इंदौर में बद्रीनाथ, मथुरा, ओडिशा से लौटे लोग CORONA पॉजिटिव, 7 नए मामले आए

मध्यप्रदेश में कोविड-19 के ओमिक्रॉन वैरिएंट की दो नई सब-लाइनें (XFG और LF.7.9) पाई गई हैं। पुणे की नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (NIV) द्वारा की गई जीनोम सीक्वेंसिंग में इंदौर के 7 संक्रमित मरीजों के सैंपल में ये वैरिएंट मिले।

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Vishwanath Singh
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इंदौर में कोरोना के लक्षण अब बढ़ने लगे हैं। हालांकि, इसकी संख्या अभी भी ज्यादा नहीं है। बुधवार को कोविड-19 के 7 नए मामले सामने आए, जिससे अब तक कुल मरीजों की संख्या 33 हो गई है। इनमें से 25 मरीज इंदौर के हैं और 8 अन्य जिलों से हैं। वर्तमान में शहर में 17 मरीज एक्टिव (सक्रिय) हैं। इनमें अहम बात यह है कि जो नए मरीज मिले हैं उनमें ओमिक्रॉन के दो नए सब-वेरिएंट्स की पुष्टि हुई है। 

ओमिक्रॉन के दो नए सब-वेरिएंट्स की पुष्टि

मध्यप्रदेश में कोविड-19 के ओमिक्रॉन वैरिएंट की दो नई सब-लाइनें (XFG और LF.7.9) पाई गई हैं। पुणे की नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (NIV) द्वारा की गई जीनोम सीक्वेंसिंग में इंदौर के 7 संक्रमित मरीजों के सैंपल में ये वैरिएंट मिले। महात्मा गांधी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज को मिली रिपोर्ट के अनुसार, इनमें से 5 मरीजों में XFG और 2 मरीजों में LF.7.9 पाया गया, जो कि ओमिक्रॉन (BA.2 जैसी) फैमिली का हिस्सा हैं।

ज्यादातर मरीजों को हल्के लक्षण

जिन लोगों में काेरोना के लक्ष्ण देखने को मिले हैं। इनमें से केवल कुछ ही मरीजों को डॉक्टरों ने कोविड टेस्ट कराने की सलाह दी थी, क्योंकि अधिकतर मरीजों में सिर्फ खांसी और सर्दी जैसे हल्के लक्षण पाए गए।

जिन्हें लक्षण नहीं, वे अब निकल सकते हैं बाहर

स्वास्थ्य विभाग ने फैसला लिया है कि जिन मरीजों ने होम आइसोलेशन में एक सप्ताह पूरा कर लिया है और अब उनमें कोई लक्षण नहीं हैं। ऐसे में वे अब घर से बाहर निकल पाएंगे। ऐसे मरीजों को दोबारा कोविड टेस्ट कराने की जरूरत नहीं है।

इन स्थानों से लौटे मरीज

नए मरीजों में 43 वर्षीय महिला (मथुरा से लौटी), 48 वर्षीय महिला (बद्रीनाथ से लौटी), 69 वर्षीय महिला (केरल से लौटी), 36 वर्षीय पुरुष (रायपुर से लौटा), और 29 वर्षीय पुरुष (ओडिशा से लौटा) शामिल हैं। दो मरीजों की कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है।

घर पर इलाज, लक्षण हल्के

स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार, अधिकतर मरीजों को हल्के लक्षण हैं और वे निजी लैब में जांच कराने के बाद होम आइसोलेशन में इलाज करवा रहे हैं। संपर्क में आए लोगों का पता लगाया जा रहा है और सिर्फ लक्षण वाले लोगों के सैंपल लिए जा रहे हैं।

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सभी मरीज स्थिर, जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए सैंपल भेजे

सीएमएचओ डॉ. बीएस सैत्या ने बताया, “सभी मरीज होम आइसोलेशन में हैं और उनकी हालत स्थिर है। हमारी टीम लगातार उनकी निगरानी कर रही है। वेरिएंट की पहचान के लिए सैंपल भोपाल भेजे गए हैं।” 

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अब तक 15 मरीज ठीक होकर आइसोलेशन से बाहर

स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, अब तक कुल 33 मरीजों में से 15 लोग ठीक होकर होम आइसोलेशन से बाहर आ चुके हैं। गाइडलाइन के अनुसार, जो मरीज सात दिन होम आइसोलेशन में रहते हैं और लगातार तीन दिन तक बुखार नहीं आता, उन्हें छुट्टी दी जाती है।

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बिना लक्षण वालों को टेस्ट की जरूरत नहीं

डॉक्टरों ने बताया कि जिन मरीजों में कोई लक्षण नहीं हैं और जो सिर्फ संक्रमित मरीजों के संपर्क में आए हैं, उन्हें कोविड टेस्ट की जरूरत नहीं है।

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