एमपी मंडला जिले की बिछिया सीट से विधायक नारायण सिंह पट्टा के IAS पर लगाए आरोप झूठे निकले हैं। विधायक ने परिवार के साथ दुर्व्यवहार और धक्का मुक्की करने के आरोपों में ट्रेनी आईएएस अधिकारी एसडीएम आकिब खान को क्लीन चिट दे दी गई है। विधानसभा में सरकार द्वारा दिए गए लिखित उत्तर में यह स्पष्ट किया गया कि जांच दल ने पाया कि ऐसी कोई घटना घटी ही नहीं थी।
झूठे निकले विधायक के आरोप
जबलपुर संभागायुक्त से मामले की जांच कराई गई थी, जिसमें एसडीएम खान को निर्दोष पाया गया। रिपोर्ट में कहा गया कि एसडीएम ने विधायक की मां, भाई और बहू के साथ कोई अभद्रता या धक्का-मुक्की नहीं की। इस रिपोर्ट के आधार पर सरकार ने उनके खिलाफ कोई कार्रवाई न करने का निर्णय लिया।
विधायक ने लगाए थे ये आरोप
कांग्रेस विधायक नारायण सिंह पट्टा ने आरोप लगाया था कि एक युवक, जो गांव में गौशाला निर्माण के लिए जेसीबी से खुदाई कर रहा था, एसडीएम को देखकर डरकर उनके पैतृक घर में छिप गया। एसडीएम खान ने उस युवक का पीछा किया और घर में घुसकर उसके साथ मारपीट की। इस दौरान विधायक की वृद्ध मां और बहू के साथ भी धक्का-मुक्की का आरोप लगाया गया।
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जांच रिपोर्ट ने किया आरोपों को खारिज
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एसडीएम आकिब खान द्वारा किसी भी प्रकार की अभद्रता नहीं की गई।
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विधायक के आरोपों की पुष्टि नहीं हुई।
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इस मामले में आईएएस अधिकारी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होगी।
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विधानसभा में सरकार का जवाब
जब यह मामला विधानसभा में उठा, तो सरकार ने स्पष्ट किया कि विधायक द्वारा 2 फरवरी को मुख्य सचिव को शिकायत भेजी गई थी। इसके बाद जबलपुर संभागायुक्त से जांच रिपोर्ट और उनकी राय मांगी गई। रिपोर्ट आने के बाद यह निष्कर्ष निकाला गया कि कोई अप्रिय घटना नहीं हुई थी और एसडीएम खान निर्दोष हैं।
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