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कंप्यूटर बाबा मध्यप्रदेश के ग्वालियर पहुंचे, जहां पर उन्होंने साधु-संतों के साथ मिलकर गौ रक्षा के लिए धन संग्रह किया। इसके अलावा, नवरात्रि में मांस बिक्री पर रोक लगाने की मांग की। उन्होंने गरबा पंडालों में गैर-हिंदुओं के प्रवेश पर प्रतिबंध और गौ माता को 'राजमाता' का दर्जा देने की भी वकालत की। साथ ही, 14 अक्टूबर को भोपाल में होने वाले प्रदर्शन के लिए भी उन्होंने सहायता राशि जुटाई।
गरबा पंडालों में गैर-हिंदुओं का प्रवेश हो बंद
बाबा ने इस दौरान गरबा पंडालों में गैर-हिंदुओं के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने की मांग की। उनका कहना था कि गरबा एक हिंदू धर्म से जुड़ा पारंपरिक उत्सव है, और इसमें केवल हिंदू धर्म के अनुयायियों को ही भाग लेने का अधिकार होना चाहिए। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि यह एक धार्मिक और सांस्कृतिक मामला है, जिसे धर्म से बाहर के लोग नहीं समझ सकते।
धर्मांतरण पर भी जताई चिंता
बाबा ने धर्मांतरण के मुद्दे पर भी चिंता जताई। उनका कहना था कि समाज में धर्मांतरण की प्रवृत्ति को रोकने की आवश्यकता है, ताकि धार्मिक असंतुलन न हो और भारतीय समाज की सांस्कृतिक एकता बनी रहे।
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नवरात्रि में मांस बिक्री पर रोक की मांग
इस दौरान, कंप्यूटर बाबा ने नवरात्रि के पवित्र अवसर पर मांस की बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की मांग की। उनका मानना था कि नवरात्रि शुद्धता और श्रद्धा का प्रतीक है, और इस दौरान मांसाहार की बिक्री नहीं होनी चाहिए। उन्होंने नवरात्रि में मांसाहार को बढ़ावा देने को धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से गलत बताया।
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गौमाता को 'राजमाता' का दर्जा देने की वकालत
कंप्यूटर बाबा ने गौ माता को 'राजमाता' का दर्जा देने की मांग भी की। उनका कहना था कि गौ माता को यह सम्मान मिलना चाहिए, क्योंकि वह न केवल सनातन धर्म के लिए महत्वपूर्ण हैं, बल्कि भारतीय संस्कृति और समाज में भी उनका योगदान अत्यधिक है। उन्होंने सरकार से गौ माता के प्रति अपनी नीति को मजबूत करने और उन्हें विशेष दर्जा प्रदान करने की अपील की।
आगामी प्रदर्शन के लिए जुटाई गई राशि
बाबा ने 14 अक्टूबर को भोपाल में गौ रक्षा और बूचड़खानों के खिलाफ प्रदर्शन की जानकारी दी। प्रदर्शन के लिए ग्वालियर में धन जुटाया गया है। इसका उद्देश्य आंदोलन को सफल बनाना है। उन्होंने सभी राजनीतिक दलों और सनातन धर्म के अनुयायियों से अभियान में शामिल होने की अपील की है।
राजनीति पर बाबा की चुप्पी
कंप्यूटर बाबा ने इस अवसर पर मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और कमलनाथ के हालिया बयानों पर कोई टिप्पणी नहीं की। उन्होंने इसे अपने अभियान से अलग रखा और केवल गौ रक्षा और सनातन धर्म के मुद्दों पर ही ध्यान केंद्रित किया।
कंप्यूटर बाबा निकालेंगे गौ न्याय यात्रा
इससे पहले कंप्यूटर बाबा ने जबलपुर में कहा था कि वे 7 से 14 अक्टूबर तक 'गौ न्याय यात्रा' निकालेंगे। यात्रा का उद्देश्य गौ माता को राष्ट्रीय दर्जा दिलाना और सरकार का ध्यान आकर्षित करना है। यात्रा 7 अक्टूबर को होशंगाबाद से शुरू होकर 14 अक्टूबर को मुख्यमंत्री निवास, भोपाल पहुंचेगी, जहां एक ज्ञापन सौंपा जाएगा। बाबा ने भी कहा था कि यात्रा में हजारों गौमाताएं शामिल होंगी, जिनके सींगों पर आवेदन और निवेदन पत्र लगाए होंगे। इन गौमाताओं के लिए ट्रकों में चारा और पानी की व्यवस्था की जाएगी। इसके लिए एक पत्र तैयार किया गया है और सहयोग लिया जा रहा है।