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The Sootr
आमतौर पर कहा जाता है कि महिलाएं घर बखूबी संभालती हैं, लेकिन शुक्रवार को इंदौर शहर के चौराहों का नजारा कुछ अलग ही था। यहां पर महिलाएं ना केवल ट्रैफिक संभाल रही थीं, बल्कि वे वाहन चालकों को ट्रैफिक के नियमों को समझाते हुए सीख भी देती दिख रही थीं।
मैं भी अहिल्या जयघोष के साथ मातृशक्ति ने संभाला ट्रैफिक
लोकमाता अहिल्याबाई त्रिशताब्दी समारोह समिति के द्वारा शुक्रवार को शहर के 34 चौराहों पर मातृशक्ति ने शाम 5 से 7 बजे के बीच यातायात प्रबंधन में सहयोग किया। इंदौर के इतिहास में यह अभूतपूर्व अवसर था, जबकि शहर की माता-बहनों ने शहर के व्यस्ततम चौराहों पर यातायात व्यवस्था को अपने परिवार की भांति संभाला।
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हाथों में थीं नागरिक कर्तव्य के नारे की तख्तियां
इस मौके पर शहर के कई स्थानों पर मातृशक्ति अपने हाथों में नागरिक कर्तव्य संबंधित नारे लिखी तख्तियों को लेकर उपस्थित थीं। इन्होंने सभी मुख्य चौराहों पर वाहन चालकों को यातायात नियमों के पालन करने का अनुरोध किया। साथ ही नियम पालन करने के सार्वजनिक लाभ भी बताए।
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इन प्रमुख चौराहों पर संभाली व्यवस्था
महिला शक्ति ने जिन प्रमुख चौराहों पर व्यवस्थाएं संभालीं उसमें पलासिया, मृगनयनी, बड़ा गणपति, महाराणा प्रताप, देवास नाका, विजय नगर, लोटस, जवाहर मार्ग, नंदलालपुरा चौराहा शामिल है। इसके लिए व्यवस्था में लगी सभी कार्यकर्ता बहनों का प्रशिक्षण कार्यक्रम भी पिछले सप्ताह हुआ था। उसके बाद कुल 34 चौराहों पर 1500 से अधिक संख्या में महिलाओं ने इस कार्य में अपना योगदान दिया।
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