बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री के भाई पर धोखाधड़ी साबित, दाड़मी को लौटाए 20 लाख रुपए

मध्यप्रदेश के छतरपुर में धीरेंद्र शास्त्री के चचेरे भाई दीपेंद्र गर्ग और उनके मुनीम नरेंद्र शर्मा ने दाड़मी देवी से राजीनामा किया है। इन्होंने प्लाट बेचने के नाम पर राजस्थान की दाड़मी देवी के साथ 55 लाख रुपए की ठगी की थी...

Advertisment
author-image
Arvind Sharma
New Update
THESOOTR
Listen to this article
0.75x 1x 1.5x
00:00 / 00:00

BHOPAL. मध्यप्रदेश के बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री के चचेरे भाई दीपेंद्र गर्ग और उनके मुनीम नरेंद्र शर्मा ने प्लाट बेचने के नाम पर राजस्थान की दाड़मी देवी के साथ 55 लाख रुपए की ठगी की थी। आठ महीने के बाद भी दाड़मी देवी को प्लाट पर कब्जा नहीं दिया गया। न्याय नहीं मिलने के बाद उन्होंने पुलिस अधीक्षक छतरपुर को आवेदन भी दिया। वकील के दफ्तर में मुनीम और दीपेंद्र ने दाड़मी देवी से राजीनामा कर 20 लाख पहली किश्त दाड़मी देवी के बैंक खाते में ट्रांसफर की।

20 लाख की पहली किश्त दाड़मी देवी के खाते में की ट्रांसफर

उधर 'द सूत्र' की खबर के बाद बुधवार की सुबह बागेश्वर धाम गढ़ा से धीरेंद्र शास्त्री के चचेरे भाई दीपेंद्र गर्ग अपने मुनीम के नरेंद्र शर्मा सहित अन्य लोगों के साथ छतरपुर पहुंचे। वकील के दफ्तर में उन्होंने दाड़मी देवी से राजीनामा किया। साथ ही 20 लाख रुपए की पहली किश्त उन्होंने दाड़मी देवी के बैंक खाते में ट्रांसफर कर दी। दाड़मी देवी ने कहा कि अभी उनके 35 लाख रुपए शेष हैं। एक पखवाड़े के बाद बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर के सामने बची हुई रकम दी जाएगी। उन्होंने राजीनामा के समय कहा कि बाबा बागेश्वर उन्हें न्याय दिलाएं। साथ ही दीपेंद्र गर्ग और नरेंद्र शर्मा पर उन्हें भरोसा नहीं है। 

ये खबर भी पढ़ें...

धीरेंद्र शास्त्री के भाई दाड़मी देवी के पास पहुंचे राजीनामा करने, 40 लाख का प्रस्ताव रखा, दाड़मी बोली- 55 लाख ही लेंगे

धीरेंद्र शास्त्री के आदेश के बाद ही राजीनामा कर रहे हैं

छतरपुर में बुधवार की सुबह 10 बजे बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री के चचेरे भाई दीपेंद्र गर्ग और उनके मुनीम नरेंद्र शर्मा ने दाड़मी देवी के साथ राजीनामा के कागजात पर साइन किए। साथ ही राजीनामा के समय वहां बैठे लोगों ने कहा कि नरेंद्र शर्मा तुम्हारे मन में क्या चल रहा था। धाम के स्थान पर रहकर गलत काम किया है। आगे चलकर तुम्हें भोगना पड़ेगा। वहीं दीपेंद्र गर्ग भी एक कोने में सोफे पर बैठे रहे। दाड़मी देवी ने बताया कि वकील ने उनसे कहा कि धीरेंद्र शास्त्री के आदेश के बाद ही राजीनामा किया जा रहा है। उन्होंने गोलू महाराज को भी आदेश दिया था। जिसके बाद बुधवार को आगे की प्रक्रिया की गई थी। उन्होंने कहा कि प्लाट की रजिस्ट्री केंसिल की जाएगी। उसके बाद दाड़मी देवी को दूसरी किश्त दी जाएगी। बमीठा टीआई पुष्पक शर्मा ने कहा कि आज ही उन्हें जानकारी लगी है कि दाड़मी देवी का राजीनामा हो गया है। जिसकी वजह से अब आरोपितों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी। 

गुरुजी से नहीं मिलवाया तो एसपी ऑफिस के सामने दूंगी धरना

दाड़मी देवी ने राजीनामा कराने वाले वकील से कहा कि अगर 15 दिन के बाद गुरुजी से नहीं मिलवाया गया, तो वह छतरपुर एसपी ऑफिस के सामने धरना देकर भूख हड़ताल करेंगी। बागेश्वर धाम के गुरूजी धीरेंद्र शास्त्री जो भी सामने बैठाकर न्याय करेंगे। वह हमें मंजूर रहेगा। उन्होंने बताया कि बागेश्वर धाम के गुरूजी धीरेंद्र शास्त्री अभी कथा करने में व्यस्त है। वह 15 दिन के बाद बागेश्वर धाम आएंगे। उसके बाद ही उनकी मुलाकात होगी। 

दीपेंद्र ने कहा था, वह किसी नरेंद्र को नहीं जानते आज दिखे एकसाथ

दीपेंद्र गर्ग ने पहले बयान दिया था कि वह किसी नरेंद्र शर्मा को नहीं जानते हैं, लेकिन बुधवार को छतरपुर में वकील के ऑफिस दीपेंद्र गर्ग और उनके मुनीम नरेंद्र शर्मा साथ में दिखे। इस दौरान नरेंद्र शर्मा की पत्नी व बागेश्वर के पीठाधीश्वर के खास गोलू महाराज भी उपस्थित रहे। वकील और गोलू महाराज ने राजीनामा के दौरान कहा कि उनकी जवाबदारी रहेगी। अब उनके साथ कुछ गलत नहीं होगा। 

दाड़मी ने कहा, आठ महीने से भटक रही थी, 'द सूत्र' ने दिलाया न्याय

राजस्थान की जालोर की रहने वाली दाड़मी देवी ने कहा कि 'द सूत्र' ने उनके साथ हुई ठगी का मामला उठाया था। उसके बाद ही उन्हें न्याय मिला है। इससे पहले वह अधिकारियों,पुलिस और जनप्रतिनिधियों से मिली, लेकिन किसी ने न्याय नहीं दिलाया। 'द सूत्र' ने मेरी परेशानी को दिखाया। जिसकी वजह से मुझे न्याय मिला है। मैं 'द सूत्र' का शुक्रिया अदा करती हूं।

बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री मुनीम नरेंद्र शर्मा धीरेंद्र शास्त्री के चचेरे भाई दीपेंद्र गर्ग राजस्थान की दाड़मी देवी 55 लाख रुपए की ठगी