/sootr/media/media_files/2025/08/16/indore-jeetu-patwari-chintu-2025-08-16-17-49-44.jpg)
बाएं से दाएं- चिंटू चौकसे, विपिन वानखेड़े, सुरजीत सिंह चड्ढा और सदाशिव यादव
ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी (AICC) ने शनिवार शाम को मप्र के जिलाध्यक्ष और शहराध्यक्षों की सूची जारी कर दी है। जैसा कि बात कही जा रही थी इस बार कुछ जिलों में बड़े नेताओं को भी जिम्मेदारी दी गई है। आब्जर्वर की सूची से नाराज होने के बाद ही यह फार्मूला उन्होंने दिया था। हालांकि बड़े स्तर पर यह फार्मूला लागू नहीं हुआ जिसकी बात प्रारंभिक स्तर पर हुई थी।
वहीं इंदौर में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी की आधी चली है। इंदौर शहराध्यक्ष पद पर निगम नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे को लाया गया है और वहीं ग्रामीण जिलाध्यक्ष के लिए पूर्व आगर-मालवा विधायक विपिन वानखेड़े को नियुक्त किया गया है। उधर शहाध्यक्ष पद से सुरजीत सिंह चड्ढा और ग्रामीण जिलाध्यक्ष पद से सदाशिव यादव की विदाई हो गई है। दोनों को हटकर नई नियुक्तियां हुई है।
चिंटू तो दोस्त को बनवाना चाहते थे और पटवारी उन्हें
जब केंद्रीय आब्जर्वर इंदौर में आए थे तब निगम के नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे अपने मित्र राजू भदौरिया को शहराध्यक्ष के लिए लॉबिंग कर रहे थे। चिंटू ने तो शहराध्यक्ष के लिए फार्म तक नहीं भरा था। सर्वे में अमन बजाज आए और इस दौरान पटवारी ने अरविंद बागड़ी का नाम आगे बढ़ाया। लेकिन स्थितियां बदली और बागड़ी का विरोध होने लगा, पटवारी ने फिर चिंटू का नाम आगे बढ़ाया, क्योंकि उनके मित्र राजू भदौरिया किसी दौड़ में भी नहीं थे।
चिंटू को तेजतर्रार बताते हुए उन्हें पटवारी ने आगे किया। इसी बीच राहुल गांधी द्वारा चार दिन पहले हुई बैठक में नाराजगी पर बड़े नेताओं का फार्मूला दे दिया और इसमें इंदौर में शोभा ओझा का नाम आने लगा। लेकिन आखिर में पटवारी अपने चहेते चिंटू पर सहमति बनाने में कामयाब हो गए और उनके नाम की घोषणा हो गई।
चिंटू नेता प्रतिपक्ष रहेंगे या जाएंगे
कांग्रेस में एक नेता एक पद की बात कही जाती है। ऐसे में अब चिंटू के पास दो पद होंगे। लेकिन सूत्रों के अनुसार चिंटू ने इसी बात पर पटवारी को सहमति दी थी कि वह नेता प्रतिपक्ष का पद नहीं छोड़ेंगे। बात दो पद की हुई तो यह भी कहा गया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे खुद दो पद पर है।
जानकारी के अनुसार इसी बात पर वह तैयार हुए हैं। यदि कुछ विवाद होता है तो फिर पटवारी ने एक अन्य करीबी दीपू यादव की पत्नी विनितिका यादव जो वार्ड 10 से पार्षद है को निगम नेता प्रतिपक्ष के रूप में आगे बढ़ाने की तैयारी की हुई है।
विरोध के बाद भी विपिन का आना चौंकाने वाला
इसी बीच ग्रामीण जिलाध्यक्ष पद पर विपिन वानखेड़े का नाम आना चौंकाना वाला है। वह आगर-मालवा की एससी सीट से चुनाव लड़ते आए हैं और एक बार के विधायक भी बन चुके हैं। बीच में उनका नाम चला जरूर था लेकिन फिर मामला ठंडा हो गया। उनका आना जीतू पटवारी के लिए झटका है, वह इस पद पर विपिन को नहीं चाहते थे।
इस पद के लिए मुख्य तौर से नाम सत्तू पटेल के भाई राधेश्याम पटेल और फिर रीना बौरासी का था। लेकिन दोनों ही नामों को हटाकर विपिन का नाम आया है। इंदौर ग्रामीण में महू, देपालपुर, सांवेर विधानसभा सीट आती है और राऊ भी आधी शहरी और आधी ग्रामीण मानी जाती है। बाकी पांच सीट शहरी विधानसभा में इंदौर एक से लेकर इंदौर पांच तक आती है।
कांग्रेस प्रवक्ता का इस्तीफा
कांग्रेस के संभागीय प्रवक्ता सन्नी राजपाल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। सन्नी राजपाल ने बयान जारी कर कहा कि राहुल गांधी के संगठन सृजन अभियान का प्रदेश कांग्रेस नेताओं के दबाव में विसर्जन हुआ।
सन्नी राजपाल ने कहा कि इसके साथ ही नए युवकों और जमीनी कार्यकर्ताओं का भी विसर्जन हुआ। ये कार्यकर्ता सेकंड पंक्ति के कांग्रेस नेता हैं, जिन्हें प्रदेश के बड़े नेता आगे आने का अवसर नहीं दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि वे अब कांग्रेस के संभागीय प्रवक्ता पद से इस्तीफा देकर एक आम कार्यकर्ता के रूप में काम करेंगे।
thesootr links
- मध्यप्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- छत्तीसगढ़की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- राजस्थान की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- रोचक वेब स्टोरीज देखने के लिए करें क्लिक
- जॉब्स और एजुकेशन की खबरें पढ़ने के लिए क्लिक करें
- निशुल्क वैवाहिक विज्ञापन और क्लासिफाइड देखने के लिए क्लिक करें
अगर आपको ये खबर अच्छी लगी हो तो 👉 दूसरे ग्रुप्स, 🤝दोस्तों, परिवारजनों के साथ शेयर करें📢🔃🤝💬👩👦👨👩👧👧👩