इंदौर में पटाखा फोड़ने की बात पर शुक्रवार को छत्रीपुरा थाने में दो गुट आमने-सामने हुए और जमकर विवाद हुआ। तीन थानों के बल ने मौके पर पहुंचकर हालात को समय पर काबू में पा लिया। हालांकि, पटाखा फोड़ने की बात पर केवल इसी थाने में विवाद नहीं हुआ। पुलिस द्वारा जारी की गई थाने में दर्ज केस की सूचना के अनुसार इंदौर के 12 थानों में पटाखा फोड़ने की बात पर जमकर विवाद हुआ है और 16 केस दर्ज किए गए हैं।
छत्रीपुरा जैसी स्थिति क्षिप्रा में भी हुई
छत्रीपुरा जैसा ही विवाद क्षिप्रा थाने में भी हुआ यहां पर पटाखा फोड़ने पर भूसे में आग लग गई, जिसके बाद दर्जन भर ज्यादा लोगों ने जमकर हंगामा किया और तलवार, फरसे तक निकाल लिए। इसमें फरियादी रिक्कू की शिकायत पर केस दर्ज किया गया।
इन सभी थानों में हुए केस
इसके साथ ही सदर बाजार, एरोड्रम, राजेंद्रनगर, बाणगंगा, विजयनगर, एमआईजी, जूनी इंदौर, तिलकनगर, बेटमा, संयोगितागंज, बडगौंदा थाने में भी पटाखा फोड़ने की बात पर विवाद हुए, जिसमें पुलिस ने विविध धाराओं में केस दर्ज किए हैं।
INDORE के छत्रीपुरा में हिंसक घटना | पटाखे फोड़ने को लेकर दो समुदाय के लोग भिड़े
मारपीट, घर में तोड़फोड़ जैसी घटनाएं
अधिकांश एफआईआर में यही लिखा गया है कि पटाखा फोड़ने की बात पर विवाद हुआ, एक जगह पटाखा देखकर नहीं चलाने पर पीड़ित की आंख में रॉकेट लगा। वहीं किसी जगह पर पटाखा पीड़ित के घर पर फेंक दिया गया, वहीं कहीं पर पटाखे फोड़ने से रोकने के लिए गाली-गालौज की गई और मारपीट हुई। इन सभी बातों पर पुलिस ने केस दर्ज किए हैं।
बच्चों के पटाखा फोड़ने के विवाद में दो पक्षों में पथराव, गाड़ियां फोड़ीं
सीएम भी बोल चुके, पटाखे जलाने से रोकना गलत
छत्रीपुरा थाने के विवाद के बाद सीएम डॉ. मोहन यादव का भी बयान आया था। उन्होंने कहा कि दीपावली के अवसर पर इंदौर से जानकारी आई कि वहां एक स्थान पर कुछ बच्चों एवं अन्य लोगों को पटाखे जलाने से रोका गया, जो अनुचित है। कोई भी व्यक्ति कानून अपने हाथ में लेने का प्रयास नहीं कर सकता। यदि कोई अपने हाथ में कानून लेता है तो वो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। प्रदेश में कानून व्यवस्था का राज है। कोई व्यक्ति कानून हाथ में नहीं ले सकता। किसी को पटाखे जलाने से नहीं रोका जा सकता। ऐसे उपद्रवी तत्वों से सख्ती से निपटा जाएगा। पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में इंदौर में उन लोगों को उसी स्थान पर पटाखे जलाने का अवसर दिया गया, जिन्हें पटाखे जलाने से रोका गया था। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रत्येक नागरिक को अपने दायरे में रहकर सभी धर्मों की भावनाओं का सम्मान करना चाहिए।
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