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केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी भारतमाला परियोजना के तहत हैदराबाद-इंदौर एक्सप्रेसवे का निर्माण हो रहा है। यह एक्सप्रेसवे इस साल के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है। एक्सप्रेसवे इंदौर से बड़वाह, बुरहानपुर, इच्छापुर और महाराष्ट्र के अकोला होते हुए हैदराबाद पहुंचेगा। भारतमाला परियोजना का मुख्य उद्देश्य देश के राजमार्ग बुनियादी ढांचे में सुधार करना है।
तेलंगाना और मध्य प्रदेश के बीच यात्रा में कमी
हैदराबाद-इंदौर एक्सप्रेसवे से तेलंगाना (Telangana) और मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के बीच यात्रा का समय काफी कम हो जाएगा। यह परियोजना क्षेत्रीय संपर्क को मजबूत करेगी। इससे महाराष्ट्र (Maharashtra) को भी लाभ होगा। एक्सप्रेसवे के बन जाने से हैदराबाद और इंदौर के बीच की दूरी 150 किलोमीटर कम हो जाएगी। यात्रा का समय मौजूदा 18 घंटे से घटकर सिर्फ 10 घंटे रह जाएगा। इससे यात्रा में कुल आठ घंटे की बचत होगी।
नितिन गडकरी ने किया परियोजना का निरीक्षण
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने जनवरी में इंदौर-हैदराबाद हाई-स्पीड कॉरिडोर के निर्माणाधीन 33 किलोमीटर के खंड का हवाई निरीक्षण किया। उन्होंने परियोजना की प्रगति की समीक्षा की। गडकरी ने इस खंड का हवाई निरीक्षण इंदौर के तेजाजी नगर और खरगोन जिले के बलवाड़ा के बीच किया। अधिकारियों के मुताबिक, इस खंड का निर्माण दिसंबर तक पूरा होने की उम्मीद है।
सुरंगों से सफर होगा सुगम
इस 33 किलोमीटर लंबे खंड में तीन सुरंगों का निर्माण किया जा रहा है, जो दुर्गम पहाड़ी क्षेत्रों में यातायात को आसान बनाएंगे। इन सुरंगों के बनने से मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) से महाराष्ट्र (Maharashtra) होते हुए तेलंगाना (Telangana) तक यातायात अधिक सुगम हो जाएगा।
नए आर्थिक अवसरों की संभावना
हैदराबाद-इंदौर एक्सप्रेसवे दो प्रमुख शहरों के बीच एक महत्वपूर्ण संपर्क का काम करेगा। इससे निवेश आकर्षित होगा और नए आर्थिक अवसर खुलेंगे। साथ ही तेज और विश्वसनीय परिवहन पर निर्भर उद्योगों और व्यवसायों को भी फायदा होगा। साथ ही, यह परियोजना क्षेत्रीय पर्यटन को भी बढ़ावा देगी।
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