भारत के रेलवे मंत्रालय को 2025 के बजट में 2.52 लाख करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं। हालांकि, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट स्पीच में रेलवे का विस्तार से जिक्र नहीं किया, फिर भी रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इसे एक "शानदार" कदम बताया। रेलवे मंत्रालय की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, आने वाले दो से तीन वर्षों में 200 नए वंदे भारत ट्रेनों का संचालन किया जाएगा। इसके अलावा 100 अमृत भारत ट्रेन, 50 नमो भारत रैपिड रेल और 17,500 जनरल नॉन-एसी कोच जोड़े जाएंगे। यह कदम सस्ती यात्रा को बढ़ावा देने और भारतीय रेलवे को और अधिक आधुनिक बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण साबित होगा।
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इस बजट में 10 हजार करोड़ रुपए अतिरिक्त बजटीय संसाधनों से आवंटित किए गए हैं, जिसका उपयोग रेलवे की लागतों को पूरा करने और आधुनिकीकरण के लिए किया जाएगा। इसका मतलब है कि कुल पूंजीगत व्यय ₹2.62 लाख करोड़ रहेगा, जो भारतीय रेलवे के लिए काफी अहम है।
क्या बोले रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि भारतीय रेलवे अब अपने लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में काम कर रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय रेलवे वित्तीय वर्ष 2025-26 तक 100 प्रतिशत विद्युतीकरण हासिल कर लेगा। इसके अलावा, रेलवे ने सस्ती यात्रा के लिए 17,500 नॉन-एसी जनरल और स्लीपर कोच बनाने की योजना का ऐलान किया।
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अमृत भारत ट्रेनों का जिक्र
अमृत भारत ट्रेनों को चेन्नई स्थित इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (ICF) द्वारा विकसित किया गया है। यह ट्रेन सेट्स एक नई पीढ़ी की नॉन-एसी ट्रेनें हैं, जिन्हें सस्ती यात्रा के उद्देश्य से बनाया गया है। सरकार ने 100 ऐसे ट्रेन सेट बनाने की योजना बनाई है, जिससे यात्रियों को कम खर्च में बेहतर यात्रा का अनुभव मिल सके।
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दुर्घटनाओं को कम करने के उपाय
यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, भारतीय रेलवे ने आगामी पांच वर्षों में पूरी तरह से इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (ICF) कोचों को लिंके-हॉफमैन-बुश (LHB) कोचों से बदलने की योजना बनाई है। LHB कोचों को सुरक्षा, आराम और लंबी लाइफलाइन के लिए डिजाइन किया गया है।
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LHB कोच क्यों?
बेहतर सुरक्षा मानक: एलएचबी कोच दुर्घटना के समय नुकसान को कम करने के लिए डिजाइन किए गए हैं।
अधिक आरामदायक: पारंपरिक आईसीएफ कोचों की तुलना में LHB कोचों में कम झटके और शोर होता है।
कम रखरखाव: LHB कोचों की लाइफलाइन लंबी होती है और इन्हें कम रखरखाव की आवश्यकता होती है।