पवन सिलावट@RAISEN. रायसेन जिले में तीन माह से आदमखोर बाघ का आतंक जारी है। अब वन प्रभाग के पूर्वी क्षेत्र में 62 साल के व्यक्ति का आधा खाया हुआ शव मिलने के बाद वन विभाग सकते में आ गया। वन अधिकारियों ने जिले के 36 गांवों में रेड अलर्ट जारी कर दिया है। राजधानी भोपाल और रायसेन के जंगलों में टाइगर के होने से दहशत बनी हुई है। अब बाघ की तलाश में वन विभाग बाघ की खोज में भीषण गर्मी में जंगलों की खाक छान रहा हैं, लेकिन विभाग के कर्मचारियों के पास बाघ या अन्य जानवर से सुरक्षा के लिए कोई हथियार नहीं है। वनकर्मियों के बगैर हथियार जंगल में सर्चिंग करने का वीडियो वायरल हो रहा है।
आदमखोर बाघ ने किया था बुजुर्ग का शिकार
राजधानी भोपाल और रायसेन की सीमा में बुजुर्ग को मारकर खा जाने वाला किलर टाइगर अब भी वन विभाग की पहुंच से दूर है। वन विभाग ने रेड अलर्ट जारी करते हुए ग्रामीणों से कहा गया है कि जब तक टाइगर पकड़ा न जाए तब तक जंगलों में न जाएं।
ये खबर भी पढ़ें.. मेदांता अस्पताल की खुली लूट , एस्टीमेट 5 लाख का, बिल बना दिया 21 लाख 88 हजार का
सुरक्षा के लिए वनकर्मियों के पास नहीं कोई हथियार
आदमखोर टाइगर की खोज वन विभाग लगातार जंगल में सर्चिंग कर रहा है। बाघ ने वन विभाग के अधिकारियों को परेशान कर दिया है। चिलचिलाती गर्मी में टाइगर की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। उसके पीछे बड़ी संख्या कर्मचारियों को लगाया गया है। जंगल में सर्चिंग कर रहे वनकर्मियों के हाथों में न कोई हथियार और न ही कोई संसाधन है जिससे वह आदमखोर बाघ से अपनी रक्षा कर सके। वहीं इस टाइगर को रेस्क्यू करना बेहद जरूरी हो गया है। क्योकि जंगलों के पास बसे गांव के ग्रामीण डर के साए में जीवन जीने को मजबूर हैं।
कार्यप्रणाली पर उठे सवाल
वनकर्मियों का बिना हथियार के जंगल में बाघ को पकड़ने के लिए जारी सर्चिंग का वीडियो सामने आने के बाद सुरक्षा से जुड़े कई सवाल उठे हैं। अगर वन विभाग के पास पर्याप्त संसाधन नहीं है तो आदमखोर बाघ का रेस्क्यू कैसे होगा। और बाघ से ग्रामीणों की सुरक्षा कैसे की जाएगी।
thesootr links
रायसेन में बाघ का आतंक, वन विभाग रायसेन, बगैर हथियार जंगल गए वनकर्मी, रायसेन न्यूज, tiger terror in raisen
Forest Department Raisen, Forest workers went to the forest without weapons, Raisen News