इंदौर कलेक्टर के निशाने पर अब सहकारी संस्थाओं के भूमाफिया, संस्था सदस्यों के साथ सभी विभागों की ली बैठक

इंदौर में जमीन घोटाले की समस्याएं जारी हैं, हालांकि कई भूमाफिया सलाखों के पीछे जा चुके हैं। कलेक्टर आशीष सिंह ने अब इस पर कड़ा रुख अपनाया है। विधायक महेंद्र हार्डिया और अन्य अधिकारी बैठक में शामिल हुए।

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Sanjay Gupta
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Photograph: (The Sootr)

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INDORE. इंदौर में जमीन का खेल सालों से चल रहा है और इसमें सहकारी संस्थाओं की सबसे अहम भूमिका है। समय-समय पर इनके खिलाफ अभियान चलाए जा चुके हैं, जिसमें कई भूमाफिया सलाखों के पीछे भी गए। लेकिन इसके बाद भी अभी भी कई चिर-परिचित संस्थाओं में पीड़ितों को प्लाट और घर का सपना पूरा नहीं हुआ है।

अब इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह ने मोर्चा खोला है और भूमाफियाओं से पीड़ित संस्थाओं के साथ ही आईडीए (इंदौर विकास प्राधिकरण) की एनओसी व अन्य कागजी कार्रवाई में उलझी संस्थाओं के सदस्यों, पदाधिकारियों के साथ बैठक की। इसमें विधायक महेंद्र हार्डिया की भी अहम भूमिका रही। अधिकांश दागी संस्था इन्हीं की विधानसभा पांच से जुड़ी हुई है। बैठक में सभी विभाग के अधिकारी भी उपस्थित रहे। 

बैठक में इन सभी को बुलाया गया

कलेक्टर सिंह और विधायक हार्डिया के साथ ही इसमें निगम आयुक्त  शिवम वर्मा, इंदौर विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालन अधिकारी आर. पी. अहिरवार, उप पंजीयक सहकारिता मदन गजभिए भी उपस्थित थे।

बैठक में देवी अहिल्या गृह निर्माण सहकारी संस्था, न्याय नगर गृह निर्माण सहकारी संस्था, रघुवंशी गृह निर्माण सहकारी संस्था, वेद माता गृह निर्माण सहकारी संस्था, ग्रीन पार्क गृह निर्माण सहकारी संस्था, मजदूर पंचायत गृह निर्माण सहकारी संस्था, नवभारत गृह निर्माण सहकारी संस्था एवं जागृति गृह निर्माण सहकारी संस्था संबंधी समस्याओं के निराकरण के संबंध में चर्चा कर महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। 

यह हुआ बैठक में

बैठक में कलेक्टर ने संस्थाओं की समस्याओं और उनके निराकरण के संबंध में विस्तार से चर्चा की। उन्होंने संस्थाओं के सदस्यों को आश्वस्त किया कि विधिक तरीके से आगे बढ़कर सभी पात्र सदस्यों को उनका अधिकार दिलाया जाएगा। बैठक में उन्होंने निर्देश दिए कि जो पात्र सदस्य हैं उन्हें शीघ्र भूखंड आवंटित किए जाएं।

जिन संस्थाओं के निर्वाचन होना है, उनके शीघ्र निर्वाचन कराए जाएं। सभी प्रक्रियाएं पारदर्शी रूप से सम

यसीमा में संपन्न की जाए। पात्र सदस्यों को उनके अधिकार नहीं दिए जाने पर संबंधित गृह निर्माण सहकारी संस्था के पदाधिकारियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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संस्थाओं को लेकर यह दिए निर्देश

