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नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय हक की बात में सरकार से भी टकरा जाते हैं। पूर्व स्पीकर सुमित्रा महाजन की लौ अभी बाकी है। मंत्री तुलसी सिलावट कांग्रेस से बीजेपी में आकर मजे में हैं और इतना माल कमाया जो कांग्रेस में रहकर नहीं कमा पाते। यह कुछ व्यंग्य है, जो परंपरा के अनुसार बजरबट्टू सम्मेलन के दौरान इंदौर के गोराकुंड चौराहे पर हर साल चस्पा किए जाते हैं।
इस बार बड़ी हस्तियों को लेकर फिर समय, परिस्थितियों के अनुसार नए तंज कसे गए हैं। मजे की बात यह है कि इस पर नेता भी बुरा नहीं मानते हैं और माने भी क्यों, क्योंकि पहले ही बुला जाता है...बुरा ना मानो होली है।
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यह लिखा गया है व्यंग्य पोस्टर में
- मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के लिए- 'सरकार से भी टकरा जाता हूं। हक की बात में डरता नहीं। दिल्ली भी खुश'। बीते साल जब विजयवर्गीय लंबे अंतराल के बाद मंत्री पद पर आए तो लिखा गया था कि-' लो मैं बन गया थानेदार भैया, अब डर काहे का?
- मंत्री तुलसी सिलावट के लिए- पांचों ऊंगली घी में और सिर कढ़ाही में। इतना माल-मत्ता तो कांग्रेस में जिंदगी भर न कमा पाता।
- पूर्व स्पीकर सुमित्रा महाजन के लिए- बुझी हुई बाती मत मान लेना, दीपक में लौ अभी बाकी है।
- महापौर पुष्यमित्र भार्गव के लिए व्यंग्य कसा है कि- इंदौर को हर क्षेत्र में अव्वल बनाने में जुटा हूं भिया। दुखता रहे विरोधियों का पेट...।
- विधायक मालिनी गौड़ के लिए- मोहन से भी वही मान जो शिव दिया करते थे, कोई फिक्र नहीं।
- जीतू पटवारी प्रदेश अध्यक्ष कांग्रेस- गति जरूर धीमी है लेकिन पार्टी सुधार का काम तेजी से चल रहा है।
- विधायक गोलू शुक्ला के लिए- सनातनी विधायक के रूप में अभी तो यह शुरुआत है, देखते जाओ आगे-आगे होता है क्या?
- पूर्व बीजेपी नगराध्यक्ष गौरव रणदिवे के लिए- नाम कमाकर गया हूं अध्यक्ष पद का रूतबा कायम कर लौटा हूं। वापसी का इंतजार करूंगा।
- पूर्व विधायक आकाश विजयवर्गीय के लिए- पप्पा का अंगना अब मेरे ही जिम्मे है। लगा हूं भिया दिन रात विधानसभा क्षेत्र की सेवा में।
- नए नगराध्यक्ष बीजेपी सुमित मिश्रा- यह सुदामा खाली हाथ नहीं रहा दयालु की दया काम आ गई।
- विधायक व पूर्व मंत्री उषा ठाकुर के लिए है कि- म्यान से बाहर नहीं आ रही कटार। मंत्री पद नहीं तो बोल वचन भी अब थम गए।
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50 साल से लिखे जा रहे हैं व्यंग्य
गोराकुंड पर परंपरा अनुसार 50 साल से यह व्यंग्य लिखे जा रहे हैं। पहले दीवारों पर लिखा जाता था। अब पोस्टर चस्पा किए जाते हैं। इस पोस्टर गैलरी का उद्घाटन बीजेपी नेता सत्यनारायण सत्तन ने किया। 'रंगों की फुलझड़ी राजनीति के रंग, बुरा ना मानो होली है' के जैसे स्लोगन के साथ यह पोस्टर लगाए गए हैं।
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