INDORE. यूरेशियन ग्रुप प्लेनरी और वर्किंग ग्रुप मीटिंग में भारत ने बिना नाम लिए पाकिस्तान को घेरा। भारत ने क्रॉस बार्डर टेरेरिज्म का मुद्दा उठाया और इसके लिए हो रही फंडिंग पर भी चिंता जताई। साथ ही अलकायदा जैसे आतंकवादी संगठनों को किसी भी स्तर से होने वाली आर्थिक मदद को रोकने की जरूरत बताई, इसी से ही आतंकवाद रोक सकेगा।
BRTS पर BJP की यात्रा पर अधिकारियों की टालमटोल, नहीं हो रही कार्रवाई
इन मुद्दों पर हो रही है चर्चा
बैठक के दूसरे दिन मंगलवार को आतंकवाद की फंडिंग रोकने, मनी लॉन्ड्रिंग और साइबर अपराधों पर रोक लगाने के कंट्रोल को लेकर चर्चा हो रही है। ब्रिस्क एएमएल-सीएफटी (एंटी मनी लॉन्ड्रिंग और काउंटर फाइनेंसिंग ऑफ टेररिज्म) की बैठक भी होगी। बैठक में 180 देशों के प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं।
अतिरिक्त सचिव बोले भारत के कामों पर मुहर
अतिरिक्त सचिव केंद्र विवेक अग्रवाल ने मीडिया से चर्चा में कहा कि भारत की वित्तीय स्थिति मजबूत है और फाइनेंसियल क्राइम रोकने के लिए हो रहे बेहतरीन काम पर भी औपचारिक मुहर लग चुकी है। हमारे पास हर स्तर से संदिग्ध वित्तीय लेन-देन की जानकारी आ रही है और एक्सपर्ट लगातार इस पर नजर रखे हुए हैं। ईरान ने तो भारत से मदद मांगी है। भारत की फाइनेंसिंयल स्टेबिलिटी और सिक्यूरिटी पर कोई सवाल नहीं उठा सकता है, हमारी रेगुलेटरी फ्रेम वर्क सभी मजबूत है। हमारी रेटिंग बहुत हाई है और इसका लाभ यह होता है कि विदेशी निवेश आता है, भरोसा रहता है कि भारत में निवेश सुरक्षित है।
माल्या, नीरव मोदी जैसे बैंक फ्रॉड बड़ी चुनौती
'द सूत्र' द्वारा मनी लॉन्ड्रिंग के लिए आने वाली मनी का सबसे बड़ा स्रोत के सवाल पर अग्रवाल ने कहा कि बैंक फ्रॉड में जुड़ी राशि बहुत ज्यादा है। जैसे विजय माल्या मामला हो या नीरव मोदी का फ्राड। ड्रग्स या अन्य क्राइम से भी मनी आ रही है लेकिन अभी उनका हिस्सा कम है। ड्रग कार्टेल इंटरनेशनल स्तर पर है, इसके लिए भी भारत सभी को जोडकर काम करने की कोशिश में लगा हुआ है। डमी कंपनियों और फर्जी बैंक खातों (दूसरे के दस्तावेज का यूज कर खोला गया) का मनी लॉन्ड्रिंग के लिए सबसे ज्यादा यूज होता है। इसके लिए हम आधार कार्ड, पैन कार्ड सभी को लिंक कर रहे हैं, इससे इन पर कंट्रोल कर सकेंगे।
इसलिए गोल्ड में हॉलमार्क किया, रियल एस्टेट पर कंट्रोल
अग्रवाल ने बताया कि मनी लॉन्ड्रिंग के लिए शेल कंपनियों का उपयोग होता रहा है, इसलिए उनकी लगातार जांच हो रही है और जो फर्जी मिल रही उन्हें बंद कर रहे हैं। इसलिए गोल्ड में हॉलमार्क लागू किया क्योंकि जो क्राइम जेनरेट मनी वहां लग रही उसे रोका जा सके, अब रियल एस्टेट को भी कंट्रोल कर रहे हैं, ताकि इस मनी को रोका जा सके।
थाना स्तर पर ही मनी लांड्रिंग की जांच हो
अग्रवाल ने कहा कि बीएनएस में भी अभी सुधार किया गया है, ताकि आर्थिक जांच भी पुलिस करे, क्योंकि ईडी हर केस को नहीं ले सकता है। पुलिस अब सीज भी कर सकता है। उनकी विशेषज्ञता बढ़ाने पर भी काम हो रहा है कि पुलिस को इस मामले के लिए कैसे सशक्त कर सकते हैं। वह भी मनी ट्रेल पकड़ सके इस पर काम हो रहा है। अब स्मार्ट पुलिसिंग जरूरी है।
अग्रवाल ने ही इंदौर में रखवाया आयोजन
वहीं इंदौर में इस प्रतिष्ठित आय़ोजन होने का खुलासा भी अग्रवाल ने किया। उन्होंने बताया कि यह आयोजन भारत में होना है यह तो पहले ही तय हो गया था। जब बात आई कि भारत में कहां तो मैंने वित्त मंत्री से बात की और सीएम डॉ. मोहन यादव से चर्चा की और इंदौर में रखने की इच्छा जताई, दोनों जगह से हां हो गई थी इसे इंदौर किया गया। इंदौर वैसे भी बेहतरीन मेजबान है, सभी तैयारियां बढिया हुई है।
thesootr links
- मध्य प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- रोचक वेब स्टोरीज देखने के लिए करें क्लिक