इंदौर विकास प्राधिकरण (आईडीए) के अहिल्या पथ के आठ गांवों में नक्शा पास करने पर लगी रोक हट गई है। मास्टर प्लान की इस रोड के दायरे में आ रहे आठ गांवों के सर्वे नंबर तय होने और प्रस्ताव शासन के पास जाने के बाद अब आईडीए ने तय सर्वे नंबर को छोड़कर बाकी में नक्शे पास करने पर लगी रोक हटाने के लिए टीएंडसीपी को पत्र लिख दिया है। इस पत्र के बाद अब औपचारिक तौर पर नक्शे पास होना शुरू हो जाएगा।
इन गांवों के नक्शे पास होंगे
रिजलाय, जंबूडी हप्सी, पालाखेड़ी, बुढानिया, बड़ा बांगड़दा, लिम्बोदागारी, बरदरी और रेवती। इन गांवों से होते हुए 15 किमी लंबा व 75 मीचर चौड़ा मास्टर प्लान की अहिल्या पथ निकलेगी। इस रोड के आसपास 1170 हेक्टेयर जमीन पर आईडीए की पांच स्कीम विकसित होंगी। ग्राम रिजलाय से रेवती तक यह उज्जैन मार्ग तक रोड जाएगी।
- अहिल्या पथ 1- 2.90 किमी लंबी सड़क, रिजलाय, नैनोद, जंबूडी हप्सी ग्राम की जमीन पर योजना होगी।
- अहिल्या पथ 2- 3.42 किमी लंबी रोड पर बुढानियास बड़ा बांगडदा, जंबूडी हप्सी, पालाखेडी गांव की जमीन आएगी।
- अहिल्या पथ 3- सड़क के 2.38 किलींबी दायरे में पालाखेड़ी, बुढानिया, बडा बांगडदा गांव की जमीन आएगी।
- अहिल्या पथ 4- 2.94 किमी जदायरे में पालाखेडी, लिम्बोदागारी, बड़ा बांगड़दा गांव की जमीन आएगी।
- अहिल्या पथ 5- यहां 3.28 किमी में भौंरासल, लिम्बोदागारी, रेवती व बरदरी गांव की जमीन आएगी।
अब विकास मंजूरी भी जारी होगी
टीएडंसीपी से नक्शे पास होने के साथ ही अब इन सर्वे नंबर को छोड़कर इन गांवों की विकास मंजूरी भी जारी होगी। इसे भी कलेक्टर आशीष सिंह ने रोकने के आदेश दे दिए थे और कॉलोनी सेल में इनकी फाइल रूक गई थी। अब स्कीम में आए सर्वे नंबर को छोड़कर बाकी सर्वे नंबर की लगी फाइल पर विकास मंजूरी जारी होगी।
27 नक्शे हो रहे निरस्त
इस स्कीम के लाने से पहले जनवरी से जून माह के बीच में 27 करीब नक्शे टीएंडसीपी से पास हुए थे, जिन्हें निरस्त करने के लिए आईडीए ने पहले ही टीएंडसीपी को पत्र लिख दिया था और साथ ही इनका प्रस्ताव संभागायुक्त कार्यालय भी चला गया है, जहां सुनवाई कर इनके नक्शे निरस्त होंगे।
किसान इसलिए है नाराज
उधर, स्कीम से किसान नाराज है। संयुक्त किसान मोर्चा, इंदौर ने कहा है कि इंदौर विकास प्राधिकरण द्वारा प्रस्तावित अहिल्यापथ योजना को लेकर किसान आक्रोशित है। इस योजना में प्राधिकरण द्वारा 8 गांव की जमीन अधिग्रहित की जाना है। इसके विरोध में 30 सितंबर, सोमवार को सुपर कॉरिडोर बड़ा बांगड़दा चौराहे पर धरना प्रदर्शन आयोजित किया है। आंदोलन करने वाले बबलू जाधव,रामस्वरूप मंत्री, शैलेंद्र पटेल ने बताया कि किसानों से कम कीमत में उपजाऊ जमीन ली जा रही है। किसानों को कम मुआवजा दिया जा रहा है और यदि जमीन लेना भी हो तो केवल उतनी ली जाए जो सड़क के लिए जरूरी है, लेकिन रोड के दोनों ओर 300-500 मीटर तक जमीन लेने का कोई मतलब नहीं है। हम इसके विरोध में हैं। यह स्कीम लागू नहीं होने देंगे।
thesootr links
- मध्य प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- रोचक वेब स्टोरीज देखने के लिए करें क्लिक