अवैध क्लीनिक पर प्रशासन की बड़ी कार्रवाई, भर्ती मरीजों को ताला लगाकर छत से भागा फर्जी डॉक्टर

एमपी प्रशासन ने आलीराजपुर में एक अवैध क्लीनिक पर छापा मारा है। यहां एक फर्जी डॉक्टर मरीजों का बिना डिग्री के इलाज कर रहा था। वहीं छापे के दौरान फर्जी डॉक्टर मरीजों को बंद कर भाग गया।

author-image
Amresh Kushwaha
New Update
illegal-clinic-raided-fake-doctor
Listen to this article
0.75x 1x 1.5x
00:00 / 00:00

आलीराजपुर के चंद्रशेखर आजाद नगर में सोमवार (21 जुलाई) को एक अवैध क्लीनिक पर प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की। इस दौरान एक फर्जी डॉक्टर मरीजों को अंदर बंद कर छत से फरार हो गया। प्रशासन ने ताला काटकर अंदर फंसे मरीजों को बाहर निकाला और उन्हें सरकारी अस्पताल भेजा। यह घटना स्वास्थ्य क्षेत्र में अवैध डॉक्टरी प्रैक्टिस और मरीजों की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता को दिखाती है।

छापा पड़ते ही भागा फर्जी डॉक्टर

दाहोद रोड पर स्थित क्लीनिक का संचालन पंकज चौहान नामक एक फर्जी डॉक्टर कर रहा था। जैसे ही पंकज चौहान को प्रशासन के आने की भनक लगी, उसने ताला लगवा लिया और क्लीनिक के छत के रास्ते फरार हो गया। इस दौरान क्लीनिक में भर्ती मरीजों को अंदर बंद कर दिया गया था। प्रशासनिक टीम ने ताला काटकर करीब डेढ़ घंटे बाद अंदर घुसकर मरीजों को बाहर निकाला और उन्हें सरकारी अस्पताल भेजा।

ये खबर भी पढ़िए...एमपी में BA पास कर रहे मरीजों का इलाज, स्वास्थ्य विभाग ने क्लीनिकों पर चला दिया चाबुक

धुले हुए आईवी सेट और दवाइयां किए गए जब्त

प्रशासन ने जब क्लीनिक में तलाशी ली तो कई चौंकाने वाली चीजें सामने आईं। क्लीनिक में धुले हुए आईवी सेट मिले, जो सूख रहे थे। इससे यह अंदेशा हुआ कि पंकज चौहान इन आईवी सेट्स का बार-बार उपयोग करता था। इससे मरीजों की जान भी खतरे में थी। इसके अलावा, प्रशासन ने एलोपैथिक दवाइयां और सिरिंज भी जब्त कीं।

अवैध क्लीनिक पर प्रशासन की कार्रवाई मामले पर एक नजर...

  • 21 जुलाई को आलीराजपुर के चंद्रशेखर आजाद नगर में प्रशासन ने एक अवैध क्लीनिक पर छापा मारा, जहां फर्जी डॉक्टर पंकज चौहान ने मरीजों को अंदर बंद कर छत से फरार होने की कोशिश की।

  • प्रशासन ने ताला काटकर फंसे हुए मरीजों को बाहर निकाला और उन्हें सरकारी अस्पताल भेजा, क्योंकि उनका इलाज खतरनाक था।

  • क्लीनिक में धुले हुए आईवी सेट्स और एलोपैथिक दवाइयां मिलीं, जिससे यह संकेत मिला कि पंकज चौहान बार-बार इनका इस्तेमाल करता था, जिससे मरीजों की जान खतरे में थी।

  • कलेक्टर डॉ. अभय अरविंद बेडेकर ने कहा कि अवैध क्लीनिकों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है और यदि इन्हें बंद नहीं किया गया तो FIR दर्ज की जाएगी।

  • जिले के विभिन्न स्थानों पर भी अवैध क्लीनिकों के खिलाफ कार्रवाई की गई है, जिसमें जोबट, सोंडवा, कट्ठीवाड़ा और आलीराजपुर शामिल हैं।

मरीजों को भेजा गया अस्पताल

इस कार्रवाई में प्रशासन ने कुल 7 से 8 मरीजों को बाहर निकाला और उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा। इन मरीजों को तुरंत इलाज की आवश्यकता थी, क्योंकि पंकज चौहान के जरिए किया गया इलाज खतरनाक था।

ये खबर भी पढ़िए...डॉक्टर का क्लीनिक सील, महाकुंभ के श्रद्धालु की शिकायत पर प्रशासन का एक्शन, जानें मामला

अवैध क्लीनिकों के खिलाफ कार्रवाई जारी

कलेक्टर डॉ. अभय अरविंद बेडेकर ने कहा कि जिला प्रशासन ग्रामीणों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। अवैध क्लीनिकों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि अगर अवैध क्लीनिकों को बंद नहीं किया गया तो FIR दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।

कलेक्टर ने यह भी बताया कि जिले में कई अन्य स्थानों पर भी अवैध क्लीनिकों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। जोबट तहसील में 5, चंद्रशेखर आजाद नगर में 3, सोंडवा में 2, आलीराजपुर में 3 और कट्ठीवाड़ा में 1 क्लीनिक पर कार्रवाई की गई है।

thesootr links

सूत्र की खबरें आपको कैसी लगती हैं? Google my Business पर हमें कमेंट के साथ रिव्यू दें। कमेंट करने के लिए इसी लिंक पर क्लिक करें

अगर आपको ये खबर अच्छी लगी हो तो 👉 दूसरे ग्रुप्स, 🤝दोस्तों, परिवारजनों के साथ शेयर करें📢🔃🤝💬👩‍👦👨‍👩‍👧‍👧👩

फर्जी क्लीनिक | आईएएस अभय अरविंद बेडेकर | MP News

MP News मध्यप्रदेश सरकारी अस्पताल आलीराजपुर आईएएस अभय अरविंद बेडेकर फर्जी क्लीनिक अवैध क्लीनिक