युगपुरूष धाम आश्रम में 29 जून से दो जुलाई के बीच में 6 बच्चों की मौत के मामले में अभी भी ठोस कार्रवाई नहीं होने पर कांग्रेस ने सरकार को घेरा है। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष के मीडिया सलाहकार केके मिश्रा ने इस मामले में एक के बाद एक तीन ट्वीट कर सरकार पर हमला कर पूछा है कि- राष्ट्रीय बाल आयोग ने जबलपुर की मानसिक दिव्यांग बच्चों की संस्था लापरवाही बरतने के आरोप में बंद कारवाई, लापरवाही पर संस्था भंग, इंदौर में 6 बच्चों की मौत पर आयोग खामोश? शायद इसलिए कि इसके कर्ताधर्ता RSS-BJP से जुड़े हैं?
अध्यक्ष, सचिव व अन्य जवबादारों की हो गिरफ्तारी
मिश्रा ने कहा कि DM सर इस मामले में अध्यक्ष- सचिव व अन्य जवाबदारों पर FIR-गिरफ़्तारी होनी चाहिए। एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा कि युगपुरुष आश्रम में 6 बच्चों की मौत, कुल 204 बच्चे हैं 48 अस्पताल में लेकिन 8 बच्चे गायब हैं,18 साल से ऊपर 5 बच्चों को कहां रखा गया हैं? इसे क्यों छुपाया गया हैं? महिला-बाल विकास विभाग से 1 करोड़ 20 लाख वार्षिक अनुदान, दानदाताओं की सूची सार्वजनिक हो। कलेक्टर (डीएम) सक्रिय है लेकिन अभी भी कई कारण अज्ञात है।
एक ही परिवार से अध्यक्ष, सचिव
उन्होंने आश्रम प्रबंधन को लेकर कहा कि क्या यह ग़लत है कि 6 बच्चों की मौत के युगपुरुष आश्रम के ज़िम्मेदार एक ही परिवार के अध्यक्ष व सचिव हैं? 100 बच्चों को रखने के प्रावधान के विरूद्ध 204 कैसे रखे गए? बच्चों की मौत होती रही,प्रशासन को बताये बिना पोस्टमार्टम अंतिम संस्कार कैसे हुए? निरीक्षण के जवाबदार कौन?
कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि संस्था को तीन दिन के समय के साथ शोकॉस नोटिस दिया जा रहा है। उनसे पूछा जा रहा है क्यों ना उनके खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज किया जाए या फिर उन पर अनुदान संबंधी एक्शन लिया जाए।
श्री राम जन्मभूमि ट्रस्ट के ट्रस्टी का है आश्रम
द सूत्र ने पहले ही खुलासा किया था यह आश्रम श्री राम जन्मभूमिक ट्रस्ट के ट्रस्टी स्वामी पमानंद गिरी महाराज के साधिन्य में चल रहा है। स्वामी महाराज ने नेक नियत से मानसिक दिव्यांग के लिए यह आश्रम शुरू किया था, लेकिन आश्रम प्रबंधन संभाल रहे संचालकों की लापरवाही बच्चों पर भारी पड़ गई।
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