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MP News: 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने केंद्र सरकार को एक्शन मोड में ला दिया है। इस हमले में 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई, जिनमें से अधिकांश पर्यटक थे। रिपोर्ट्स के अनुसार, इस हमले के पीछे पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी संगठन का हाथ बताया जा रहा है।
छह दिन में 786 पाक नागरिकों ने छोड़ा भारत
हमले के बाद से सुरक्षा और कूटनीतिक दृष्टिकोण से भारत सरकार ने कई त्वरित फैसले लिए। इसी क्रम में पिछले छह दिनों में 786 पाकिस्तानी नागरिकों ने भारत को छोड़ा है। इनमें 55 राजनयिक, उनके आश्रित और सहायक कर्मचारी भी शामिल हैं, जो अटारी-वाघा सीमा के जरिए पाकिस्तान लौटे हैं।
अटारी बॉर्डर रहेगा खुला, पाक नागरिकों को राहत
1 मई से अटारी इंटरनेशनल बॉर्डर पर आमजन की आवाजाही और व्यापार पर रोक लगाई गई है। लेकिन भारत में वैध ट्रैवल वीजा और अन्य दस्तावेजों के साथ मौजूद पाकिस्तानी नागरिकों को फिलहाल राहत दी गई है। अगले आदेश तक वे अटारी सीमा से पाकिस्तान लौट सकते हैं।
आंकड़ों में देखें भारत-पाक आवाजाही का पूरा हाल
महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में सख्ती तेज
महाराष्ट्र में 55 पाकिस्तानी नागरिकों को अल्पकालिक वीजा (STV) पर रहने के दौरान देश छोड़ने का निर्देश दिया गया है। इनमें से 15 को पहले ही डिपोर्ट किया जा चुका है। मध्य प्रदेश में 228 पाक नागरिकों को वापस लौटने का आदेश जारी किया गया है, जो शॉर्ट टर्म वीजा पर राज्य में रह रहे थे।
MP में 9 बच्चों पर भी कन्फ्यूजन
मध्य प्रदेश पुलिस एक जटिल मानवीय मामले में उलझ गई है। राज्य में ऐसे 9 बच्चों की पहचान की गई है जिनके पिता पाकिस्तान से हैं जबकि मां भारत की नागरिक हैं। इन मामलों में 4 बच्चे इंदौर, 3 जबलपुर और 2 भोपाल के हैं। सभी बच्चे भारतीय मां और पाकिस्तानी पिता के हैं, जो भारत में रह रहे थे। पुलिस ने इन मामलों को लेकर केंद्र सरकार से स्पष्ट दिशा-निर्देश मांगे हैं। इस मुद्दे पर अंतिम फैसला केंद्र सरकार ही लेगी, क्योंकि यह नागरिकता और विदेशी नागरिकों से जुड़ा मसला है।
गुजरात में लॉन्गटर्म वीजा पर रहने वालों की निगरानी
गुजरात सरकार के गृह विभाग ने बताया कि राज्य में फिलहाल 438 पाकिस्तानी नागरिक लॉन्ग वीजा पर रह रहे हैं। इन पर नजर रखी जा रही है, लेकिन अभी डिपोर्टेशन का निर्देश जारी नहीं किया गया है। हालांकि राज्य में एक व्यापक ट्रैक एंड मॉनिटरिंग अभियान शुरू कर दिया गया है।
दक्षिण भारत में 600 पाक नागरिकों की पहचान
दक्षिण भारतीय राज्यों में करीब 600 पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान की गई है। इनमें से कुछ लॉन्ग टर्म वीजा (LTV) पर हैं, तो कुछ मेडिकल वीजा या बिजनेस वीजा पर।
- कर्नाटक में 108 पाकिस्तानी नागरिक चिन्हित किए गए हैं। इनमें से 88 ने भारतीय नागरिकों से शादी की है।
- केरल में 102 पाक नागरिक मौजूद हैं, जिनमें आधे मेडिकल वीजा पर आए हैं और बाकी व्यवसायिक उद्देश्यों से।
- हैदराबाद में 208 पाक नागरिक रह रहे हैं। जिसमें 156 – LTV, 13 – STV, 39 मेडिकल वीजा पर रहने वाले हैंं।
तमिलनाडु में डिपोर्टेशन की प्रक्रिया तेज
तमिलनाडु में 180 से 200 पाकिस्तानी नागरिक अल्पकालिक वीजा पर मौजूद हैं। राज्य सरकार ने इन सभी को तत्काल प्रभाव से भारत छोड़ने का निर्देश दिया है। इन लोगों में से अधिकतर मेडिकल वीजा पर राज्य में आए थे।
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जहां केंद्र सरकार ने मानवता के आधार पर पाक नागरिकों को सीमित राहत दी है, वहीं सुरक्षा के लिहाज से देशभर में डिपोर्टेशन की प्रक्रिया तेज कर दी गई है। अटारी सीमा से आने-जाने की अनुमति फिलहाल बनी रहेगी, लेकिन शॉर्ट टर्म वीजा पर रह रहे नागरिकों पर कार्रवाई जारी रहेगी। इसके अलावा राज्य सरकारें भी अपने राज्यों में पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान कर उन्हें देश छोड़ने के लिए बोल चुकी हैं।
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