गुना बस हादसे के बाद निलंबित आरटीओ रवि बरेलिया बहाल, बस मालिक को भी राहत

गुना जिले में दिसंबर 2023 को हुए दर्दनाक बस हादसे के एक साल बाद आरटीओ अधिकारी बरेलिया की बहाली हो गई है। वहींं बस मालिक के खिलाफ पुलिस ने धोखाधड़ी की धाराओं को हटाकर पेश किया चालान।

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Rohit Sahu
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MP News: गुना में 27 दिसंबर 2023 को हुए दर्दनाक बस और डंपर की टक्कर में 13 लोगों की जान चली गई थी। इस हादसे के बाद, दोषी पाए गए आरटीओ अधिकारी रवि बरेलिया को 28 दिसंबर 2023 को निलंबित कर दिया गया था। हालांकि, एक साल बाद अब राज्य शासन ने छानबीन समिति की अनुशंसा पर बरेलिया को बहाल कर दिया है। बहाली के बाद बरेलिया को परिवहन आयुक्त कार्यालय, ग्वालियर में तैनात किया गया है, जबकि उनके खिलाफ विभागीय जांच जारी रहेगी। निलंबन अवधि का निर्णय जांच के अंतिम निष्कर्ष के बाद लिया जाएगा।

जांच में लगा 1 साल, अब किया बहाल 

राज्यपाल के नाम से जारी आदेश में सचिव मनीष सिंह ने बताया कि ग्वालियर संभाग के आयुक्त ने 30 जनवरी 2024 को बरेलिया को आरोप पत्र सौंपा था। इसके बाद 8 फरवरी 2024 को बरेलिया ने जवाब दिया। 11 मार्च 2024 को बरेलिया ने राज्य शासन में निलंबन के खिलाफ अपील की थी, जबकि 18 अप्रैल 2024 को परिवहन आयुक्त से अभिमत मांगा गया था। इसके बाद 2 अगस्त 2024 को छानबीन समिति ने रवि बरेलिया की बहाली की अनुशंसा की।

पुलिस द्वारा पेश किया गया चालान

दूसरी ओर, इस दुर्घटना (Guna bus accident) के एक साल बाद 4 अप्रैल 2025 को पुलिस ने कोर्ट में 353 पन्नों का चालान पेश किया है। इस चालान में पुलिस ने बस मालिक के खिलाफ धोखाधड़ी और फर्जी दस्तावेजों की धाराएं हटा दी हैं। हालांकि, शुरुआती जांच में यह सामने आया था कि बस के चेसिस नंबर में भी गड़बड़ी की गई थी। इसके बावजूद, पुलिस ने क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (RTO) ग्वालियर और फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (FSL) की रिपोर्ट के आधार पर यह फैसला लिया कि इन धाराओं को हटाना उचित है।

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क्या था गुना बस हादसा 

27 दिसंबर 2023 की रात गुना जिले के सेमरी घाटी में सिकरवार ट्रैवल्स की बस (MP08 P 0199) डंपर से टकराकने से आग लग गई। हादसे में 11 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि ड्राइवर समेत 2 अन्य ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। बस में कुल 30 सवारियां थीं। राहत कार्य के दौरान 9 शव निकाले गए, जिनमें 7 शव बुरी तरह एक-दूसरे से चिपके थे। शवों की पहचान तीन दिन बाद DNA जांच से संभव हो पाई।

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