इंदौर श्री गुरुसिंघ सभा के 12 साल बाद हुए चुनाव के नतीजे देर रात दो बजे करीब घोषित हुए। प्रधान पद और सचिव पद के नतीजे तो शुक्रवार शाम को आ गए थे लेकिन कार्यकारिणी के 17 पदों के लिए देर रात तक काउंटिंग हुई, यहां भी रिंकू भाटिया की खंडा पैनल पूरी तरह साफ हो गई और सभी कार्यकारिणी उम्मीदवार चुनाव हार गए। बॉबी और मोनू की खालसा-फतेह पैनल की एकतरफा जीत हुई। इन चुनाव में एक अहम लाइन अब समाज में चल रही है कि बेटे ने पिता की हार की बदला ले लिया।
क्यों कहा जा रहा है यह
सभा के 12 साल पहले जब चुनाव हुए थे तब खंडा पैनल से मनजीत सिंह उर्फ रिंकू भाटिया ही प्रत्याशी थे, वहीं खालसा पैनल से गुरदीप सिंह भाटिया प्रत्याशी थे, जो हरपाल उर्फ मोनू सिंह भाटिया के पिता हैं। इन चुनाव में रिंकू ने गुरदीप को 600 वोट से हराया था। अब मोनू ने रिंकू को 1519 वोट से हराया है। गुरदीप सिंह का निधन हो चुका है।
रिंकू भाटिया कोर्टबाजी में उलझे रहे, मोनू प्रचार करते रहे और जीत गए
इस तरह रहे अंतिम रिजल्ट
प्रधान पद : मोनू को वोट 4 हजार 315, रिंकू को 2 हजार 796 वोट, अंतर 1 हजार 519 वोट
सचिव पद : बंटी भाटिया को 4 हजार 327 वोट, इंदरजीत सिंह होरा को 2 हजार 949 वोट, अंतर 1 हजार 278 वोट
कार्यकारिणी के 17 सदस्य यह जीते
खालसा फतेह पैनल के जीते हुए 17 कार्यकारिणी सदस्य और उन्हें मिले वोट।
1) मनप्रीत होरा = 4497
2) रघुवीर सिंग खनूजा = 4250
3) अवतार सिंग सैनी = 4245
4) रवीन्द्र सिंग कलसी =4227
5) अमरजीत सिंग भाटिया=4200
6) जसबीर सिंग होरा=4099
7) रविन्द्र सिंग होरा = 4050
8) जसबीर सिंग अरोरा = 4048
9) सतबीर सिंग छाबड़ा =4028
10) जितेंद्र सिंग भाटिया = 3980
11) रवीन्द्र सिंग माखिजा = 3954
12) जगजीत सिग गांधी =3827
13) दारा सिंग सलूजा = 3811
14) चरणजीत सिंग सैनी =3782
15) कुलवंत सिंग छाबडा = 3762
16) अमन गिल = 3750
17) सतपाल सिंग खालसा = 3550