BHOPAL. मध्यप्रदेश में पर्यटन को नई दिशा देने के लिए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव 14 दिसंबर को सरसी आइलैंड रिसॉर्ट का उद्घाटन करेंगे। यह रिसॉर्ट शहडोल जिले के बाणसागर डैम के बैकवाटर में है। इसके पास ही बांधवगढ़ नेशनल पार्क और मैहर जैसे प्रमुख पर्यटन स्थल हैं, जिससे इसे अनोखा पर्यटन केंद्र बनाने की तैयारी है।
सरसी आइलैंड रिसॉर्ट को ईको-सर्किट प्रोजेक्ट के तहत विकसित किया गया है। यह प्रकृति प्रेमियों और रोमांच के शौकीन लोगों के लिए खास आकर्षण होगा। यहां पर्यटकों के लिए कई सुविधाएं हैं। वाटर स्पोर्ट्स के लिए तीन आधुनिक बोट क्लब बनाए गए हैं। ठहरने के लिए 10 ईको-फ्रेंडली हट्स तैयार किए गए हैं, जहां से आसपास की प्राकृतिक सुंदरता का आनंद लिया जा सकता है।
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आधुनिक कॉन्फ्रेंस रूम और जिम यहां
सरसी आइलैंड रिसॉर्ट पर खाने-पीने के शौकीनों के लिए शानदार रेस्टोरेंट बनाया गया है। कॉर्पोरेट आयोजनों और बैठकों के लिए प्रकृति के बीच हाईटेक कॉन्फ्रेंस रूम तैयार किया गया है। पर्यटकों की फिटनेस और मनोरंजन का ध्यान रखते हुए जिम, लाइब्रेरी और बच्चों के लिए प्ले एरिया तैयार किया गया है। प्रमुख सचिव शिव शेखर शुक्ला ने बताया कि इस रिसॉर्ट के बनने से शहडोल और आसपास के क्षेत्रों में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। यह स्थान देशभर के पर्यटकों के लिए नई पहचान बनेगा। यह रिसॉर्ट इको-फ्रेंडली पर्यटन को बढ़ावा देने और स्थानीय रोजगार सृजन के लिहाज से भी महत्वपूर्ण होगा।
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यह हैं विशेषताएं
प्राकृतिक सुंदरता: यह रिसॉर्ट चारों ओर से पानी और हरियाली से घिरा हुआ है। सुविधाओं की विविधता, रोमांच, आराम और मनोरंजन के लिए खास इंतजाम हैं। हर वर्ग के लिए: यहां छुट्टियां बिताने के साथ कॉर्पोरेट इवेंट्स के लिए जगह है।
हनुवंतिया को किया विकसित
इससे पहले मध्यप्रदेश में इंदिरा सागर बांध के बैकवाटर में हनुवंतिया को विकसित किया है। सरकार यहां हर साल महोत्सव करती है। अविस्मरणीय अनुभव देने के लिए गांधी सागर महोत्सव, जल महोत्सव, चंदेरी महोत्सव और कूनो वन महोत्सव भी शुरू किए गए हैं। यहां ऑल सीजन टेंट सिटी बनाई गई है। यहां पर्यटक स्काईडाइविंग, हॉट एयर बैलूनिंग, पैरामोटरिंग, रिवर राफ्टिंग से लेकर जमीन, पानी और हवा पर आधारित एक्टिविटी कर सकते हैं।
होम स्टे ने गांवों की दिशा-दशा बदली
इसी के साथ एक इनोवेशन ग्रामीण पर्यटन मिशन के तहत किया गया है, इसमें 100 से ज्यादा गांवों में एक हजार होमस्टे बनाए जा रहे हैं। अभी 16 गांवों में बने 41 ग्रामीण होमस्टे सहित 305 से ज्यादा होमस्टे आतिथ्य की गर्मजोशी, आरामदायक आवास, स्थानीय व्यंजनों के स्वाद के साथ क्षेत्र के जीवंत लोक नृत्य और संगीत को पर्यटकों से रूबरू करा रहे हैं।
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