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मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर में स्वास्थ्य विभाग ने अवैध और फर्जी क्लीनिकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है। इस कार्रवाई के दौरान, पिछले दो दिनों में छह क्लीनिकों को सील कर दिया गया, जो बिना किसी पंजीकरण के चलाए जा रहे थे। इन क्लीनिकों में कुछ लोग चिकित्सा कार्य कर रहे थे। इनके पास आवश्यक योग्यता नहीं थी, जैसे कि बीए पास और अन्य संबंधित डिग्रियां, जबकि वे एलोपैथिक उपचार दे रहे थे।
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जानें कैसे हुआ अवैध क्लीनिकों का खुलासा
स्वास्थ्य विभाग के जरिए की गई जांच में पाया गया कि इन क्लीनिकों का किसी भी चिकित्सा पंजीकरण कार्यालय में कोई रजिस्ट्रेशन नहीं था। जांच में यह भी सामने आया कि कई चिकित्सक बिना उपयुक्त योग्यता के मरीजों का इलाज कर रहे थे। इससे मरीजों की सेहत को खतरा था। विभाग ने सख्त कार्रवाई करते हुए इन अवैध क्लीनिकों को सील कर दिया। साथ ही दोषी चिकित्सकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी।
सील किए गए क्लीनिक
सील किए गए क्लीनिकों और दोषी डॉक्टरों की सूची में कुछ नाम प्रमुख हैं, जैसे:
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डॉ. हनीफ खान (BHMS): शंकरपुर में उनका क्लीनिक था, जिसमें एलोपैथिक उपचार दिया जा रहा था। उनके पास CMHO कार्यालय में कोई पंजीकरण नहीं था।
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डॉ. राहुल सेंगर (BSc नर्सिंग): इनका क्लीनिक किशन बाग, बहोड़ापुर खोज में था, जहां वे एलोपैथिक इलाज कर रहे थे। इनका भी कोई पंजीकरण नहीं था।
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संतोष सिंह राणा (BA): शंकरपुर में दांतों का इलाज कर रहे थे, जबकि उनके पास बीए डिग्री थी, जो चिकित्सा कार्य के लिए पर्याप्त नहीं थी।
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डॉ. कान्ति पंथ (BEMS): इन्हें एलोपैथिक इलाज करते हुए पकड़ा गया, जो उनके योग्यता से बाहर था।
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टी.के. विश्वास (RMP): सिकंदर कम्पू में एलोपैथिक इलाज करते हुए पाए गए, और इनके पास कोई पंजीकरण नहीं था।
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बृज किशोर प्रजापति (BHMS): सिकंदर कम्पू में ये एलोपैथिक और होम्योपैथिक दोनों तरह का इलाज कर रहे थे, और उनके पास भी कोई पंजीकरण नहीं था।
ग्वालियर में फर्जी क्लीनिक सील की खबर पर एक नजर...
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स्वास्थ्य विभाग ने दी चेतावनी
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) ने स्पष्ट किया कि बिना पंजीकरण और उचित योग्यता के चिकित्सा कार्य करना गैरकानूनी है। उन्होंने चेतावनी दी है कि ऐसे अवैध क्लीनिकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी। विभाग ने आम जनता से अपील की है कि वे केवल पंजीकृत और योग्य चिकित्सकों से ही इलाज कराएं। इसके साथ ही यह अभियान आगे भी जारी रहेगा, और जांच के बाद अन्य अवैध क्लीनिकों पर भी कार्रवाई की जाएगी।
अवैध क्लीनिकों के खिलाफ अभियान
स्वास्थ्य विभाग ने स्पष्ट किया है कि यह अभियान सिर्फ ग्वालियर तक सीमित नहीं रहेगा। विभाग का उद्देश्य पूरे राज्य में अवैध चिकित्सा पद्धतियों को समाप्त करना है। विभाग लगातार अवैध क्लीनिकों की सूची तैयार कर रहा है और इनके खिलाफ कार्रवाई की योजना बना रहा है। मरीजों की जान से खिलवाड़ करने वालों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा।
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- निशुल्क वैवाहिक विज्ञापन और क्लासिफाइग्वालियर में स्वास्थ्य विभाग ने 6 अवैध क्लीनिकों को सील किया, जहां BA पास लोग अवैध रूप से चिकित्सा उपचार कर रहे थे। विभाग ने सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है।ड देखने के लिए क्लिक करें
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