पूर्व कांग्रेस विधायक और अब बीजेपी में आ चुके संजय शुक्ला ( Sanjay Shukla ) को जिस जगह पर अवैध खनन के लिए 140 करोड़ की पेनल्टी का नोटिस मिला था, वहां फिर अब धड़ल्ले से अवैध खनन शुरू हो चुका था। द सूत्र ने 23 अगस्त को यह न्यूज प्रकाशित की थी। इसके बाद जिला प्रशासन ने यहां पर सख्ती की और जब खनिज इंस्पैक्टर को भेजकर जांच कराई तो जमकर अवैध खनन करते हुए पाया गया। मौके से डंपर, जेसीबी, पोकलेन को जब्त किया गया है।
अवैध खनन में इनका नाम आया
गांव बारोली तहसील हातोद की यह अवैध खनन है। कलेक्टर आशीष सिंह ने अवैध खनन पर कार्रवाई के आदेश दिए, अपर कलेक्टर गौरव बैनल ने इसमे मौके पर टीम बनाकर भेजी और मशीनों को जब्त करवाया, पूछताछ में सामने आया है कि यह अवैध खनन मेहरबान सिंह ही करवा रहा है।
आरोपी मेहरबान, 140 करोड़ नोटिस में शुक्ला के साथ आरोपी
यह आरोपी मेहरबान सिंह और कोई नहीं बल्कि संजय शुक्ला के साथ पूर्व में मिल चुके 140 करोड़ के नोटिस का सहआरोपी है। यानी इस अवैध खनन के तार एक बार फिर शुक्ला से ही जुड़ रहे हैं।
दो अप्रैल को संजय शुक्ला के साथ ही ईडन गार्डन गृह निर्माण सहकारी संस्था तर्फे नीलेस पिता बनवारी लाल पंसारी, मेहरबान सिंह पिता प्रेमसिंह राजपूत, राजेंद्र पिता विष्णुप्रसाद शुक्ला को 140 करोड़ के अवैध खनन में नोटिस दिया गया था। नोटिस में था कि ग्राम बारोली के सर्वे नंबर 3/1/2 के 5.503 हेक्टयेर पर पत्थर और मुरम का अवैध खनन हो रहा है। निकाली गई अवैध मुरम और पत्थर की कीमत के साथ ही खनिज (अवैध खनन, परिवहन व भंडारण निवारण) एक्ट 2022 के तहत इस पर कुल 140 करोड़ रुपए 63 लाख 14 हजार 330 रुपए पेनल्टी अधिरोपित किया जाना प्रस्तावित किया जाता है। इस मामले में सुनवाई के लिए कोर्ट में उपस्थित रहें।
यहीं से मुरम निकाल रेवती रेंज में सड़क बनाई थी
हाल ही में इंदौर में 14 जुलाई के महापौधरोपण अभियान के दौरान भी कच्ची मुरम की सड़क बनाई गई थी। सूत्रों के अनुसार इसके लिए भी वहीं से अवैध खनन कर मुरम निकाली गई और मौके पर डालकर हाथोंहाथ कच्ची सड़क आवागमन के लिए बनाई गई। इसके लिए 60 लाख रुपए का टेंडर भी जारी हुआ था। इस तरह अवैध मुरम का उपयोग करके यह टेंडर पूरा किया गया।
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