इंदौर विधानसभा दो विधायक रमेश मेंदोला के पिता चिंतामणि मेंदोला का निधन रविवार ( 18 अगस्त ) को हो गया था। शोक संतृप्त परिवार को ढांढस बंधाने के लिए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव मंगलवार सुबह इंदौर आए और एयरपोर्ट से सीधे उनके निज निवास पर पहुंचे। यहां उन्होंने परिवार के साथ मुलाकात की और उन्हें सांत्वना दी। इस दौरान मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, मंत्री तुलसी सिलावट व अन्य नेता उपस्थित थे।
सीएम डॉ. मोहन यादव ने इस मौके पर कहा कि लोकप्रिय विधायक मेंदोलाजी के पिता का निधन हुआ। चिंतामणि ने मजदूरों के क्षेत्र और रिटायर कर्मचारियों के लिए काफी अहम भूमिका निभाई थी। मैं श्रद्धांजलि अर्पित करने आया हूं। यह देवलोक गमन का दुखद अवसर है। प्रभु महाकाल से कामना करता हूं उन्हें मोक्ष प्रदान करें और मेंदोला परिवार पर जो वज्रपात हुआ है उसे सहन करने की शक्ति प्रदान करें।
उठावना आज शाम
मेंदोला परिवार द्वारा उठावना बैठक मंगलवार शाम को पांच से छह बजे तक ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में रखी है। वहीं निधन के बाद से ही मेंदोला के निवास पर शोक जताने के लिए सभी वर्ग का आना-जाना लगा हुआ है। चिंतामणि मेंदोला का रविवार शाम को निधन हो गया था। वह लंबे समय से अस्वस्थ थे। नंदानगर उनके निवास से शाम को अंतिम यात्रा मालवा मिल मुक्तिधाम के लिए गई थी। इसमें भारी संख्या में शोक संतृप्त लोग शामिल हुए।
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लंबे समय से अस्वस्थ थे पिता
चिंतामणि मेंदोला की उम्र 98 साल थी, वह लंबे समय से अस्वस्थ थे। लंबी बीमारी के बाद उन्होंने रविवार शाम को अंतिम सांस ली। चिंतामणि मेंदोला मूल रूप से उत्तराखंड के रहने वाले थे। 1950 के दशक में इंदौर आकर बस गए। परिवार में छ: पुत्र और एक पुत्री है। एक पुत्र का निधन हो चुका है।
मेंदोला ने यह दिया था शोक संदेश
निधन पर रमेश मेंदोला ने सोशल मीडिया पर शोक संदेश में लिखा था कि- जो सृष्टि के नाथ है, पिता के बिना वो भी अनाथ है। आज का दिन जीवन में सबसे दुखद बन गया। मेरे सिर पर अपने आशीष का हाथ रखने वाले पूज्य पिताजी मुझे छोड़कर बैकुंठधाम चले गए। पिता शक्ति है, पिता संबल है।
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