/sootr/media/media_files/2025/05/14/bjQFTjRV5uGo3I7iMab0.jpg)
बीते दिनों में पहलगाम में हुए एक बड़े आतंकी हमले ने पूरे देश को दहला दिया। इस हमले में निर्दोष नागरिकों की हत्या कर दी गई थी। यह घटना न केवल नागरिकों पर हमला था, बल्कि पूरे देश की आस्था और सुरक्षा के लिए एक गंभीर चुनौती थी। इस हादसे ने लोगों के मन में डर और चिंता का वातावरण पैदा कर दिया है। देशवासियों को यह डर सताने लगा था कि कहीं हालात और अधिक खराब न हो जाएं। इसके बाद भारत ने भी पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया था और अब दोनों देशों के बीच में युद्ध की स्थिति बनते बनते सीजफायर घोषित हो चुका है। लेकिन उसके बाद भी प्रशासन अब नागरिकों की सुरक्षा को लेकर पूरी तरह से सतर्क है।
देश की सीमाओं पर हाई अलर्ट
पहलगाम हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव और अधिक गहरा गया है। हालांकि सीजफायर की घोषणा तो हुई है पर पाकिस्तान इसका भी लगातार उल्लंघन कर रहा है, भारत ने इस हमले को लेकर सख्त रुख अपनाया है, और सीमाओं पर सेना की तैनाती बढ़ा दी गई है। युद्धक विमानों की उड़ानें, अतिरिक्त सैनिकों की तैनाती और गोपनीय ऑपरेशन से जुड़ी खबरें सामने आ रही हैं। यह स्थिति साफ इशारा करती है कि देश युद्ध जैसे गंभीर हालात की ओर बढ़ रहा है, और ऐसे में केवल सीमा पर ही नहीं, देश के अंदर भी हर नागरिक को सतर्क रहना होगा।
ये खबर भी पढ़िए... इंदौर जिले में आबाकारी विभाग का 27 जगह छापा, 46 हजार की शराब पकड़ी, 29 केस बनाए
मध्य प्रदेश सरकार ने भी बढ़ाई सतर्कता
देश की वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए मध्यप्रदेश सरकार ने सुरक्षा की तैयारियों को प्राथमिकता देते हुए पूरे राज्य में ‘सिविल डिफेंस प्लान’ को सक्रिय कर दिया है। यह प्लान युद्ध, आतंकी हमले या किसी आपातकालीन परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार किया गया एक विशेष रणनीतिक ढांचा है। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, रीवा, सतना, कटनी और जबलपुर सहित अन्य प्रमुख जिलों में प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं कि वे तत्काल सिविल डिफेंस गतिविधियां शुरू करें और नागरिकों को सुरक्षित रखने के लिए सभी जरूरी कदम उठाएं।
ये खबर भी पढ़िए... रीवा आईजी गौरव राजपूत ने स्टेटस पर डाला- बॉयकॉट टर्की टूरिज्म, जानिए कारण
सिविल डिफेंस प्लान का मकसद जनता को सतर्क
सिविल डिफेंस प्लान का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि किसी भी आपदा या संकट के समय आम नागरिकों तक समय पर सही और आवश्यक जानकारी पहुँचाई जा सके। यह योजना नागरिकों को अफवाहों से बचाने, भ्रमित न होने देने, और प्रशासन के निर्देशों का पालन करने के लिए प्रशिक्षित करने की दिशा में काम करती है। इसमें आपात स्थिति में सुरक्षित स्थानों की जानकारी देना, नागरिकों को राहत केंद्रों तक पहुँचाना, और प्रशासनिक मदद कैसे लें , जैसी जरूरी जानकारियाँ शामिल होती हैं।
ये खबर भी पढ़िए... सीएम मोहन यादव का आदेश: अपराधी की जाति नहीं, सिर्फ जुर्म दिखेगा
