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मध्य प्रदेश की मोहन यादव सरकार राज्य के प्रमुख शहरों के बीच बेहतर कनेक्टिविटी पर विशेष ध्यान दे रही है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के विजन के तहत, इंदौर, उज्जैन, देवास, धार, शाजापुर को एक मेट्रोपोलिटिन सिटी बनाने की योजना है। इसमें इंदौर-उज्जैन सिक्सलेन, मेट्रो ट्रेन और वंदे भारत सर्किल ट्रेन जैसी योजनाएं उज्जैन, इंदौर को अन्य प्रमुख शहरों से जोड़ने का अहम हिस्सा बनेंगी।
मुख्यमंत्री का मेट्रोपोलिटिन सिटी बनाने का विजन
मध्य प्रदेश सरकार का उद्देश्य राज्य और देश के प्रमुख शहरों के बीच फास्ट कनेक्टिविटी बढ़ाना है। मोहन यादव सरकार ने इंदौर, उज्जैन, देवास, धार, और शाजापुर को जोड़कर एक मेट्रोपोलिटिन सिटी बनाने का विजन प्रस्तुत किया है। इस योजना के तहत उज्जैन और इंदौर के बीच यातायात को तेज करने के लिए कई महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट बनाए गए हैं। जिसमें इंदौर-उज्जैन सिक्सलेन और वंदे भारत सर्किल ट्रेन प्रमुख हैं।
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बेहतर कनेक्टिविटी के लिए प्रोजेक्ट
इंदौर, उज्जैन और देवास सहित कई जिलों को मेट्रो क्लस्टर की तरह डेवलप किया जा रहा है। इसके बेहतर कनेक्टिविटी के लिए अहम प्रोजेक्ट चल रहे हैं। एक से दूसरे शहर में तेजी से पहुंचने के लिए स्पीड बढ़ाई जा रही है। खास बात यह है कि प्रस्तावित नई वंदे भारत उज्जैन को कई प्रमुख शहरों से 160 किमी की रफ्तार से जोड़ देगी।
वंदे भारत सर्किल ट्रेन चलाने की मांग
बता दें कि तीर्थ नगरी उज्जैन में भव्य और आकर्षक महाकाल लोक को देखने के लिए हर दिन बड़ी संख्या श्रद्धालु पहुंचते हैं। अब उज्जैन में 2028 में होने वाले सिंहस्थ के आयोजन के मद्देनजर, उज्जैन को देशभर से जोड़ने की जरूरत महसूस की जा रही है। इसके लिए क्षेत्रीय सांसद अनिल फिरोजिया ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से मुलाकात की और उज्जैन के लिए वंदे भारत सर्किल ट्रेन की मांग की।
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7 प्रमुख शहरों को आपस में जोड़ेगी वंदे भारत
दरअसल, उज्जैन आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा और पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से सांसद अनिल फिरोजिया ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के सामने कई ट्रेनों के प्रस्ताव रखे हैं। जिसमें वंदेभारत सर्किल ट्रेन समेत अन्य ट्रेनों की मंजूरी मांगी गई है। सांसद ने देवास-इंदौर-फतेहाबाद-बड़नगर-रतलाम-नागदा-उज्जैन मार्ग पर वंदेभारत सर्किल ट्रेन चलाए जाने की मांग की है। इस ट्रेन के चलने से इन सभी शहरों के बीच यात्रा की गति और सुगमता बढ़ेगी। ट्रेन की गति 160 किलोमीटर प्रति घंटा हो सकती है, जिससे इन शहरों के बीच यात्रा समय बहुत कम हो जाएगा। यह वंदे भारत मेट्रो सर्किल ट्रेन उज्जैन समेत 7 प्रमुख शहरों को आपस में जोड़ेगी। जिससे इंदौर, देवास, बड़नगर, फतेहाबाद, रतलाम, नागदा और उज्जैन की यात्रा आसान होगी।
सिक्सलेन में बदल रहा इंदौर-उज्जैन फोरलेन
उज्जैन की स्पीड बढ़ाने के लिए कई योजनाओं पर काम किया जा रहा है। जिसमें इंदौर-उज्जैन सिक्सलेन शामिल है। इंदौर और उज्जैन के बीच यातायात को और सुगम बनाने के लिए फोरलेन को सिक्सलेन में बदला जा रहा है। इसके साथ ही इंदौर सुपर कॉरिडोर से उज्जैन चिंतामण क्षेत्र के लिए नया मार्ग भी तैयार किया जा रहा है। इस प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद दोनों शहरों के बीच यात्रा का समय घटकर 40 मिनट रह जाएगा, जिससे यातायात की रफ्तार में काफी वृद्धि होगी।
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इंदौर और उज्जैन के बीच मेट्रो की योजना
इंदौर और उज्जैन के बीच मेट्रो ट्रेन चलाने की योजना भी प्रस्तावित है। इस प्रोजेक्ट को सैद्धांतिक स्वीकृति पहले ही मिल चुकी है और इसके लिए डीपीआर भी तैयार किया गया है। यह मेट्रो ट्रेन 80 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलेगी, जिससे इंदौर-उज्जैन के बीच यात्रा का समय और भी कम हो जाएगा।
कनेक्टिविटी के फायदे
इन योजनाओं के तहत उज्जैन को न केवल इंदौर और देवास जैसे प्रमुख शहरों से जोड़ने की योजना है, बल्कि आने वाले समय में पर्यटन को बढ़ावा देने और महाकाल दर्शन के लिए आनेवाले भक्तों के लिए सुविधाओं का विस्तार भी होगा। इन परियोजनाओं से मध्य प्रदेश के इन शहरों के बीच यात्रा की गति तेज होगी, जिससे व्यापार, पर्यटन और रोज़मर्रा की जिंदगी में भी सकारात्मक बदलाव आएगा।
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