संजय गुप्ता, INDORE. भूमाफिया अरूण डागरिया ( Land mafia Arun Dagaria ), महेंद्र जैन, अतुल सुराणा पर लसूडिया थाने में दर्ज एफआईआर केवल एक मामला है, जिसमें रजिस्ट्री कराने के बाद प्लॉट नहीं देने की शिकायत है। इसी प्रिंसेस रियल एस्टेट कॉलोनी में डबल रजिस्ट्री कराने और रसीद पर सौदा करने के बाद राशि नहीं लौटाने या सौदा पूरा नहीं करने की भी शिकायतें है। पूरा घोटाला आज के भाव से करीब 25 करोड़ रुपए का है।
अभी यह 30 पीड़ित और बाकी है
- रहवासी संघ के अध्यक्ष वीरेंद्र पांधरीवाल ने बताया कि तीनों के खिलाफ हमने लंबे समय से थाने में आवेदन दिए हुए हैं, जिसमे अभी कुछ और मामले में जांच चल रही है।
- इन्होंने 6 प्लाट दो-दो लोगों को बेचे हैं और डबल रजिस्ट्री कराई है, इसमें 12 पीड़ित है
- वहीं 24-25 लोग वह है जिन्होंने सौदा किया, भुगतान किया, इसके बदले में रसीद भी है, लेकिन ना राशि लौटाई और ना ही सौदा पूरा किया गया।
इनके खिलाफ यह भी शिकायतें
प्रिंसेस स्टेट कॉलोनी रहवासी संघ ने यह भी शिकायतें इनके खिलाफ की है
- कॉलोनी में क्लब हाउस, बगीचे की जमीन बेचने की कोशिश कर रहे भूमाफिया
- दो जगह पर किसान के उत्तराधिकारी इनसे सांठगांठ कर जमीन पर दावा कर रहे हैं, जबकि प्लाट की रजिस्ट्री हो चुकी है।
- कॉलोनाइजर कैलाश अग्रवाल की जमीन पर जो रजिस्ट्री हुई, इसमें एक लाख रुपए प्रति प्लाट पैसा वसूला गया, यह दिलाया जाए।
- सर्वे नंबर 324 भी था, जिसे कॉलोनाइजर ने पारिवारिक नाम से ट्रांसफर करा लिया। इसे दिलाया जाए।
- बगीचे की जमीन पर प्लाट काटे, उसे फिर बगीचा बनाया जाए
इन पर 409 धारा भी लगी, गिरफ्तारी होना तय
अभी पुलिस ने प्रेमेंद्र पटेल व 23 अन्य यानि कुल 24 शिकायतकर्ताओं की शिकायत पर फैनी कंस्ट्रक्शन कंपनी के अरूण डागरिया, महेंद्र सैन व वीटेक मार्कोन कंपनी के अतुल सुराणा पर धारा 420, 409, 120बी और 34 में केस दर्ज किया है। इसमें धारा 409 घातक है, इसमें सात साल से अधिक की सजा है, यानि गिरफ्तारी होगी और जमानत की राह इतनी आसान नहीं होने वाली है। यह शिकायत रजिस्ट्री होने के बाद भी प्लॉट नहीं दिए जाने को लेकर थी। यानि अभी डबल रजिस्ट्री और सौदा कर राशि लेने के बाद भी प्लाट नहीं देने या राशि नहीं लौटाने का मामला अभी भी पुलिस जांच में हैं।
चार साल पहले भी गिरफ्तार हो चुका 30 हजार का ईनामी डागरिया
डागरिया पर यह पहला मामला नहीं है, कई थानों में इसके खिलाफ शिकायतें हैं। चार साल पहले भी भू माफिया के खिलाफ चले अभियान में तेजाजी नगर थाने में दर्ज सेटेलाइट वैली टाउनशिप संबंधी एक केस में यह लंबे समय तक फरार रहा बाद में इस पर 30 हजार का ईनाम भी घोषित किया गया। बाद में दिल्ली से क्राइम ब्रांच ने इसे गिरफ्तार किया और लंबे समय तक जेल में रहा। महेंद्र जैन भी लंबे समय तक फरार रहा। सुराणा के खिलाफ भी कई जगह शिकायतें हैं। डागरिया द्वारा करीब 8 करोड़ का बैंक लोन नहीं चुकाने से बंगले की कुर्की भी हो चुकी है। तुकोगंज थाने में भी शिकायतें हैं।
कलेक्टर भी करवा रहे हैं जांच
वहीं इसी कॉलोनी के कुछ सर्वे नंबर पर पड़ोस की कॉलोनी के ही सर्वे नंबर से चल रहे विवाद को लेकर भी शिकायतें कलेक्टर के पास पहुंची है, यह भी शिकायत है कि प्रिंसेस कॉलोनी में कोई विकास काम बिल्डर ने पूरे नहीं किए हैं। इनकी भी जांच कलेक्टर एसडीएम रोशनी वर्धमान, धनराज धनगर की टीम से करवा रहे हैं। इसमें रहवासी संघ के पटवारी संजय श्रीवास्तव द्वारा गलत सीमांकन का खेल करने के आरोप है।