IPS Year Award : 7 जिलों के SP फॉर्मूले में उलझे, सीनियरटी में 3 साल तक पिछड़े

1996 बैच के अफसरों को 2016 बैच मिला है, जबकि किसी भी अफसर को 2014 और 2015 अलॉट नहीं किया गया। इसमें प्रभावित होने वाले अफसर गुना, छिंदवाड़ा, बुरहानपुर, इंदौर ग्रामीण, निवाड़ी जैसे जिलों में पुलिस अधीक्षक के पद पर पदस्थ हैं...

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Jitendra Shrivastava
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IPS Year Award : मध्य प्रदेश में आईपीएस अफसरों के प्रमोशन की खबर खुशी के साथ गम भी लेकर आई है। दरअसल, गृह मंत्रालय ने एमपी के 29 अफसरों को आईपीएस अवार्ड किया है। लंबे समय से आईपीएस अवार्ड होने का इंतजार कर रहे पुलिस अफसरों के लिए यह बड़ी खबर थी, लेकिन इसमें एक पेंच फंसा हुआ है, जिसकी वजह से आईपीएस बने अफसरों की खुशी गम में बदल गई है। दरअसल, हुआ यह है कि सीनियरटी के हिसाब से जिस अफसर को साल 2014-15 का कैडर मिलना था, उसे 16 का कैडर दे दिया गया है। इससे होगा ये कि जब आगे डिपार्टमेंटल प्रमोशन यानी आईजी आदि बनने का अवसर आएगा तो इनके नुकसान उठाना पड़ सकता है।

ईयर 2014, 2015 किसी को नहीं मिला

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने दो दिन पहले मध्य प्रदेश के 29 अफसरों को आईपीएस इयर आवंटित किया है। इसमें शामिल कई अफसरों को तीन साल का नुकसान हुआ है। 1996 बैच के अफसरों को 2016 बैच मिला है, जबकि किसी भी अफसर को 2014 और 2015 अलॉट नहीं किया गया। इसमें प्रभावित होने वाले अफसर गुना, छिंदवाड़ा, बुरहानपुर, इंदौर ग्रामीण, निवाड़ी जैसे जिलों में पुलिस अधीक्षक के पद पर पदस्थ हैं। अनूपपुर एसपी जितेंद्र सिंह वर्ष 1995 बैच के अफसर हैं। उन्होंने पुलिस सेवा कई सालों बाद जॉइन की थी, इसके चलते जब उन्हें राज्य पुसिल सेवा के अफसर से आईपीएस अवार्ड हुआ तब उनकी सर्विस 17 साल की हुई थी। इसके चलते उन्हें चार साल की सीनियरटी दी गई। उनकी सर्विस और सीनियरटी वर्ष कम होने के बाद उन्हें 2016 इयर अलॉट किया। जबकि 1995 बैच के एक अफसर को 2016 बैच दिया गया, तो 1996 के अफसरों को भी 2016 का इयर अलॉट किया गया है। नियमानुसार केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इयर अलॉट किया है।

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1995 तक के अफसरों को 2012 इयर अलॉट 

इसमें 1995 तक के अफसरों को 2012 इयर अलॉट हुआ है, जिसमें वर्ष 1992 की एमपीपीएससी से इन अफसरों को हुआ नुकसान चयनित हुए अफसर अलोक कुमार, वर्ष 1993 की एमपीपीएससी से चयनित हुए विजय कुमार भगवानी, राजीव कुमार मिश्रा, निश्चिल झारिया, रीना ठाकुर, संतोषा कोरी, जगदीश डाबर और मनोहर सिंह मंडलोई हैं। इन सभी ने वर्ष 1995 में जॉइन किया था। वहीं वर्ष 1993 की एमपीपीएससी से चयनित हुए रामजी श्रीवास्तव वैटिंग में थे, उनकी वैटिंग को क्लीयर होने में करीब एक साल लग गया, इसके चलते वे वर्ष 1995 में ट्रैनिंग में शामिल नहीं हुए, वे जून 1996 में जॉइन हुए, इसके चलते उन्हें वर्ष 2013 दिया गया है।

इन्हें किया 2016 इयर अलॉट 

एसपीएस 1996 बैच के साथ ही 1997 बैच के अफसरों को भी 2016 इयर अलॉट किया गया है। वर्ष 1997 बैच के एसपीएस अफसर अरुण कुमार मिश्रा, एसपी आलीराजपुर राजेश व्यास, एसपी आगर मालवा विनोद कुमार सिंह, एसपी झाबुआ पदम विलोचन शुक्ला, एसपी मैहर सुधीर कुमार अग्रवाल, डिप्टी कमिश्नर इंदौर पंकज कुमार पांडे, कमांडेंट 23वीं वाहिनी अजय पांडे और डिप्टी कमिश्नर भोपाल डॉ. संजय कुमार अग्रवाल को 2016 इयर अलॉट किया गया है।

2012 बैच में अफसरों की भरमार

आईपीएस के 2012 बैच में सात अफसर डायरेक्टर आईपीसी हैं। इसके अलावा पूर्व में भी रापुसे के अफसरों को 2012 इयर अलॉट हो चुका है। इस बैच में अफसरों की संख्या 17 है। अब 8 और अफसरों को 2012 दिया गया है। अब इस बैच में आईपीएस अफसरों की संख्या 25 हो गई है।

इन अफसरों को हुआ नुकसान

सूत्रों की मानें तो इयर अलॉट में एसपीएस वर्ष 1996 बैच के जिन अफसरों को आईपीएस के इयर अलॉट होने में नुकसान माना जा रहा है, उनमें एआईजी एसएएफ सुनील तिवारी, एसपी गुना संजीव कुमार सिन्हा, एआईजी नारकोटिक्स संजीव कंचन, एसपी छिंदवाड़ा मनीष खत्री, एसपी पांढुर्णा राजेश कुमार त्रिपाठी, एसपी इंदौर ग्रामीण सुनील कुमार मेहरा, एसपी मऊगंज वीरेंद्र जैन, एसपी बुरहानपुर देवेंद्र पाटीदार, एसपी निवाड़ी रायसिंह नरवरिया, एआईजी एससीआरबी राम शरण प्रजापति और डिप्टी कमिश्नर भोपाल सुंदर सिंह कनेश शामिल हैं। ये सभी अफसर जून 1996 में जॉइन हो गए थे। इन सभी को भी वर्ष 2016 इयर दिया गया है। इनके बाद एक साल बाद के बैच को भी वर्ष 2016 दिया गया गया है।

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