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इंदौर में पुलिस कमिश्नर संतोष सिंह के निर्देश पर की गई आकस्मिक जांच में गांधीनगर थाने की बड़ी लापरवाही सामने आई। थाने के आकस्मिक निरीक्षण में एएसआई और तीन हेड कांस्टेबल ड्यूटी से नदारद पाए गए। वहीं, एक हेड कांस्टेबल थाने में मौजूद था, लेकिन ड्यूटी के बजाय कंबल ओढ़कर सोता मिला। पुलिस के गश्ती दल के सड़क से गायब रहने को लेकर द सूत्र ने पिछले दिनों खबर भी प्रकाशित की थी।
लगातार हो रही चोरियों से गश्त पर उठे थे सवाल
शहर में पिछले दिनों हुई रिटायर्ड जस्टिस रमेश गर्ग के घर चोरी से पुलिस के गश्ती दल की पोल खुल गई थी। उसी के बाद से सवाल खड़े हो रहे थे कि चौराहों पर ड्रिंक एंड ड्राइव की चेकिंग में तो पुलिस व्यस्त रहती है, लेकिन सड़कों पर गश्त करते नहीं दिखती है। यह शिकायत पुलिस अफसरों की मोहल्ला समितियों और रहवासी संघों के साथ हुई बैठक में भी सामने आ चुकी थी। उसी के बाद पुलिस कमिश्नर सिंह के निर्देश पर थानों का आकस्मिक निरीक्षण शुरू हुआ और पुलिस जवान कंबल ओढ़कर सोते मिला।
वरिष्ठ अफसरों को भेजी रिपोर्ट
एसीपी क्राइम ब्रांच ने निरीक्षण कर इसकी रिपोर्ट वरिष्ठ अधिकारियों को सौंपी। इसके बाद डीसीपी जोन-1 ने कार्रवाई करते हुए एएसआई विजय चौहान, हेड कांस्टेबल सोहन सिंह, हेड कांस्टेबल दिनेश जाटव और हेड कांस्टेबल सुनील पाल को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर लाइन अटैच कर दिया।
कोई जवाब नहीं दे पाए
जांच के दौरान जब अधिकारियों ने इन पुलिसकर्मियों से स्पष्टीकरण मांगा तो कोई भी संतोषजनक जवाब नहीं दे सका। पुलिस कमिश्नर ने साफ कहा है कि शहर के आउटर इलाकों में भी पुलिसिंग को हल्के में नहीं लिया जाएगा और ड्यूटी में लापरवाही पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।
पंढ़रीनाथ TI सहित जवान दे चुके हैं परीक्षा
इसके पूर्व में भी सीपी के निर्देश पर वरिष्ठ पुलिस अधिकारी पंढ़रीनाथ थाने का अचानक निरीक्षण करने पहुंच गए थे। तब भी जवान सामान्य से सवालों के जवाब नहीं दे पाए थे। इस पर टीआई सहित पूरे थाने की परीक्षा ली गई थी और उनको ट्रेनिंग भी दी गई थी।