इंदौर में गुटखा किंग किशोर वाधवानी ने लगाई पुलिस से गुहार, मेरे साथ मारपीट हुई अपहरण की कोशिश
घटना के बाद गुटखा कारोबारी किशोर वाधवानी ने जूनी इंदौर पुलिस को शिकायत की है। शिकायत में वाधवानी ने कहा है कि महेश अग्रवाल और सौरभ अवस्थी सहित कुछ और लोगों के नाम बताए हैं।
इंदौर में गुटखा किंग किशोर वाधवानी अब पुलिस की शरण में पहुंच गया है। उसने पुलिस से गुहार लगाई है कि कुछ लोगों ने मेरे साथ मारपीट की और बंदूक दिखाकर मुझे धमकाया है। पुलिस अभी मामले की जांच कर रही है। गौरतलब है कि सोमवार को दोपहर में वाधवानी के साथ कुछ लोगों ने झूमाझटकी कर मारपीट की थी। साथ ही उसका अपहरण कर कार में बैठाने का प्रयास किया था।
जूनी इंदौर पुलिस को वाधवानी ने यह की है शिकायत
घटना के बाद गुटखा कारोबारी किशोर वाधवानी ने जूनी इंदौर पुलिस को शिकायत की है। शिकायत में वाधवानी ने कहा है कि महेश अग्रवाल और सौरभ अवस्थी सहित कुछ और लोगों के नाम बताए हैं। शिकायत में यह आरोप लगाए गए हैं कि इन लोगों ने मेरे गनमैन से बंदूक छीनी, बंदूक दिखाकर धमकाया और मारपीट की।
इस तरह से सरेआम हुई थी झूमाझटकी
मारपीट और अपहरण के पीछे की यह है असल कहानी
गुटखा कारोबारी वाधवानी से जुड़े सूत्र बताते हैं कि यूपी के पान मसाला कारोबारी किसी व्यक्ति से वाधवानी ने कत्थे व पान मसाले का माल कुछ महीने पहले बुलवाया था। उसका बिल 11 करोड़ रुपए का वाधवानी को दिया गया। इस पर वाधवानी का कहना था कि जो माल मुझे मिला है वह 11 नहीं, बल्कि केवल 5 करोड़ रुपए का ही था। यह बात वाधवानी साेमवार को सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में भी कहते नजर आ रहे थे।
सूत्रों के मुताबिक व्यापारी से माल लेने के बाद वाधवानी उसका फोन ही नहीं उठा रहे थे। बताते हैं कि वाधवानी एक ही नंबर ज्यादा दिन तक नहीं चलाते हैं। वे जल्दी–जल्दी अपना नंबर बदल लेते हैं। इसके कारण यह स्थिति निर्मित हुई। माल देने के बाद व्यापारी की आर्थिक स्थिति काफी खराब हो गई थी। इसके कारण वह काफी परेशान चल रहा था।
वाधवानी से जुड़े सूत्रों के मुताबिक यूपी का व्यापारी अपने साथ 3 गाड़ी भरकर लोगों को साथ लेकर आया था। सोशल मीडिया में वायरल हुए वीडियों में देखा गया कि उसने अपने साथियों के साथ मिलकर वाधवानी को अपनी कार में बैठाने का प्रयास किया और मारपीट की।
बताया जाता है कि वाधवानी जब अपनी कार से कहीं जाने के लिए निकले तो यूपी से आए व्यापारी उनके पीछे लग गए थे। वाधवानी की कार ने जैसे ही चौराहे से टर्न लिया तो व्यापारी ने अपनी कार को वाधवानी की कार के आगे और पीछे लगाकर घेर लिया। इसके बाद वे काफी देर तक अपनी कार में ही बैठे रहे, लेकिन जब कुछ देर बाद वे बाहर निकले तो व्यापारी ने उन्हें घेर लिया।