जबलपुर प्रशासन ने उठाया डिजिटल कदम
जबलपुर जिले के कलेक्टर दीपक सक्सेना ने जिले के नागरिकों को इस गंभीर परिस्थिति के प्रति जागरूक करने और प्रशासन से सीधा संपर्क बनाए रखने के उद्देश्य से एक बेहद महत्वपूर्ण कदम उठाया है। उन्होंने ‘सिविल डिफेंस व्हाट्सएप चैनल’ की शुरुआत की है। इस चैनल के ज़रिए नागरिकों को किसी भी प्रकार की आपदा या संकट की स्थिति में प्रशासन द्वारा तुरंत सूचना, दिशा-निर्देश और चेतावनियाँ भेजी जाएंगी। इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि आम आदमी को सोशल मीडिया पर फैलने वाली अफवाहों से बचाया जा सकेगा और वे सिर्फ प्रशासनिक स्तर पर प्रमाणित जानकारी पर भरोसा कर सकेंगे।
ये खबर भी पढ़िए... ओलंपिक पदक विजेता नीरज चोपड़ा बने टेरिटोरियल आर्मी में लेफ्टिनेंट कर्नल
व्हाट्सएप चैनल का क्या फायदा होगा
जब किसी शहर में कोई आपदा आती है जैसे चाहे वह बाढ़ हो, आग लगना हो, ट्रेन हादसा हो या आतंकी हमला, तो अक्सर लोग घबरा जाते हैं और सही जानकारी के अभाव में गलत कदम उठा बैठते हैं। इस व्हाट्सएप चैनल की मदद से लोगों तक सही और त्वरित सूचना पहुँचेगी। प्रशासन द्वारा भेजे गए अलर्ट, मैसेज और निर्देश नागरिकों को बताएंगे कि उन्हें क्या करना है, कहाँ जाना है, और किन बातों से बचना है। इससे लोगों की जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित हो सकेगी और अफरातफरी जैसी स्थिति से बचा जा सकेगा।
हर नागरिक से अपील
जबलपुर कलेक्टर ने आम नागरिकों, महिलाओं, युवाओं, दुकानदारों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, शिक्षकों, विद्यार्थियों और हर वर्ग के लोगों से अपील की है कि वे इस चैनल से जुड़ें और अपने जानने वालों को भी इससे जोड़ें। यह चैनल सिर्फ सरकारी जानकारी का माध्यम नहीं है, बल्कि यह एक ‘सामूहिक सुरक्षा व्यवस्था’ का हिस्सा है, जिसमें हर नागरिक की भागीदारी जरूरी है। जब हर व्यक्ति सही सूचना से लैस होगा, तभी शहर सुरक्षित रह सकेगा।
कैसे जुड़ें सिविल डिफेंस व्हाट्सएप चैनल से?
इस चैनल से जुड़ने की प्रक्रिया बहुत आसान है। बस नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें और ‘Join’ या ‘जुड़ें’ बटन दबाएँ –
https://whatsapp.com/channel/0029VbAUtv03WHTXxo6Fau14
जैसे ही आप जुड़ेंगे, प्रशासन की ओर से समय-समय पर आने वाले संदेश सीधे आपके मोबाइल पर मिलते रहेंगे। यह सेवा पूरी तरह निःशुल्क है और इसमें आपकी जानकारी पूरी तरह सुरक्षित रहेगी।
देश की सीमाओं पर सैनिक सतर्क
जब देश पर खतरा होता है, तो केवल सेना ही नहीं, बल्कि प्रशासन, पुलिस, मेडिकल स्टाफ, और आम जनता सभी का योगदान जरूरी होता है। आज देश की सीमाओं पर हमारे जवान पूरी निष्ठा से अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं, तो वहीं शहरों के भीतर प्रशासन ने भी जिम्मेदारी से अपने कर्तव्य निभाने शुरू कर दिए हैं। ऐसे में जबलपुर प्रशासन की यह डिजिटल पहल एक नई दिशा की ओर संकेत देती है, जहां तकनीक के माध्यम से जनता तक तुरंत जानकारी पहुँचाई जाएगी और हर नागरिक को सतर्क रखा जाएगा।
एमपी हिंदी न्यूज