  1. बैठक में देवी अहिल्या गृह निर्माण सहकारी संस्था के समीक्षा के दौरान कलेक्टर ने निर्देश दिए कि जांच दल द्वारा प्रस्तुत जांच रिपोर्ट में उल्लेखित पात्र एवं अपात्र सदस्यों की जानकारी को दृष्टिगत रखते हुए वैधानिक दस्तावेजों के आधार पर वरियता सूची का निर्धारण आगामी 15 दिवस में अनिवार्य रूप से कर लिया जाए। समय अवधि में निर्णय नहीं लेने पर संचालक मंडल के पदाधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाए।
  2. न्याय नगर गृह निर्माण सहकारी संस्था के समीक्षा के दौरान निर्देश दिए गए कि संचालक मंडल का निर्वाचन शीघ्र कराया जाए। अतिक्रमण एवं अवैध निर्माण को रोकने एवं हटाने की कार्रवाई शीघ्र की जाए। नामांतरण की प्रक्रिया भी नियमानुसार तेज की जाए।
  3. नवभारत गृह निर्माण सहकारी संस्था की समीक्षा के दौरान कलेक्टर ने निर्देश दिए कि संचालक मंडल का निर्वाचन शीघ्र कराया जाए।
  4. रघुवंशी गृह निर्माण सहकारी संस्था की समीक्षा के दौरान निर्देश दिए गए कि भूमि अधिग्रहण के संबंध में न्यायालयीन आदेश एवं प्रचलित विधिक प्रक्रिया के संबंध में इंदौर विकास प्राधिकरण से प्रतिवेदन लिया जाए।
  5. जागृति गृह निर्माण सहकारी संस्था की समीक्षा के दौरान कलेक्टर ने निर्देश दिए कि पात्र सदस्यों को भूखंड का शीघ्र कब्जा दिलाया जाए। प्रवर्तन एजेंसियों द्वारा जप्त रिकॉर्ड को वापस लिया जाए। संस्था का ऑडिट भी जल्द कराया जाए।
  6. वेद माता गृह निर्माण सहकारी संस्था की समीक्षा के दौरान निर्देश दिए गए कि ईडब्ल्यूएस और बंधक प्लाटों को मुक्त करने और मास्टर प्लान के रोड के संबंध में कॉलोनी सेल द्वारा आवश्यक कार्रवाई जल्द की जाए।
  7. ग्रीन पार्क गृह निर्माण सहकारी संस्था की समीक्षा के दौरान निर्देश दिए गए कि संस्था से संबंधित प्राप्त शिकायतों का निराकरण 15 दिन में करते हुए प्रतिवेदन प्रस्तुत किया जाए। साथ ही मजदूर पंचायत गृह निर्माण सहकारी संस्था संबंधी समस्याओं के त्वरित निराकरण के भी निर्देश दिए गए। 

क्या बोले संस्था के पदाधिकारी और सदस्य

  • रघुवंशी गृह निर्माण संस्था के दिनेश पालीवाल ने कहा कि हमे आईडीए से एनओसी की जरूरत है, साल 2016 से इस संबंध में आईडीए से पत्राचार हो रहा है। कलेक्टर ने इसमें निर्देश दिए हैं।
  • ग्रीन पार्क सोसायटी के अधय्क्ष यशराज तिवारी ने कहा कि बीते साल चुनाव हुए हैं, अभी 15 साल से कुछ नहीं हो रहा था। कुछ लोगों ने संस्था के कार्यालय पपर भी कब्जा कर लिया। बाहर के लोगों को सदस्य बनाने का दबाव बनाया जा रहा है। कलेक्टर ने जांच के लिए कहा है।
  • अवधेश श्रीवास्तव श्री महालक्ष्मी के प्लाट धारक ने बताया कि 15 दिन के अंदर जो भी शिकायतें है, उनका निराकरण करने का का कलेक्टर ने बोला है। पूरे रिकार्ड में संस्था ने गड़बड़ी की है। संचालक मंडल पूरा भ्रष्ट है। 
  • नवभारत संस्था के देवेंद्र पटौदी ने कहा कि कलेक्टर ने कहा है कि संस्था के चुनाव करा लिए जाएं, नए बोर्ड के साथ हम खड़े हैं और भूमाफियाओं को हटाएंगे। सही व्यक्ति को प्लाट दिया जाएगा।
  • ग्रीन पार्क सोसायटी संघर्ष समिति के नीरज बरगल ने कहा कि संस्था संचालकों ने धोखाधड़ी की है। जमीन पीएसपी कमर्शियल यूज की है। यहां बड़े प्लाट थे जिसे छोटे टुकड़़ों में काटकर रजिस्ट्री की गई। सौ प्लाट बेचने का करार किया गया और 80 लाख व्यक्तिगत खाते में ले लिए गए।

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