इंदौर नगर निगम का बजट बिना बहस के ही पास हो गया। बुधवार को इस बजट पर चर्चा होना थी लेकिन जहां मंगलवार को कांग्रेस ने हंगामा किया वहीं बहस के दिन बीजेपी पार्षदों ने जमकर हंगामा किया और नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे से माफी की मांग की। इस माफी की मांग से इतना हंगामा हुआ कि सभापति ने तीन बार सदन को स्थगित किया और फिर बजट को बिना बहस के पास कर दिया। कुल मिलाकर बीजेपी हो या कांग्रेस दोनों की तू-तू मैं-मैं में जनता ठगा गई और बिना बहस के ही बजट पास हो गया और बढ़े हुए टैक्स भी इसी के साथ लागू हो गए।
इस तरह शुरू हुई बहस
सदन की कार्रवाई शुरू होते ही नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे ने कहा कि कांग्रेस के कई पार्षदों के सवाल शामिल नहीं लिए गए। इस पर बीजेपी पार्षदों ने यह कहते हुए हंगामा शुरू कर दिया कि कल जिन्हें निलंबित किया गया, उन्हें सवाल पूछने का अधिकार नहीं। श्रृंद्धाजलि के दौरान भी कांग्रेस मंगलवार तो तख्तियां लेकर हंगामा करती रही पहले इस पर वह माफी मांगे। इसी बात पर हंगामा बढ़ गया।
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तीन बार सभा स्थगित की
दोनों दलों के पार्षदों के हंगामे के कारण सभापति ने कुल तीन बार पहले पांच मिनट, फिर दस मिनट और फिर पांच मिनट के लिए सदन की कार्रवाई स्थगित की। तीसरी बार कार्रवाई शुरू होते ही सभापति ने कहा कि मैं सदन की कार्यवाही सुचारू चलाने की कोशिश कर रहा हूं, लेकिन ये संभव नहीं दिख रहा।इसके बाद उन्होंने बहुमत से बजट पास होने की घोषणा की। इसके बाद सभी पार्षद, महापौर, सभापति राष्ट्रगान के लिए खड़े हो गए।
यह बोले महापौर और नेता प्रतिपक्ष...
महापौर पुष्यमित्र भार्गव
महापौर ने कहा कि विपक्ष भाग रहा था, शहरहित में वह बहस ही नहीं करना चाहते थे। बजट पर बहस के लिए बजट सुनना भी पड़ता है। मंगलवार को सभापति द्वारा समझाने के बाद भी वह नहीं माने और बाहर हुए। यह दुखद है कि विपक्ष ने श्रृंद्धाजलि के दौरान हंगामा किया। हमने कहा कि वह खेद प्रकट करें जो सदन में कल हुआ, लेकिन वह तैयार नहीं हुए। इसके पास सदन ने शहर विकास का बजट पारित कर दिया
नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे
चौकसे ने कहा कि हमने काले कपड़े पहन तख्तियां लेकर प्रदर्शन किया, हमारी मांग थी पहले भ्रष्टाचार पर बात करें, लेकिन इस पर बात नहीं की और हमे सदन से बाहर करा दिया। आज भी हम बहस पर चर्चा करना थी, हमने सवाल लगाए, लेकिन कोई सवाल ही नहीं सुना गया, सभी भ्रष्टाचार कर रहे हैं और उन्हें संरक्षण दे रहे हैं। चर्चा करने की बात आई तो सुना ही नहीं और सभापति ने अन्याय करते हुए बजट पारित कर दिया। हमने कहा भी कि बीजेपी पार्षद हंगामा कर रहे है लेकिन हम बात रखने के लिए तैयार है लेकिन नहीं माना गया। अब 6 अगस्त को प्रदर्शन करेंगे।
दो रिक्त पद भरे गए
इससे पहले निगम की अपील समिति के खाली पद पर इंदौर कलेक्टर और जिला निर्वाचन अधिकारी आशीष सिंह ने निर्वाचन की प्रकिया पूरी कराई। अपील समिति के सदस्य पद पर निर्विरोध भरत सिंह रघुवंशी का निर्वाचन हुआ। रघुवंशी वार्ड क्रमांक 70 के पार्षद हैं।