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पीएम नरेंद्र मोदी की मां और महिलाओं को लेकर कांग्रेस नेताओं द्वारा दिए गए बयानों के विरोध में सोमवार को बीजेपी महिला मोर्चा के नेतृत्व में इंदौर में बड़ा प्रदर्शन हुआ। इस दौरान शहर के गांधी भवन के बाहर मंच पर बीजेपी के सभी विधायक, नगर अध्यक्ष, महिला मोर्चा और अन्य मोर्चों के पदाधिकारी मौजूद थे। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस का गांधी भवन लगभग खाली नजर आया। कांग्रेस की ओर से केवल कार्यवाहक अध्यक्ष देवेंद्र यादव और सन्नी राजपाल ही गांधी भवन पर मौजूद रहे। नए शहर कांग्रेस अध्यक्ष चिंटू चौकसे, जिलाध्यक्ष विपिन वानखेड़े सहित कोई भी बड़ा पदाधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा। कांग्रेस के गलियारों में इसकी काफी चर्चा भी है कि ऐसे कैसे नेता आए हैं जो कि प्रदर्शन में मौके पर ही नहीं पहुंचे।
पहले ही प्रदर्शन में फेल हो गए राहुल गांधी के बब्बर शेर
कांग्रेस के गांधी भवन में हुए प्रदर्शन में न तो शहर अध्यक्ष और जिलाध्यक्ष पहुंचे। ना ही कांग्रेस का कोई बड़ा नेता मौके पर पहुंचा। वहीं, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी अपने कार्यकर्ताओं को बब्बर शेर कहते हैं। पहले ही प्रदर्शन में कांग्रेस के ये बब्बर शेर ढेर हो गए। गांधी भवन के बाहर बीजेपी का प्रदर्शन चल रहा था और अंदर कांग्रेस के केवल दो नेता ही कार्यकर्ताओं को लेकर बैठे रहे।
नाबालिग बच्चों को लेकर भी पहुंच गए प्रदर्शन में
कांग्रेस के गांधी भवन में सोमवार को हुए प्रदर्शन के लिए महिलाओं को बुलाया गया था। इसमें वे अपने साथ कई नाबालिग बच्चों को भी लेकर पहुंच गए। कार्यालय के बाहर जब तक बीजेपी का प्रदर्शन जारी रहा तब तक कांग्रेस नेताओं ने इन महिलाओं को कार्यालय के अंदर ही बैठाए रखा।
पूर्व पदाधिकारी भी रहे गायब
पद से हटने के बाद पूर्व शहराध्यक्ष सुरजीत सिंह चड्ढा और पूर्व जिलाध्यक्ष सदाशिव यादव ने भी दूरी बनाए रखी। जबकि इन्हीं चड्ढा ने अपने कार्यकाल के दौरान गांधी भवन पर हुए बीजेपी युवा मोर्चा के प्रदर्शनों, जिसमें स्याही की बोतलें फेंकी गई थीं। उस समय मोर्चा संभालकर बीजेपी का डटकर सामना किया था, लेकिन इस बार प्रदर्शन के दौरान वे नदारद रहे।
कांग्रेस की भीड़ भी किराए की बताई गई
गांधी भवन में मौजूद कांग्रेस कार्यकर्ताओं की संख्या भी बहुत कम रही। सूत्रों का कहना है कि वहां मौजूद 30 से 40 महिलाएं भी पैसे देकर बस के माध्यम से बुलवाई गई थीं। इन्हें प्रदर्शन खत्म होने तक वहीं रोककर रखा गया ताकि गांधी भवन पर भीड़ दिखाई दे सके।
राजीव गांधी की जयंती पर भी कोई नहीं पहुंचा
कांग्रेस के नेताओं ने अपने ही वरिष्ठों की जयंती के कार्यक्रम से भी कई बार कन्नी काटी है। पिछले दिनों स्व. राजीव गांधी की जयंती पर भी जब उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण करने का कार्यक्रम हुआ तब भी कोई बड़ा नेता उसमें नहीं पहुंचा था।