जन्माष्टमी के एक दिन पहले इंदौर के दशहरा मैदान में अनोखा आयोजन हुआ। सीएम मोहन यादव ने घोषणा की है कि प्रदेश के सभी विकास खंडों में 1 गांव को चयनित कर बरसाना गांव के रूप में विकसित करेंगे। इन गाँवों के माध्यम से भगवान श्रीकृष्ण के आदर्शों और सिद्धांतों का प्रसार जन-जन तक पहुंचाया जाएगा।
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव के एक दिन पहले हर बालक कृष्ण-हर मां यशोदा की थीम पर यह आयोजन हुआ।आयोजन में हजारों की संख्या में कन्हैया बने बच्चे यशोदा बनी मां के साथ पहुंचे थे। आयोजन में सीएम मोहन यादव ने बाल-गोपालों और यशोदा माताओं का पुष्प-वर्षा कर अभिनंदन किया। इस अनूठे कार्यक्रम में 5 हजार से अधिक बच्चे बाल-गोपाल और इतनी ही माताएं मैया यशोदा के रूप में मौजूद थी। कार्यक्रम स्थल पूरी तरह अलौकिक अनुभूति से सराबोर था। कार्यक्रम स्थल को भगवान श्रीकृष्ण की विभिन्न लीलाओं से चित्रित कर सजाया गया था।
विकास की नई दिशा होगी तय
आयोजन में सीएम मोहन यादव ने कहा कि प्रदेश के सभी विकास खंडों में एक गांव को चयनित कर बरसाना गांव के रूप में विकसित किया जाएगा। इन गांवों के माध्यम से भगवान श्रीकृष्ण के आदर्शों और सिद्धांतों का प्रसार जन-जन तक पहुंचाएंगे। बरसाना गाँव में जहां एक ओर प्राचीन संस्कृति को पुष्पित और पल्लवित करेंगे, वहीं दूसरी ओर जैविक खेती और दुग्ध उत्पादन में बढ़ोत्तरी भी होगी। साथ ही इन गांवों में विकास की नई दिशा तय की जाएगी। ग्रामीणों में मानवता, सामाजिक, सांस्कृतिक एकता के जन जागरण का प्रसार कर एक ऐसा समाज तैयार किया जाएगा, जिसमें भगवान श्रीकृष्ण के आदर्श और सिद्धांत दिखाई दें। साथ ही हर एक नगरीय निकाय में गीता भवन केन्द्र भी बनाए जाएंगे।
सीएम ने श्रीकृष्ण की लीलाओं किया वर्णन
सीएम मोहन यादव ने भगवान श्रीकृष्ण के जीवन चरित्र और उनसे जुड़ी लीलाओं और प्रसंगों के बारे में विस्तार से बताया। सीएम ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण के जीवन से हमें बहुत कुछ सीखने को मिलता है। उनके आदर्शों और सिद्धांतों को जीवन में उतारना चाहिए। भगवान श्रीकृष्ण कोमलता, धैर्य, करुणा और प्रेम की प्रतिमूर्ति हैं। वे मानव जाति की रक्षा के प्रतीक भी हैं। भगवान श्रीकृष्ण ने अपने जीवन में मानव जाति के कल्याण और धर्म की स्थापना के लिए अनेक लीलाएं की हैं, साथ ही उन्होंने प्रकृति से प्रेम करना सिखाया है। ग्रामीण संस्कृति को बढ़ावा दिया है। माखन, दूध, दही को स्वास्थ्य रक्षक के रूप में प्रतिष्ठित किया है। उनका जीवन ग्रामीण संस्कृति को प्रोत्साहन देने का काम कर रहा है।
नगरीय क्षेत्रों में गीता भवन केंद्र बनेंगे
सीएम यादव ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण के आदर्शों और सिद्धांतों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए हर विकासखण्ड के एक गांव को चयनित कर बरसाना गांव के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया है। साथ ही नगरीय क्षेत्रों में गीता भवन केन्द्र भी स्थापित किए जाएंगे। उन्होंने आह्वान किया कि "हर बालक कृष्ण-हर माता यशोदा" के रूप में अपना जीवन बनायें। माँ यशोदा ममत्व की प्रतिमूर्ति है। साथ ही उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने निर्णय लिया है कि अब हर तीज, त्यौहार और पर्व पूर्ण हर्षोल्लास और उत्साह के साथ आयोजित किए जाएंगे। समाज का हर वर्ग सभी तीज, त्योहार और पर्व आनंद और उत्साह के साथ मनाएं।
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