MP करेगा ताज की हिफाजत: ग्वालियर अंचल में आएगा आगरा का चमड़ा और चूड़ी उद्योग!

ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में उद्योगों को आकर्षित करने के लिए मप्र सरकार अक्टूबर में आगरा के उद्योगपतियों के साथ बैठक करेगी। ताज ट्रैपेजियम जोन के प्रतिबंधों के कारण आगरा और आसपास के उद्योग अब ग्वालियर-चंबल अंचल की ओर रुख कर रहे हैं। सरकार इसे व्यवस्थित रूप देने की तैयारी में है...

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Pratibha ranaa
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ग्वालियर (Gwalior) और चंबल संभाग (Chambal Region) में उद्योगों को आकर्षित करने के लिए मप्र सरकार ने एक नई पहल की है। ताजमहल (Taj Mahal) के संरक्षण के लिए लागू ताज ट्रैपेजियम जोन (Taj Trapezium Zone - TTZ) के प्रतिबंधों के कारण, ताज से 120 किलोमीटर की सीमा के अंदर कई उद्योगों पर विस्तार और नए निवेश की रोक है। इस स्थिति का लाभ उठाने के लिए आगरा और आसपास के उद्योग ग्वालियर-चंबल अंचल की ओर रुख कर रहे हैं।

अक्टूबर में आगरा जाएगी टीम

अक्टूबर महीने में मध्यप्रदेश इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कार्पोरेशन (Madhya Pradesh Industrial Development Corporation - MPIDC) और अन्य विभागों की एक टीम आगरा का दौरा करेगी। इस टीम में शामिल अधिकारी आगरा के उद्योगपतियों और विभिन्न औद्योगिक संगठनों से मुलाकात करेंगे। इस बैठक में उन उद्योगों की संभावनाओं पर चर्चा होगी, जिन्हें ग्वालियर और चंबल क्षेत्र में स्थानांतरित किया जा सकता है।

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फुटवियर, चमड़ा, कांच-चूड़ी उद्योगों की संभावनाएं

आगरा (Agra), मथुरा (Mathura), फिरोजाबाद (Firozabad) और एटा (Etah) के प्रमुख उद्योग क्षेत्रों में फुटवियर, चमड़ा, कांच-चूड़ी और प्लास्टिक से संबंधित बड़े उद्योग आते हैं। ताज ट्रैपेजियम जोन की सीमाओं के कारण इन उद्योगों का विस्तार और नए उद्योगों का निवेश रुक गया है। इसलिए, अब ये उद्योग ग्वालियर अंचल में अपनी इकाइयां स्थापित करने की योजना बना रहे हैं। पिछले महीने रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव (Regional Industry Conclave) में आगरा के उद्योगपतियों ने मप्र के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव (Dr. Mohan Yadav) से मुलाकात कर इस विषय पर चर्चा की थी।

3 दिन की बैठक और निवेश चर्चा

मप्र से जाने वाली टीम आगरा में 3 दिनों तक रुकेगी। इस दौरान टीम उद्योगपतियों और औद्योगिक संगठनों से बैठक करेगी। इस बैठक में वहां के उद्योगों के नियमों को समझा जाएगा और मप्र के औद्योगिक नियमों की जानकारी दी जाएगी। टीम यह भी देखेगी कि ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में किस प्रकार के उद्योगों को स्थापित किया जा सकता है, ताकि प्रदूषण और अन्य नियमों का पालन किया जा सके। इसके अलावा, उद्योगपतियों से निवेश प्रस्ताव लिए जाएंगे ताकि यह स्पष्ट हो सके कि कितने उद्योग यहां निवेश करने के लिए तैयार हैं।

आगरा दौरे की तैयारी अंतिम चरण में

अक्टूबर में होने वाले आगरा दौरे की तैयारी अपने अंतिम चरण में है। इस दौरे में मप्र के अधिकारी आगरा के उद्योगपतियों और औद्योगिक संगठनों के साथ निवेश के अवसरों पर चर्चा करेंगे। आगरा के बड़े उद्योगों का रुख ग्वालियर-चंबल क्षेत्र की तरफ मोड़ने की योजना पर तेजी से काम किया जा रहा है।

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