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The Sootr
इंदौर में मेट्रो ट्रेन के स्टेशन पर इन दिनों एक अलग ही नजारा देखने को मिल रहा है। यहां पर फ्लाइट में चेक इन करने के दौरान की जाने वाली सिक्योरिटी चेक इन जैसी ही चेकिंग हो रही है। इस दौरान मेट्रो की यात्रा करने पहुंचने वालों लोगाें की जेब से रोज 1 किलो से ज्यादा गुटखा, खैनी, तंबाखू, जर्दा और बीड़ी के बंडल तक जब्त हो रहे हैं। पुरूष चेकिंग काउंटर पर यह ढ़ेर बखूबी देखा जा सकता है। मेट्रो में जहां राेज औसतन 20 हजार यात्री सफर कर रहे हैं तो इनमें से औसतन 5 हजार यात्रियों की जेब से गुटखा–तंबाखू पकड़ा जा रहा है। मेट्रो में शनिवार तक शहरवासी फ्री सफर कर पाएंगे। रविवार से उन्हें टिकिट लेकर यात्रा करनी होगी।
प्रतिबंधित सामग्री का लग रहा ढ़ेर
इंदौर में 1570 करोड़ रुपए की लागत से मेट्रो के पहले फेस 6 किलोमीटर के प्रायोरिटी कॉरिडोर पर संचालन शुरू हुआ है। इसमें शहरवासियों को एक सप्ताह के लिए फ्री यात्रा करने को मिल रही है। उस दौरान मेट्रो के स्टेशन पर सिक्योरिटी अफसरों द्वारा बड़ी मात्रा में प्रतिबंधित सामग्री जब्त की जा रही है। इसमें बड़ी मात्रा में जब्त गुटखा–पाऊच के ढ़ेर लग रहे हैं। इन्हें एक बॉक्स में इकट्ठा किया जा रहा है।
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रोज एक किलो के करीब जब्त कर रहे सामग्री
मेट्रो प्रबंधन के मुताबिक सिक्योरिटी अफसरों द्वारा पुरूषों की चेकिंग के दौरान उनकी जेब से सौंफ के पाऊच, बीड़ी, सिगरेट, तंबाखू, सुपारी के पाऊच आदि मिल रहे हैं। चूंकि मेट्रो में इन सामग्री को ले जाना प्रतिबंधित किया है। ऐसी स्थिति मे इन्हें सुरक्षा जांच के दौरान बाहर ही रखवा लिया जा रहा है। सुबह से रात तक रोज लगभग एक किलो के करीब सामग्री इकट्ठा हो रही है। जिसे बाद में नष्ट किया जा रहा है।
पहले तो बहाने बनाते, फिर सख्ती करने पर फेंक देते
बताया गया कि मेट्रो की सुरक्षा में लगे अफसर यात्रियों की जांच के लिए एक लाइन में आने का कहते हैं। इस दौरान जैसे ही यात्री उनके पास पहुंचते हैं और उनकी जेब से तंबाखू या गुटखे निकलते हैं तो फिर वे पहले तो बहाने बनाने लगते हैं कि– अरे सर जरा सा तो है, ले जाने दीजिए, अंदर नहीं खाएंगे। बड़ा महंगा खरीदा है, अभी खरीदकर ही लाए हैं, पैसे वेस्ट हो जाएंगे, आप अपने पास रख लीजिए हमें बाद में दे देना आदि तरह की बातें करते हैं। इस पर जब सुरक्षा अधिकारी सख्ती करते हैं तो फिर यात्रियों को मजबूरन उन्हें डस्टबिन में फेंकना पड़ता है।
5 दिन में ही 1 लाख से ज्यादा ने की यात्रा
