मध्यप्रदेश के गांधीसागर अभयारण्य के नीमच जिले वाले क्षेत्र में स्थित ग्राम चेनपुरिया, रावलीकुडी के में सूखी घास में आग लग गई है। ये आग तेजी से फैलते हुए जंगल को अपनी चपेट में ले रही है। चिंता की बात यह है कि चीता प्रोजेक्ट के लिए बनाए गए बाड़े भी इसी क्षेत्र में है। नीमच कलेक्टर के निर्देश पर अनुविभागीय अधिकारी मनासा और भानपुरा से फायर बिग्रेड भी मौके पर पहुंचीं है।
आग बुझाने में जुटे वन विभाग के कर्मचारी
गांधीसागर अभयारण्य के नीमच जिले के चेनपुरिया और रावलीकुडी गांव में सूखी घास में लगी आग तेजी से बढ़ रही है। इस इलाके में धुआं ही धुआं दिखाई दे रहा है। आग बुझाने के लिए वन विभाग के कर्मचारी जुटे हुए हैं। वन परिक्षेत्र गरोठ, भानपुरा, मंदसौर, रामपुरा, मनासा के साथ-साथ गांधीसागर पूर्व और पश्चिम गेम रेंज के अधिकारी भी इसमें शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, अधीक्षक और उपवनमण्डल अधिकारी भी आग बुझाने में सहयोग कर रहे हैं।
ग्रामीण भी आग बुझाने में कर रहे हैं मदद
नीमच कलेक्टर के निर्देश पर अनुविभागीय अधिकारी मनासा के मार्गदर्शन में फायर बिग्रेड की टीम भी मौके पर पहुंच चुकी है। मनासा और भानपुरा के फायर ब्रिगेड कर्मचारियों ने आग पर काबू पाने के लिए काम शुरू कर दिया है। इसके अलावा, रावलीकुडी, बुज और आसपास के गांवों के ग्रामीण भी आग बुझाने में अपनी मदद दे रहे हैं।
गांधीसागर अभयारण्य में भी चीते बसाने की योजना
यह इलाका अभयारण्य के चेनपुरिया गांव (रावलीकुड़ी) में आता है। आग की सूचना के बाद वन अधिकारी और कर्मचारी मौके पर पहुंच गए हैं। ग्रामीणों की मदद से आग बुझाने की कोशिश की जा रही है। श्योपुर के कुनो नेशनल पार्क के बाद अब मंदसौर जिले के गांधीसागर अभयारण्य में चीता प्रोजेक्ट के तहत चीते बसाने की योजना है। यहां जोरशोर से इसकी तैयारी भी चल रही है।
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