गणेश चतुर्थी का पर्व बुधवार को पूरे इंदौर शहर में श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। इस अवसर पर खजराना गणेश मंदिर में भगवान गणेश का 5 किलो सोने के आभूषणों और मोतियों से श्रृंगार किया गया। साथ ही फूलों से सुसज्जित फूल बंगला भी भक्तों के आकर्षण का केंद्र बना। मंदिर प्रबंधन ने भक्तों की सुविधा के लिए चलित दर्शन और ऑनलाइन लाइव दर्शन की विशेष व्यवस्था की है।
कलेक्टर और निगम आयुक्त ने किया ध्वजा पूजन
मंदिर प्रबंधन समिति के अध्यक्ष एवं कलेक्टर आशीष सिंह और मंदिर प्रशासक एवं नगर निगम आयुक्त शिवम वर्मा ने गणेशजी का अभिषेक और ध्वजा पूजन किया। इस मौके पर भगवान को सोने के आभूषण भी समर्पित किए गए। पूजन-अर्चन के दौरान भगवान गणेश को मोदक का भोग भी लगाया गया। जिसे पूजा के बाद भक्ताें को प्रसाद में बांटा गया।
इस तरह से हुआ श्रंगार
खजराना गणेश को सवा लाख मोदक का भोग
गणेशोत्सव की शुरुआत 27 अगस्त को सवा लाख मोदक के भोग से हुई। इसके साथ ही प्रतिदिन भगवान को 20 हजार अलग-अलग अनाज और स्वादों से बने लड्डुओं का भोग लगाया जाएगा।
इस तरह पूरे उत्सव में 3 लाख से अधिक लड्डू अर्पित होंगे, जो देशभर में अपनी तरह का पहला उदाहरण होगा।
मोदक और लड्डुओं की तैयारी प्रसिद्ध रसोइए खेमजी महाराज और उनकी 30 सदस्यीय टीम ने 10 सुपर भट्टियों पर 6 दिन तक लगातार की।
भक्त मंडल ने प्रसाद वितरण के लिए 50 बड़ी परातें और 100 ट्रे तैयार की हैं।
प्रसाद वितरण की व्यवस्था 20 कार्यकर्ताओं द्वारा संभाली जाएगी।
इस तरह से कलेक्टर आशीष सिंह ने परिवार सहित की पूजा
अलग-अलग दिनों पर विशेष भोग
भक्त मंडल के अरविंद बागड़ी और कैलाश पंच ने बताया कि रोजाना विशेष लड्डुओं का भोग लगाया जाएगा –
27 अगस्त – सवा लाख मोदक
28 अगस्त – अजवाईन के लड्डू
29 अगस्त – मूंग के लड्डू
30 अगस्त – चवले के लड्डू
31 अगस्त – उड़द के लड्डू
1 सितंबर – गोंद के लड्डू
2 सितंबर – बेसन के लड्डू
3 सितंबर – मोतीचूर के लड्डू
4 सितंबर – बड़ी बूंदी के लड्डू
5 सितंबर – फरियाली ड्रायफ्रूट लड्डू
पूजा के बाद प्रसाद वितरण किया गया
सांस्कृतिक और धार्मिक आयोजन की श्रृंखला
गणेशोत्सव के दौरान प्रतिदिन विशेष कार्यक्रम होंगे –
28 अगस्त : दोपहर 2 बजे दृष्टिबाधित बच्चों का मंगलाचरण, शाम 7 बजे कल्पना झोकरकर की संगीतमय प्रस्तुति।
29 अगस्त : शालेय छात्रों का सामूहिक गायन, शाम 7.30 बजे नेशनल स्कूल ऑफ कत्थक की प्रस्तुति।
30 अगस्त : शाम 5 बजे अन्नक्षेत्र के आजीवन सदस्यों का सम्मान व स्नेह भोज, रात 8 बजे ऋषि कुमार म्यूजिकल ग्रुप की भजन संध्या।
31 अगस्त : शाम 5 बजे कला प्रस्तुति, रात 8 बजे अश्विनी पाठक द्वारा सुंदरकांड।
1 सितंबर : शाम 6 बजे नादयोग गुरुकुल द्वारा कत्थक और भरतनाट्यम, पाटीदार योगा सेंटर और स्वर मंदिर म्यूजिकल योगा की प्रस्तुति।
2 सितंबर : शाम 7 बजे भजन संध्या, रतन मोहन शर्मा की प्रस्तुति।
3 सितंबर : शाम 7 बजे भजन संध्या, मैथिली ठाकुर की प्रस्तुति।
4 सितंबर : शाम 7 बजे भजन संध्या, शर्मा बंधु की प्रस्तुति।
बड़ा गणपति मंदिर में भव्य आयोजन
इंदौर के बड़ा गणपति मंदिर में भी गणेश चतुर्थी पर विशेष श्रृंगार और पूजन हुआ।
मंदिर के पुजारी पं. धनेश्वर दाधीच ने बताया कि यहां भगवान गणेश की 25 फीट ऊंची और 14 फीट चौड़ी प्रतिमा का श्रृंगार 15 अगस्त से ही शुरू कर दिया गया था।
11 से 15 लोगों की टीम ने सजावट पूरी की।
बुधवार सुबह 9 से 11 बजे तक गणपति अर्थवशीर्ष का सहस्रार्चन और 10.30 से 11.30 बजे तक हवन पूजन हुआ।
इसके बाद महाआरती और 151 किलो शुद्ध घी के लड्डुओं का महाभोग अर्पित किया गया।
कुछ लड्डू सवा-सवा किलो के भी बनाए गए थे।
इसके बाद पूरे दिन प्रसाद वितरण किया गया।
भक्तों के लिए विशेष व्यवस्था
दर्शन के लिए चैनलाइज व्यवस्था बनाई गई है।
एक तरफ से प्रवेश और दूसरी तरफ से बाहर निकलने की व्यवस्था रहेगी।
करीब 15 मिनट में ही भक्त दर्शन कर सकेंगे।
बड़ी प्रतिमा होने से भक्त पीछे से भी आसानी से दर्शन कर पाएंगे।
गणेश चतुर्थी पर शहरभर में घर-घर और पंडालों में गणेश प्रतिमाओं की स्थापना हुई। बड़ा गणपति, छोटा गणपति और खजराना गणेश सहित सभी प्रमुख मंदिर आकर्षक सजावट से जगमगा उठे हैं।