ऑपरेशन सिंदूर : मध्यप्रदेश के 7.5 ट्रक भारतीय सेना की मदद को तैयार, पीएम को लिखा पत्र
ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद इंदौर के ट्रांसपोर्टर्स ने देशसेवा की मिसाल पेश की है। इंदौर ट्रक ऑपरेटर्स एंड ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर साढ़े सात लाख ट्रकों को भारतीय सेना के परिवहन के लिए देने की पेशकश की है।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच जंग शुरू हो चुकी है। उसके बाद अब जहां एक ओर पूरे देश से सेना के लिए दुआओं के लिए हाथ खड़े हुए हैं तो मध्यप्रदेश के ट्रक एसोसिएशन ने भी सेना की मदद करने का जज्बा दिखाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। इसमें कहा गया है कि जिस तरह से इंदौर के ट्रक ऑपरेटर्स ने कारगिल युद्ध के समय इंदौर से ट्रक भेजकर मदद की थी, उसी प्रकार अगर जरूरत पड़ती है तो हम इस बार भी सेना की मदद को इंदौर से ट्रक भेजने के लिए तैयार हैं। इसके लिए ड्रायवर और कंडक्टरों की छुटि्टयां भी कैंसिल कर दी गई हैं।
ड्रायवर और कंडक्टरों की छुटि्टयां कैंसिल
ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद इंदौर के ट्रांसपोर्टर्स ने देशसेवा की मिसाल पेश की है। इंदौर ट्रक ऑपरेटर्स एंड ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर साढ़े सात लाख ट्रकों को भारतीय सेना के परिवहन के लिए देने की पेशकश की है।पाकिस्तान से युद्ध जैसे हालात के बीच मप्र के सभी ट्रक ड्राइवरों और कंडक्टरों के अवकाश निरस्त कर दिए गए हैं। ऑपरेशन सिंदूर के बाद पूरे देश में राष्ट्रभक्ति की लहर दौड़ गई है। इसी उत्साह और समर्थन की भावना के तहत इंदौर ट्रक ऑपरेटर्स एंड ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने एक सराहनीय पहल करते हुए अपनी सेवाएं देश के नाम करने का ऐलान किया है।
ट्रक ऑपरेटर्स एसोसिएशन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर प्रस्ताव दिया है कि वे सेना के ट्रांसपोर्ट कार्यों में सहायता के लिए अपने ट्रकों को उपलब्ध कराना चाहते हैं। संगठन ने 8 मई को इस आशय का पत्र जारी किया है। एसोसिएशन के अध्यक्ष सीएल मुकाती ने जानकारी दी कि प्रदेश भर के लगभग साढ़े सात लाख ट्रक सेना की सेवा के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
सीएल मुकाती ने बताया कि कारगिल युद्ध के दौरान भी संगठन ने एक हजार ट्रक सेना को दिए थे और अब भी यदि आवश्यकता पड़ी तो साढ़े सात लाख ट्रक और उनके चालक तथा परिचालक हर समय सेवा में तत्पर रहेंगे। एसोसिएशन ने यह भी निर्णय लिया है कि ट्रक चालकों और कंडक्टरों की सभी छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। संगठन ने स्पष्ट किया है कि वे 24 घंटे किसी भी आपात स्थिति के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
प्रधानमंत्री को भेजे गए पत्र में लिखा गया है, “हमारे देश की आन-बान-शान एवं मां, बहनों, बेटियों के सिंदूर की लाज रखने के लिए किए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की बहुत-बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं।” पत्र में यह भी उल्लेख किया गया कि कंधार से लेकर पहलगाम तक भारतीय सेना ने जो शौर्य दिखाया है, वह गर्व का विषय है। संगठन ने लिखा कि उनके ट्रक "ऑपरेशन सिंदूर" के तहत सेना के सामान को ढोने के लिए तत्पर हैं और वे प्रधानमंत्री के हर आदेश को सिर आंखों पर रखकर पालन करेंगे।