैन ने सच का साथ दिया। हम हमेशा से कह रहे हैं कि हमारे नेता पर बेवजह कार्रवाई की गई है और सच सबके सामने आ जाएगा, लेकिन यह खुशी की बात है कि उन्होंने सच का साथ दिया। आप से महापौर चुनाव लड़ चुके अधिवक्ता कमल गुप्ता ने कहा कि खुशी की बात है कि कोई सच का साथ दे रहा है, कुलगुरू इसके लिए बधाई की पात्र है। हम उन्हें धन्यवाद देते हैं।
thesootr links