इंदौर विकास प्राधिकरण ने बुधवार को अपनी बोर्ड बैठक रखी। इसमें वर्ष 2025-26 के लिए कुल 1597 करोड़ रुपए के बजट का अनुमोदन किया गया। इसमें से 630 करोड़ रुपए तो सड़क और फ्लाईओवर बनाने के लिए रखे गए हैं। खास बात यह रही कि इस बार के बजट में सिंहस्थ का भी ख्याल रखा गया है। इसके लिए देवास बासपास को उज्जैन रोड़ से जोड़ने वाली एमआर 12 रोड़ को पूरा किए जाने का भी प्रावधान किया गया है। इस बार 88.12 करोड़ रुपए लाभ का बजट पारित किया गया है।
सड़क और फ्लाईओवर पर 45 फीसदी खर्च
संभागायुक्त दीप सिंह ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2025-26 में आवासीय औद्योगिक, मंडी, आमोद-प्रमोद, यातायात व परिवहन, सार्वजनिक और अर्धसार्वजनिक भू-उपयोग के क्षेत्रों का बहुमुखी विकास करने का लक्ष्य रखा है। सड़कों के लिए 432 करोड़ (कुल बजट का 28.65%) और फ्लाईओवर के लिए 198 करोड़ (कुल बजट का 16%) रखा है। इस तरह सड़क व फ्लाईओवर के लिए 630 करोड़ रुपए रखा गया है, जो कुल बजट का करीब 45% हिस्सा है।
सिंहस्थ के लिए भी रखे गए प्रावधान
उन्होंने बताया कि वर्ष 2028 में होने वाले उज्जैन सिंहस्थ के यातायात को सुगम बनाने के लिए बायपास से उज्जैन रोड को लिंक करने वाले एमआर 12 मार्ग का लगभग 8 किमी का निर्माण पूरा किया जाएगा। साथ ही एमआर 12 पर ही 6 लेन रेलवे ओव्हर ब्रिज व कान्ह नदी पर 6 लेन हाईलेवल ब्रिज का निर्माण भी किया जाएगा।
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भोपाल और धार रोड़ पर भी बनेंगे आईएसबीटी
बैठक में बताया गया कि एमआर 10 पर 8.68 हेक्टेयर भूमि पर आईएसबीटी का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। मौके पर वर्तमान में 95 प्रतिशत से अधिक कार्य किया जा चुका है। वित्तीय वर्ष 2025-26 में बचे काम के लिए 15.50 करोड़ रुपए का प्रावधान रखा गया है। इस कार्य को इसी वित्तीय वर्ष में पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके साथ ही भोपाल रोड और धार रोड पर भी एक-एक आईएसबीटी का प्रावधान किया गया।
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मप्र की सबसे बड़ी हाईराइज होगी स्टार्टअप पार्क
सिंह ने बताया कि स्टार्टअप पार्क कई चरणों में विकसित होगा। यह योजना शहर की महत्वाकांक्षी योजना होकर इससे शहर की वित्तीय क्षमता में अभिवृद्धि होगी। फेज-1 का कार्य वित्तीय वर्ष 2025-26 में प्रस्तावित है। इसकी कार्ययोजना तैयार करने के लिए मलेशिया की वेरिटास आर्किटेक्ट एवं मेहता एंड एसोसिएट्स एलएलपी इंदौर की संयुक्त कंपनी को कंसल्टेंट नियुक्त किया गया है। भवन की ऊंचाई लगभग 87.60 मीटर होगी, जो कि संभवतः मप्र की सबसे ऊंची इमारत होगी। उक्त कार्य को 5 वर्ष की अवधि में पूर्ण किए जाने का लक्ष्य रखा गया है। प्राधिकारी द्वारा योजना क्र.134 में वरिष्ठ नागरिकों के लिए सर्विसुविधायुक्त आवासीय कॉम्प्लेक्स का निर्माण किया गया है।
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यह भी काम करेगा आईडीए
- इंदौर शहर को शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ाने के उद्देश्य से प्राधिकरण द्वारा 4 सीएम राइज स्कूलो का निर्माण डिपाॅजिट वर्क के अन्तर्गत किया जा रहा है।
- मोरोद अनाज मंडी का विकास कार्य किया जाएगा। इसके लिए प्राधिकरण द्वारा वित्तीय वर्ष 2025-26 में 10 करोड़ रुपए व्यय का प्रावधान रखा गया है।
- अभिलेखों को सुरक्षित रूप से संधारित करने के उद्देश्य से कम्प्यूटरीकरण के तहत उनका डिजिटाईजेशन किए जाने का भी प्रावधान है।
- इन्द्रेश्वर महादेव मंदिर एवं तुलसीदास राम मंदिर के नवीनीकरण का कार्य किए जाने का प्रावधान रखा गया है।
- रिवर फ्रंट डेवलेपमेंट की डीपीआर बनाने का काम करवाया जाएगा। साथ ही आईएसबीटी से आगे 1 किमी के क्षेत्र में प्राधिकरण द्वारा विकास कार्य किया जाएगा।
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यह अफसर बैठक में रहे मौजूद
बैठक में आईडीए सीईओ आरपी अहिरवार, निगम कमिश्नर शिवम वर्मा, वन मंडलाधिकारी प्रदीप मिश्रा, अपर कलेक्टर ज्योति शर्मा, टीएंडसीपी के संयुक्त संचालक शुभाशीष बनर्जी, पीडब्ल्यूडी चीफ इंजीनियर सीएस खरत, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के सुनील कुमार उदिया उपस्थित थे।