मध्य प्रदेश के दमोह के मिशन अस्पताल में 7 मरीजों की मौत के आरोपी डॉ. नरेंद्र यादव उर्फ एनजॉन केम के तीन अलग-अलग नाम से पासपोर्ट मिले हैं। एक पासपोर्ट, जिसकी वैधता खत्म हो चुकी है, पर उसका नाम नरेंद्र यादव था। इसके अलावा आरोपी ने दो और पासपोर्ट बनवाए जिनमें उसका नाम नरेंद्र विक्रमादित्य और एनजॉन केम लिखा है।
इनमें से एक की वैधता 15 अप्रैल 2025 तक है जबकि दूसरे पासपोर्ट की वैधता 2027 तक है। ये पासपोर्ट भोपाल और ग्वालियर से बने होने की जानकारी मिली है। पासपोर्ट आरोपी डॉक्टर के प्रयागराज स्थित निवास से मिले हैं। पुलिस ने पासपोर्ट जब्त कर लिये हैं। इसके साथ पुलिस को इससे जुड़े कुछ मोनो और सील भी मिली हैं।
खास बात यह है कि इन पासपोर्ट से आरोपी डॉक्टर ने कई बार विदेश यात्राएं भी कर ली। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि आखिर ये दो पासपोर्ट बने कैसे? आरोपी के नाम से विदेश में कंपनी होने की भी बात सामने आयी है। इसकी जानकारी जुटाने में पुलिस लगी हुई है। एसपी कार्यालय ने इसके लिए पत्र भी लिखे हैं। पुलिस ने मिशन अस्पताल की कैथलैब को लेकर भी डिटेल में रिपोर्ट मांगी है। इसके बाद एफआईआर में और भी नाम जोड़े जा सकते हैं।
पुलिस कर रही फर्जी डॉक्टर के मोबाइल की जांच
गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने आरोपी डॉक्टर का मोबाइल जब्त कर लिया है। यह अभी तक चालू है और पुलिस मोबाइल पर आने वाले मैसेजों का जवाब भी दे रही। आरोपी डॉक्टर नरेंद्र यादव के वकील सचिन नायक ने बताया कि दो दिन पहले उन्होंने डॉक्टर के मोबाइल पर संदेश भेजा था कि कोर्ट की सुनवाई के दौरान वो दमोह आ रहे हैं। इस पर ओके लिखा हुआ रिप्लाई मिला था। माना जा रहा है कि आरोपी डॉक्टर के संपर्क में लोगों की जानकारी हासिल करने के लिए पुलिस उसका मोबाइल ऑपरेट कर रही है।
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नहीं मिली जमानत
आरोपी डॉक्टर 17 अप्रैल तक पुलिस रिमांड में है। अभी उससे एसआईटी पूछताछ कर रही है। 13 अप्रैल को यादव के अधिवक्ता ने जमानत याचिका लगाई थी, जिसको कोर्ट ने मानने से इनकार कर दिया और आरोपी की चार दिन के लिए ओर पुलिस रिमांड बढ़ा दी गई। एसआईटी पूछताछ पूरी होने के बाद 17 अप्रैल को आरोपी डॉक्टर को कोर्ट में फिर पेश किया जाएगा।
कैसे सामने आया मामला
फर्जी डॉक्टर का खुलासा उस समय हुआ जब कृष्णा पटेल नाम के व्यक्ति ने हार्ट ऑपर्टेशन के नाम पर धोकधादी का आरोप लगाते हुए इसकी शिकायत मानव अधिकार आयोग में की थी। उसने शिकायत में कहा था कि डॉक्टर की पहचान फर्जी है। डॉक्टर के आधार कार्ड पर उसके माता-पिता का नाम और पता भी गलत लिखा है। fake doctor | cardiologist | Passport | fraud | डॉ. नरेंद्र यादव दमोह
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