मेट्रो का शुभारंभ 31 मई 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भोपाल से वर्चुअल तरीके से किया था। उसके बाद से एक सप्ताह के लिए इसे फ्री किया गया था। पहले ही दिन 1 जून 2025 को 26803, 2 जून 2025 को 16071, 3 जून 2025 को 19701, 4 जून 2025 को 20534 और 5 जून 2025 को 21179 यात्रियों ने सफर किया। ऐसे में अभी तक कुल 5 दिनों में ही 1 लाख 4 हजार 288 यात्रियों ने सफर कर लिया है।
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मेट्रो में सफर करने से पहले याद कर लें ये नियम
मेट्रो ट्रेन के फ्री सफर समाप्त होने के बाद प्रबंधन यात्रियों पर सख्त नियम लागू करेगा। इसकी गाइडलाइन जारी की गई है। यात्रियों ने अगर नियम तोड़े तो जुर्माना और जेल दोनों का सामना करना पड़ सकता है। इसको लेकर मेट्रो के हर स्टेशन पर नियम-कायदों के बोर्ड चस्पा किए गए हैं।
– महिला कोच में पुरुष चढ़े तो 3 महीने की जेल और 250 रुपए जुर्माना।
– पालतू जानवर मेट्रो में नहीं ले जा सकते।
– प्रोफेशनल कैमरे से फोटोग्राफी की तो परमिशन जरूरी होगी।
– खेलकूद का सामान ढंका हुआ या पैक हो।
– कोच में स्टिकर चिपकाया, विज्ञापन किया तो सीधे फाइन लगेगा।
– केवल दो सीलबंद शराब की बोतलें ले जा सकते हैं। ढक्कन खुला मिला तो माना जाएगा शराब पी है और जुर्माना तय।
– फर्श पर बैठे मिले तो 200 रुपए जुर्माना।
– गुटखा थूकने या शराब पीकर सफर करने पर टिकट जब्त, 200 रुपए फाइन।
– चाकू, हथौड़ा, पटाखे, हथियार पर रोक।
– सिख समाज के लोग कृपाण रख सकते हैं, लंबाई 9 इंच से ज्यादा नहीं होना चाहिए।
रेडिसन तक चले, तब मिलेंगे अच्छे यात्री
मेट्रो ट्रेन शुरू जरूर हो गई है, लेकिन इसका लाभ असल यात्रियों को शुरूआत में कम ही देखने को मिलेगा। क्योंकि इसे जिस 6 किलोमीटर के हिस्से में चलाया जाएगा, वहां पर अभी ना तो इतनी ज्यादा कॉलोनियों के रहवासी हैं और ना ही कोई बाजार व स्कूल–कॉलेज। ऐसे में जब तक इसे रेडिसन चौराहे तक शुरू नहीं किया जा सकता। तब तक इसे अच्छे यात्री नहीं मिल सकते हैं।
6 किलोमीटर का है सुपर प्रायोरिटी कॉरिडाेर
इंदौर मेट्रो ट्रेन का लगभग 6 किलोमीटर का हिस्सा येलो लाइन का सुपर प्रायोरिटी कॉरिडोर है। इसमें 5 स्टेशन - गांधीनगर स्टेशन, सुपर कॉरिडोर नं 6 स्टेशन, सुपर कॉरिडोर नं 5 स्टेशन, सुपर कॉरिडोर नं 4 स्टेशन और सुपर कॉरिडोर नं 3 स्टेशन शामिल हैं। यह कॉरिडोर ट्रैफिक और प्रदूषण कम करेगा। साथ ही यात्रियों को आरामदायक सफर प्रदान करेगा।
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कुल 31.32 किलोमीटर में होंगे 28 स्टेशन
इंदौर में मेट्रो ट्रेन की शुरुआत गांधी नगर मेट्रो स्टेशन से होगी। इंदौर में कुल 31.32 किलोमीटर लंबी (22.62 किमी एलेवेटेड एवं 8.7 किमी भूमिगत) इस मेट्रो की येलो लाइन पर 28 स्टेशन होंगे। मेट्रो के 31.32 किलोमीटर के सम्पूर्ण प्रोजेक्ट की लागत लगभग 7500 करोड़ रुपए है। प्रारंभिक तौर पर 6 किलोमीटर के कॉरिडोर का उद्घाटन हुआ है, जिसकी लागत लगभग 1520 करोड़ रुपए है।
