Bhopal: मध्यप्रदेश एंटी टेररिज्म स्क्वॉड ( MP ATS ) मंगलवार 8 जुलाई को इंडियन मुजाहिदीन के संदिग्ध आतंकी फैजान को लेकर खंडवा पहुंची। वहां उसका मेडिकल कराया गया। इस दौरान फैजान विक्ट्री साइन दिखा रहा था। फैजान को जिला अदालत में पेश किया गया। जिला अदालत से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
मामले की सुनवाई 22 जुलाई को होगी। रिमांड अवधि खत्म होने पर उसे कोर्ट में पेश किया गया था। पूछताछ में उसने कई अहम खुलासे किए। उसने बताया है कि वह अकेला ही हमला करने की तैयारी में था। वह नाबालिगों को फुसलाकर उन्हें स्लीपर सेल में शामिल करने के अभियान की तैयारी कर रहा था।
इस्लामी आतंकी संगठन सिमी से संपर्क
खंडवा जिले के वार्ड क्रमांक 11 स्थित एक मकान से 4 जून को फैजान को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। मध्य प्रदेश एटीएस की टीम ने उसके साथ एक नाबालिग को भी हिरासत में लिया। आतंकी फैजान पर आरोप है कि उसके संबंध इंडियन मुजाहिदीन से है। बीते कई साल से प्रतिबंधित इस्लामी आतंकी संगठन सिमी के सदस्यों के साथ भी फैजान लगातार संपर्क में था। पुलिस के विशेष दल की उस पर नजर थी।
रिमांड के बाद खुलासा
फैजान ने रिमांड दौरान पूछताछ में कई अहम खुलासे किए हैं। पूछताछ में उसने बताया कि वह लोन-वुल्फ अटैक (अकेले ही हमला) करने की योजना बना रहा था। उसके घर से बड़ी मात्रा में पुलिस को कट्टर विचारधारा की प्रतिबंधित सामग्री भी मिली थी। आतंकी फैजान के सोशल मीडिया अकाउंट्स पर भी वह कट्टर सोच से जुड़े पोस्ट करता था। वह पाकिस्तान के कई कट्टरवादी नेताओं को भी फॉलो कर रहा था। वह नौजवानों खासकर नाबालिगों का ब्रेनवॉश कर स्लीपर सेल का हिस्सा बनने की कोशिश कर रहा था।
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एनआईए भी शामिल
फैजान को लेकर खंडवा पहुंची एटीएस टीम के साथ राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की टीम भी शामिल रही। पुलिस दल के साथ एनआईए के जांच अधिकारी भी नजर आए। दल सबसे पहले फैजान को उसके घर लेकर गया।
4 जून को किया था गिरफ्तार
पुलिस ने फैजान शेख को 4 जून को गिरफ्तार किया था। उसके पास से 4 मोबाइल फोन, 1 पिस्टल और 5 जिंदा कारतूस भी बरामद हुए थे। माना जा रहा है कि फैजान बड़ा मुजाहिद बनना चाहता था। हालांकि फैजान के पास पासपोर्ट नहीं था।
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बदला लेने की नीयत
जानकारी के मुताबिक आतंकी फैजान ने अपने फोन में कई बड़े अफसरों के और उनकी फैमिली के फोटो रखे थे। इससे साफ हो रहा है कि आतंकी किसी बड़ी योजना में था। कई जवान उसके निशाने पर थे। वह सिमी के आठ आतंकियों के एनकाउंटर में मारे जाने का बदला लेने की फिराक में था। वह कई जगह सुरक्षा बल के ठिकानों की रेकी कर चुका था।
इंटरनेट पर वीडियो देखकर बनाता था योजना
आतंकी फैजान के पास कई पिस्टल और कारतूस भी बरामद हुए है। उसका दिमाग हर वक्त प्लानिंग पलोटिंग पर ही रहता थी। फैजान सोशल मीडिया पर आतंकी ट्रेनिंग कैंप के वीडियो देखता है। उनके काम करने के तरीकों को सर्च करता था और फिर उन्हें मारने की योजना बनाता था। आतंकी मध्यप्रदेश के बाहर के अवैध बंदूक विक्रेताओं और सिमी कार्यकर्ताओं के संपर्क में था।
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सिमी आतंकी के बारे में जानिए...
30 अक्टूबर 2016 में भोपाल सेंट्रल जेल में बंद सिमी से जुड़े आठ सिमी आतंकी एक हेड कांस्टेबल का गला रेत कर भाग निकले थे। अगले रही दिन 31 अक्टूबर सुबह उन्हें जेल से 10 किलोमीटर दूर अचारपुरा-ईंटखेड़ी की पहाड़ियों पर घेर लिया था। भोपाल लोकल पुलिस, सीटीजी और एसटीएफ की टीमों ने मिलकर सभी आतंकियों को मुठभेड़ में मार गिराया था।
कौन थे एनकाउंटर में
मारे गए आतंकी मुजीब शेख, अब्दुल माजिद, खालिद, अकील खिलची, जाकिर, सलीक उर्फ सल्लू, महबूब गुड्डू और अमजद थे। आतंकी फैजान इन्हीं का बदला लेने के लिए ऐसा कर रहा था।
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