INDORE. इंदौर से निकलने वाले ग्लोबल हेराल्ड अखबार के मालिक विष्णु गोयल और उनके बेटे रवि गोयल की गई 16 करोड़ की जीएसटी चोरी केस में फंसे दो सीए उलझने लगे हैं। जानकारी के अनुसार सीए अंकुश गुप्ता के यहां डीजीजीआई (डायरेक्टोरेट आफ जीएसटी इंटेलीजेंस) भोपाल ने जांच की है। यह जांच इसी मामले में की होने की खबर सामने आई है। उधर रवि गोयल को गुरुवार को कोर्ट में पेश किया हैं, जहां से उन्हें फिर जेल भेजा गया।
उधर सीए एसएन गोयल भी राडार में
इसके साथ ही सीए एसएन (सत्यनारायण) गोयल जो श्री अग्रसेन महासभा के पूर्व अध्यक्ष के साथ ही टैक्स् प्रैक्टिशनर्स एसोसिएशन इंदौर के भी पूर्व अध्यक्ष और सीए एसोसिएशन इंदौर ब्रांच के भी पूर्व चेयरमैन रह चुके हें इस मामले में उलझ गए हैं।
डीजीजीआई उन्हें भी इस टैक्स चोरी में सह आरोपी मान रही है और उन्हें समन दिया जा चुका है। हालांकि गोयल ने द सूत्र से कहा कि उन्होंने समन का जवाब दे दिया है और इस मामले में विष्णु गोयल और रवि गोयल का ही काम है, मेरा कोई लेना-देना नहीं है खुद को बचाने के लिए राजेश गोयल व अन्य ने मेरा नाम बेवजह लिया है। मैं अपना जवाब डीजीजीआई के दे चुका हूं।
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रवि गोयल को फिर भेजा जेल
वहीं डीजीजीआई ने रवि गोयल को रिमांड खत्म होने पर कोर्ट में पेश किया। यहां से उसे फिर से 4 जून तक के लिए जेल भेजने के आदेश हो गए। इस दौरान डीजीजीआई द्वारा बताया गया कि रवि गोयल ने अपने अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर 16 करोड़ से अधिक की टैक्स चोरी की है।
अभी भी अन्य संदेही, षड़यंत्रकारी विभाग के सामने पेश नहीं हो रहे हैं। विभागीय रिमांड के दौरान गोयल द्वारा कोई सहयोग नहीं किया गया। अन्य सहयोगी फरार है। सभी पक्ष सुनने के बाद रवि गोयल को फिर से जेल भेजने के आदेश हो गए।
पिता-पुत्र गोयल ने सीए गोयल और गुप्ता के साथ किया खेल
डीजीजीआई ने बताया कि जून 2023 में गुप्त सूचना मिली थी कि इंदौर की मेसर्स श्रीनाथ एग्रो इंटरप्राइजेस द्वारा फर्जी व कूटरचित दस्तावेज बनाकर टैक्स चोरी की जा रही है। 13 जून 2023 को छापा मारा तो वहां किराने की दुकान मिली।
प्रोपराइटर राजेश गोयल को विभाग ने पकड़ा तो उन्होंने बताया कि पूरा काम रवि गोयल करता है। जीएसटी इनवाइस रवि गोयल ने बनाई और इसमें सीए एसएन (सत्यनारायण) गोयल और सीए आयुष गुप्ता ने मदद की। विभाग की जांच में आया कि इसमें किसी तरह से माल की खरीदी-बिक्री नहीं हुई और सब फर्जी कागजों पर हुआ।
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अपनी इन कंपनियों से ली 16 करोड़ की टैक्स छूट
विभाग द्वारा आगे की गई जांच में सामने आया कि श्रीनाथ एग्रो के फर्जी इनवाइस के जरिए आगे एमएस अल्फाविजन ओवरसीज, एमएस अल्फाविजन फाईबर्स कंपनियों ने फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट ली जो 16 करोड़ रुपए की थी। इस तरह सरकार से फर्जी दस्तावेजों से 16 करोड़ की टैक्स चोरी हुई।
यह दोनों कंपनियों में रवि गोयल और उनके पिता विष्णु गोयल की कर्ताधर्ता है। वहीं यह कंपनियां आपस में जुड़ी है इससे साबित होता है कि यह एक ही आईपी एड्रेस से इनके जीएसटी रिटर्न भरे गए। इसमें रवि गोयल मुख्य आदतन अपराधी है और विष्णु गोयल, सीए एसएन गोयल, सीए अंशुल गुप्ता भी साथ है।
रवि गोयल ने इसमें यह दिया है जवाब
उधर रवि गोयल द्वारा अपने अधिवक्ता के जरिए कोर्ट में इन पर जवाब दिया गया कि यह पूरा केस झूठा है और श्रीनाथ कंपनी के राजेश गोयल के बयान पर है जो उन्होंने वापस भी ले लिया था। मुझ पर डीजीजीआई और विभाग द्वारा दबाव डाला गया, मारपीट गई और मोबाइल भी छीना गया। हालांकि कोर्ट ने रवि गोयल की जमानत नामंजूर कर दी और डीजीजीआई को रिमांड दे दिया है।
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गोयल पिता-पुत्र में भी मिला सीएम से
गोयल के प्रोफाइल पर डली फोटो में यह कई बड़ी राजनीतिक हस्तियों से मिलता हुआ दिखाई देता है। यह पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविद से भी मिला है। वहीं उज्जैन में हुई रीजनल कान्क्लेव में भी विष्णु गोयल और बेटे रवि गोयल ने CM डॉ. मोहन यादव के साथ वन टू वन चर्चा कर निवेश की बात रखी। इसमें निवेश के नाम पर जमकर फोटो खिंचवाई और इसे अपने प्रोफइल पर अपलोड किया। MP NEWS HINDI