इंदौर मेट्रो की खास बातें
• वातानुकूलित, प्रदूषण रहित आधुनिक कोच।
• एक ट्रेन की यात्री क्षमता: लगभग 980 यात्री।
• सभी स्टेशनों पर लिफ्ट, एस्केलेटर।
• दिव्यांगजनों के लिए ब्रेल लिपि और स्पर्शनीय टाइलें।
• सभी स्टेशन व डिपो पर CCTV कैमरे और अग्निशमन उपकरण।
• यात्रियों की सुरक्षा हेतु आपातकालीन बटन और इंटरकॉम ।
• दृष्टिहीन यात्रियों के लिए ऑडियो अनाउंसमेंट प्रणाली।
• व्हीलचेयर, बैठने की सुविधा, शौचालय, पीने का पानी।
• QR आधारित टिकटिंग, AI ट्रैकिंग, कंट्रोल सेंटर।
अभी यह है तैयारी
मेट्रो के सुपर प्रायोरिटी कॉरिडोर के 6 किमी रूट को अभी शुरू किया गया है। इस सुपर प्रायोरिटी रूट के बाद स्टेशन नंबर तीन से रेडिसन चौराहे तक 12 स्टेशन तैयार हो चुके हैं। चार स्टेशन पर अभी काम बाकी है। मेट्रो स्टेशन पर अभी एस्केलेटर, प्रवेश व निकासी गेट लग रहे हैं। गांधीनगर स्टेशन से रेडिसन चौराहे तक अगस्त तक मेट्रो चलाने की योजना है।
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यह है मेट्रो का पहला चरण
मेट्रो के पहले चरण में कुल 17.50 किमी लंबाई है। लेकिन इसमें भी प्राथमिकता आधार पर हिस्से बांटे गए हैं।
1-पहला सुपर प्रायोरिटी चरण- 6 किमी यह गांधीनगर से टीसीएस तक- यहां सबसे पहले चलेगी।
2- टीसीएस से रेडिसन होते हुए रोबोट चौराहे तक- 12 किमी का हिस्सा
दूसरे चरण में यह रहेगा
1- रोबोट चौराहे से रीगल तक- 5.5 किमी
2- रीगल से गांधीनगर तक- 8.5 किमी
( कुल 14 किमी का हिस्सा)
- इस तरह पहले और दूसरे चरण को मिलाकर कुल 31.32 किमी में मेट्रो चलना है। इसकी लागत 7500 करोड़ है।
अभी यह किराया तय हुआ है- मिलेगी बंपर छूट
मेट्रो का प्रारंभिक किराया तय किया जा चुका है। स्टेशन संख्या 1 से दो तक के लिए 20 रुपए, तीन से पांच तक के लिए 30 रुपए, 6 से 8 के लिए 40 रुपए, स्टेशन 9 से 11 तक के लिए 50 रुपए, स्टेशन 12 से 14 तक के लिए 60 रुपएऔर 15 से अधिक स्टेशन के लिए 80 रुपए होगा। मेट्रो कॉर्पोरेशन ने किराया सूची जारी कर दी है, लेकिन पहले सप्ताह यात्रा पूर तरह से फ्री रहेगी, दूसरे सप्ताह इसमें 75 फीसदी की छूट मिलेगी तो फिर तीसरे सप्ताह 50 फीसदी की और आखिरी चौथे सप्ताह से तीन माह तक टिकट पर 25 फीसदी छूट मिलेगी।
सुबह 8 बजे से चलेगी
मेट्रो सुबह 8 बजे से रात आठ बजे तक 12 घंटे लगातार चलेगी और हर आधे घंटे में एक ट्रेन होगी। यह गांधीनगर से टीसीएस चौराहे तक सुपर प्रायोरिटी कॉरिडोर 6 किमी में अभी चल रही है। इस रूट पर कुल पांच स्टेशन होंगे। दिन भर में कुल 50 फेरे होंगे। शुरू में केवल पांच स्टेशन है। इसलिए किराया 20 से 30 रुपए के बीच ही होगा।