मैरिज गार्डन बने गोपाल मंदिर में फैला कचरा, गंगाजल से शुद्ध करेंगे

इंदौर में अधिकारियों की नासमझी और लापरवाही का खामियाजा के चलते 193 साल पुराने ऐतिहासिक गोपाल मंदिर राजबाड़ा मैरिज गार्डन में बदल गया। रविवार को हुई शादी शादी के बाद अब यहां सोमवार को कांग्रेस के नेताओं ने मौका देखा और वीडियो बनाया।

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Sanjay gupta
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 Indore cleaned Ganga water

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Indore. इंदौर में अधिकारियों की नासमझी और लापरवाही का खामियाजा के चलते 193 साल पुराने ऐतिहासिक गोपाल मंदिर राजबाड़ा मैरिज गार्डन में बदल गया। रविवार को हुई शादी शादी के बाद अब यहां सोमवार को कांग्रेस के नेताओं ने मौका देखा और वीडियो बनाया। इस वीडियो में साफ दिख रहा है कि पूरे मंदिर परिसर में कचरा पसरा हुआ है।

इंदौर में गोपाल मंदिर को एक लाख रुपए में शादी के लिए किराए पर दे मारा, होगी जांच

जैसे शादी के बाद होता है कचरा, मंदिर में भी वही

जैसे आम शादियों में होता है, शादी के बाद कचरा पसरा होता है। वहीं हाल ऐतिहासिक गोपाल मंदिर का हुआ है। मंदिर के परिसर में जगह-जगह फूल व अन्य कचरा पड़ा हुआ है और पूरे गोपाल मंदिर में गंदगी पसरी हुई है। पूरे मंदिर में दोने, पत्तल भी पड़े हुए हैं। कांग्रेस नेता विवेक खंडेलवाल और गिरीश जोशी ने यह वीडियो बनाकर मौके से जारी किया है। पूरे मंदिर में जगह-जगह गंदगी पसरी हुई नजर आ रही है। 

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केवल एक लाख में मंदिर बना मैरिज गार्डन

केवल एक लाख की धनराशि के लिए मंदिर को मैरिज गार्डन में बदलवा कर इसमें शादी करवा डाली। रविवार शाम तक विवाद बढ़ने लगा तो बात संभागायुक्त दीपक सिंह और कलेक्टर आशीष सिंह तक पहुंची और रात होते-होते जांच के आदेश हो गए। 

मंदिर में फेरे, वहीं बना खाना, जूते पहन घूमे मेहमान

कारोबारी राजकुमार अग्रवाल ने मंदिर में श्रद्धा की बात कहते हुए माफी अधिकारी से यहां बेटे के फेरे कराने की बात कही थी। आयोजन सादगी पूर्ण करने की बात कहते हुए इसके लिए एक लाख रुपए का शुल्क भरा। लेकिन आयोजन के दिन रविवार को यहां पर मंदिर के गर्भगृह के सामने वाले हिस्से को मंडप की तरह सजा दिया, परिसर के पास टेंट लगाकर सड़क ब्लाक कर दी। मंदिर में ही भोजन करवाया गया। वहीं बाउंसर भी खुद के लगा दिए। लोग मंदिर में ही जूते पहनकर घूमते रहे। मंदिर के अंदर ही भोजन कराया गया। वहीं पास में ही भोजन बना। सोफे, कुर्सियां डली और मेहमान वहां बैठे। वहीं शादी की रस्में हुई। 

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क्या बोल रहे अधिकारी

कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा कि शिकायत मिली थी, संभागायुक्त के निर्देश पर इसकी जांच का जिम्मा अपर कलेक्टर आईएएस ज्योति शर्मा को दी गई है। वहीं माफी अधिकारी विनोद राठौर ने कहा कि अग्रवाल परिवार को धार्मिक आयोजन के लिए मंजूरी दी थी, नियम विरूद्ध किया है, शादी कर उल्लंघन किया है। वहीं राजकुमार अग्रवाल ने कहा कि आयोजन के लिए मंजूरी लेकर ही काम किया। मंदिर के मैनेजर केएल कौशल ने कहा कि एक लाख रुपए देकर शादी के लिए मंदिर परिसर किराए पर दिया था। यह अधिकारियों के कहने पर दिया गया था।

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193 साल पुराना है मंदिर

यह मंदिर साल 1832 में निर्मित हुआ था। हाल ही में 20 करोड़ रुपए से मंदिर को स्मार्ट सिटी कंपनी ने संवारा। मंदिर का निर्माण यशवंतराव होलकर प्रथम की पत्नी कृष्णा बाई ने 80 हजार रुपए में करवाया था। मुख्य मंदिर पत्थर और परिसर के कक्ष पत्थर और लकड़ी से बनाए गए। सागौन और कालिया की लकड़ी से बने मंदिर को मराठा और राजपूत शैली में आकार दिया गया।

इधर यादव समाज ने कहा करेंगे शुद्ध

उधर यादव समाज ने इस घटना को लेकर नाराजगी जाहिर की है। कांग्रेस के पूर्व महासचिव राकेश यादव ने इस संबंध में सीएम डॉ. मोहन यादव से शिकायत की है और कहा है कि इससे यादव समाज की भावनाएं आहत हुई है। वहीं यादव अहिर सेना ने विरोध जताते हुए मकर संक्रांति के दिन 14 जनवरी को सुबह मंदिर परिसर में गंगाजल डालकर शुद्द करने की बात कही है।

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